

मम्मा का लौकिक जन्म 1920 में एक मध्यम वर्गीय परिवार में माता रोचा व पिता पोकरदास के घर, अमृतसर, पंजाब में हुआ था। 28 वर्ष के निरंतर ज्ञान मंथन व तीव्र पुरुषार्थ के बाद, 24 जून 1965 में मम्मा ने विश्व परिवर्तन के महान कार्य को पूर्ण कर संपूर्णता को प्राप्त किया l ब्राह्मण परिवार में आज भी प्रेरणा के लिए मम्मा का जीवन, उनके गुण, वचन व कर्म याद किये जाते हैं। उक्त उद्गार प्रजापिता ब्रह्मा कुमारी सेवा केंद्र जावरा की संचालिका बी. के.सावित्री दीदी जी ने दी l
इस अवसर पर सभी उपस्थित अथिति श्री गोपाल मेडतवाल (एडवोकेट), श्री संतोष मेडतवाल (एडवोकेट), मंजू बहन भाटी( पुलिस आरक्षक ) केसरीमल कासोट, मोहनलाल नागर के साथ उपस्थिति सभी भाई बहनों ने पुष्पांजलि अर्पित कर मातेश्वरी जी को याद किया l उपस्थित सभी अतिथियों का आभार व्यक्त ब्रह्माकुमारी शिवकन्या दीदी ने किया l