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मदद के लिए तैनात रहेंगे आरएसएस कार्यकर्ता
नई दिल्ली- अयोध्या रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होगी। इसके पहले रामजन्मभूमि परिसर को तैयार किया जा रहा है। इसमें देश के प्रमुख संत, फिल्म कलाकार, वैज्ञानिक, खिलाड़ी, लेखक आदि शामिल होंगे। परिसर में नौ हजार लोगों के बैठने के लिए लगभग तीन लाख वर्ग फीट का ओपन पंडाल बनाया जाएगा। मंच बनने लगा है। इसमें 13 ब्लाक होंगे। ब्लॉक छोटे व बड़े दो आकार के होंगे।
सभी अतिथियों के लिए एक जैसी ही बैठने की कुर्सियां होंगी: श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने अतिथियों की संख्या के सापेक्ष नई कुर्सियां खरीदी हैं। ये कुर्सियां हत्थेदार हैं, जिन पर चार इंच की गद्दी लगाई जा रही है।
पूरे पंडाल को रेड कारपेट से सज्जित किया जाएगा। इसी पर कुर्सियां लगायी जाएंगी। प्राण प्रतिष्ठा के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अतिथियों को संबोधित करेंगे। मंदिर निर्माण से जुड़े श्रमिकों के लिए 350-400 कुर्सियां लगाई जाएंगी। इसके लिए स्थल चिह्नित हो रहा है। यहीं पर पीएम श्रमिकों से वार्ता करेंगे।
तैनात होंगे आरएसएस के कार्यकर्ता:-
रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट व आरएसएस के समन्वय से प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने वाले अतिथियों का अभूतपूर्व अभिनंदन करने की तैयारी चल रही है। संघ, विहिप व एबीवीपी सहित अन्य अनुषांगिक संगठनों के कार्यकर्ता भोजन, आवास व आवागमन व्यवस्था में लगाए गए हैं। परिसर में जब सभी अतिथि बैठेंगे तो उन्हें एक बार जलपान व एक बार भोजन दिया जाएगा। पूरे पंडाल के ब्लाकों में 60 कार्यकर्ताओं का दल तैनात रहेगा, जो अतिथियों का सत्कार करेगा।
अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर नेपाल में हिंदू समुदाय उत्साहित:-
नेपाल में हिंदू समुदाय अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह का उत्साहपूर्वक इंतजार कर रहा है। विशेष रूप से नेपाल के मधेश में हिंदू इस अवसर को धूमधाम से मनाने की योजना बना रहे हैं। जनकपुर स्थित जानकी मंदिर कई सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रमों के साथ प्राण प्रतिष्ठा समारोह मनाने की तैयारी कर रहा है। जनकपुर भगवान राम की ससुराल है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि पूरे जनकपुर शहर में स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है:* जनकपुर के घरों एवं सड़कों को रंग-बिरंगे बल्बों से सजाया गया है। कागज के झंडे और बैनर लगाए गए हैं। अधिकारियों ने कहा कि गंगा आरती तथा रामकथा के साथ ही शोभा यात्रा निकाले जाने की योजना है।
यह गर्व और प्रसन्नता की घड़ी:-
मधेश प्रांत में होटल संघ के अध्यक्ष विजय झुनझुनवाला ने कहा, ‘यह गर्व और प्रसन्नता की घड़ी है। हम उत्साह से प्राण प्रतिष्ठा समारोह की प्रतीक्षा कर रहे हैं।’ करीब तीन सप्ताह पहले जनकपुर से 3,000 भार (बांस से बनी टोकरियां) के साथ शोभा यात्रा जनकपुर से अयोध्या रवाना हुई। इनमें उपहार के रूप में सोने और चांदी के आभूषण, पारंपरिक मिठाइयां, फल और पारंपरिक पोशाक सजाकर भेजे गए हैं। इसके अलावा 21 लोगों का एक समूह ‘प्राण प्रतिष्ठा’ में भाग लेने के लिए अयोध्या रवाना होगा।