वीर बलिदानी दिवस पर बाल स्वयंसेवकों ने नपं सभागृह में देखी साहिबज़ादे की फिल्म
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सीतामऊ। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के तत्वाधान में नगर परिषद के सभागृह में बालकार्य स्वयंसेवकों की टोली द्वारा वीर बलिदानी दिवस पर गुरु गोविंद सिंह जी के चार बेटे साहबजादे बाबा अजीत सिंह और बाबा जुझार सिंह ने मुगलों से युद्ध लड़ा और 26 दिसंबर 1704 को सरहिंद के नवाब ने इस्लाम धर्म कबूल न करने पर गुरु गोबिंद सिंह जी के दो बेटों जोरावर सिंह और फतेह सिंह को जिंदा दीवार में चुनवा दिया था धर्म रक्षा के लिए चारों शहीद हो गए थे। उनकी सच्ची घटनाओं आधारित चलचित्र फिल्म का प्रदर्शन कर किया गया।
कार्यक्रम का उद्देश्य सभी बाल विद्यार्थियों में राष्ट्रीय के प्रति अपने नैतिक दायित्वों का निर्माण किस प्रकार से कर सकते हैं इस चलचित्र फिल्म के माध्यम से सभी विद्यार्थियों ने जाना।इस दौरान बड़ी संख्या में विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थियों व बाल स्वयंसेवकों ने चल चित्र फिल्म को देखा और प्रार्थना कर समापन किया गया।
उल्लेखनीय की 25 दिसंबर केवल क्रिसमस के नाम से ही जाना जाता था परंतु चल चित्र फिल्म के द्वारा सभी को ध्यान में आया कि वास्तव में गुरु गोविंद सिंह के चार पुत्र का बलिदान हुआ इस दिन हुआ था इसलिए आज के बाल दुनिया को ध्यान में होना चाहिए की 25 दिसंबर को बलिदान दिवस के रूप में मनाया जाता है।