मंदसौरमंदसौर जिला
उच्च पदस्थ व्यक्ति में कार्य दक्षता के साथ मानवता भी होनी चाहिये

से. नि. प्रधान न्यायाधीश श्री अजीतसिंह का न्यायिक कर्मचारी संघ ने विदाई समारोह आयोजित किया
मंदसौर। अपने सेवा कार्य के अंतिम 2 वर्ष की अवधि जो मंदसौर में व्यतीत हुई यह जीवन में सदा याद रहेगी। यहां मुझे न्यायिक सेवा के मुखिया के रूप में कार्य करने के दौरान मेरे सभी सहयोगी न्यायाधीश गण अभिभाषक गण न्यायिक कर्मचारी और चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों का बहुत सराहनीय सहयोग रहा है। मेरा भी यह प्रयास रहा है कि अपने अधीनस्थ लोगों की व्यवहारिक समस्याओं को देखकर उनकी पदस्थापना और कार्य दायित्व को लेकर उचित निर्णय लिया जाए। सचमुच मंदसौर का मेरा यह कार्यकाल सदैव स्मरणीय रहेगा।
यह विचार व्यक्त किए सेवानिवृत्ति प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री अजीत सिंह ने।आप न्यायिक कर्मचारी संघ द्वारा लायन डेन के सभा कक्ष में आयोजित विदाई समारोह को संबोधित कर रहे थे। आपने कहा कि व्यक्ति कितने भी बड़े व प्रभावी पद पर आसीन हो जाए लेकिन उसके अंदर मानवता की भावना अवश्य होनी चाहिए। हर व्यक्ति का अपना एक आत्मसम्मान और स्वाभिमान होता है उसका ख्याल उच्च पदस्थ व्यक्ति को अवश्य करना चाहिए।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव न्यायाधीश हर्ष सिंह बहरावत में कहा कि श्री अजीतसिंह सर के सानिध्य में हमें बहुत कुछ सीखने का अवसर मिला है। अपने पूरे न्यायिक परिवार को एक पिता के रूप में संरक्षण और संबल प्रदान किया अपने अधीनस्थ न्यायाधीशों को सदैव प्रेरित किया आपका कार्य और व्यवहार सदैव याद रखा जाएगा।
इस अवसर पर सहायक लेखापाल श्री शिवराज सिंह राठौड़ ने अपनी स्व रचित कविता के माध्यम से सेवानिवृत्ति प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री अजीत सिंह के पूरे जीवन वृत्त को रेखांकित किया और सभी की खूब दाद बटोरी। समारोह में न्यायिक कर्मचारी संघ के राजेंद्र शर्मा, महेंद्र आचार्य नितीश दुबे अनिल राव आदि ने भी संबोधित कर शुभकामनाएं प्रकट की।
समारोह में माननीय न्यायाधीश गण श्री किशोर कुमार गहलोत, श्री जितेंद्र कुमार बाजोलिया, श्री हर्ष सिंह बहरावत, डॉ प्रीति श्रीवास्तव, श्री विशाल शर्मा, प्रतिष्ठा अवस्थी, श्री विवेक बुखारिया, श्री एस एस जमरा एवं अन्य न्यायाधीशगण भी उपस्थित थे।
प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सेवानिवृत्ति श्री अजीत सिंह का न्याय कर्मचारी संघ की ओर से स्मृति चिन्ह अगर फल भेंट कर व शाल ओढ़ा कर सम्मान किया गया। आपका स्वागत कर कार्यालय अधीक्षक सेवंती राठौर, विजय भाबार, सुनील गुप्ता, संदीप जैन, राजेंद्र शर्मा, मनीष व्यास, मोनू प्रजापति, राजेन्द्र प्रजापति, सुनील सोनी एवं अन्य कर्मचारीगण आदि ने किया। समारोह का संचालन ब्रजेश जोशी ने किया आभार छोटे लाल जैन ने माना।
यह विचार व्यक्त किए सेवानिवृत्ति प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री अजीत सिंह ने।आप न्यायिक कर्मचारी संघ द्वारा लायन डेन के सभा कक्ष में आयोजित विदाई समारोह को संबोधित कर रहे थे। आपने कहा कि व्यक्ति कितने भी बड़े व प्रभावी पद पर आसीन हो जाए लेकिन उसके अंदर मानवता की भावना अवश्य होनी चाहिए। हर व्यक्ति का अपना एक आत्मसम्मान और स्वाभिमान होता है उसका ख्याल उच्च पदस्थ व्यक्ति को अवश्य करना चाहिए।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव न्यायाधीश हर्ष सिंह बहरावत में कहा कि श्री अजीतसिंह सर के सानिध्य में हमें बहुत कुछ सीखने का अवसर मिला है। अपने पूरे न्यायिक परिवार को एक पिता के रूप में संरक्षण और संबल प्रदान किया अपने अधीनस्थ न्यायाधीशों को सदैव प्रेरित किया आपका कार्य और व्यवहार सदैव याद रखा जाएगा।
इस अवसर पर सहायक लेखापाल श्री शिवराज सिंह राठौड़ ने अपनी स्व रचित कविता के माध्यम से सेवानिवृत्ति प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री अजीत सिंह के पूरे जीवन वृत्त को रेखांकित किया और सभी की खूब दाद बटोरी। समारोह में न्यायिक कर्मचारी संघ के राजेंद्र शर्मा, महेंद्र आचार्य नितीश दुबे अनिल राव आदि ने भी संबोधित कर शुभकामनाएं प्रकट की।
समारोह में माननीय न्यायाधीश गण श्री किशोर कुमार गहलोत, श्री जितेंद्र कुमार बाजोलिया, श्री हर्ष सिंह बहरावत, डॉ प्रीति श्रीवास्तव, श्री विशाल शर्मा, प्रतिष्ठा अवस्थी, श्री विवेक बुखारिया, श्री एस एस जमरा एवं अन्य न्यायाधीशगण भी उपस्थित थे।
प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सेवानिवृत्ति श्री अजीत सिंह का न्याय कर्मचारी संघ की ओर से स्मृति चिन्ह अगर फल भेंट कर व शाल ओढ़ा कर सम्मान किया गया। आपका स्वागत कर कार्यालय अधीक्षक सेवंती राठौर, विजय भाबार, सुनील गुप्ता, संदीप जैन, राजेंद्र शर्मा, मनीष व्यास, मोनू प्रजापति, राजेन्द्र प्रजापति, सुनील सोनी एवं अन्य कर्मचारीगण आदि ने किया। समारोह का संचालन ब्रजेश जोशी ने किया आभार छोटे लाल जैन ने माना।