मंदसौर जिलासीतामऊ

सीतामऊ पब्लिक स्कूल द्वारा एक बार फिर कला के क्षेत्र में रचा गया इतिहास

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‘रेट्रो टु मेट्रो’ शैली पर बने इस कार्यक्रम “आनंदोत्सव” मे बच्चों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया

सीतामऊ। सीतामऊ पब्लिक स्कूल के मीडिया प्रभारी दीपेंद्र चौधरी ने बताया कि सीतामऊ पब्लिक स्कूल का 16 आनंद उत्सव वार्षिकोत्सव संपन्न हुआ।

रेट्रो टु मेट्रो’ शैली पर बने इस कार्यक्रम “आनंदोत्सव” मे बच्चों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया जिसमें अंग्रेजी एवं हिंदी दोनों भाषाओं में विद्यालय के बच्चो ने मंच का संचालन स्वयं किया एवं शिक्षकों द्वारा किया गया। कार्यक्रम की खास बात यह थी कि मुख्य अतिथि जो विद्यार्थी पिछले सत्र में विद्यालय के टॉपर या मेरिट में आए थे चाहे वह खेलकूद की श्रेणी से हो चाहे शैक्षणिक श्रेणी के हो उन्ही बच्चो के अभिभावको को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था। मुख्य अथिति के रूप में कयामपुर से विद्यार्थी मिष्टी सोनी जो मध्यप्रदेश की प्रावीण्य सूची में आई थी के पालक श्रीमती एवं श्रीमान गोपाल जी सोनी सीतामऊ के विद्यार्थी जो विगत 3 वर्षों से लगातार राष्ट्रीय स्तरीय प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीती है। हेमलता पांडेय के पालक श्रीमती एवं श्री पूरालाल पांडे, राजाखेड़ी के विद्यार्थी जो कक्षा 10 में ज़िले की प्रावीण्य सूची में अपना स्थान बनाया था उनके पालक श्रीमती एवं श्रीमान जशपाल जी आंजना थे।कार्यक्रम की शुरुआत मधुर गीतों से हुई सभी गीतों का गायन मान्यता भाटी, सुजल जैन, विवेक राठौर, तौकीर पठान, आदि बच्चों द्वारा सुंदर गीतों किं प्रस्तुति दी गई थी ।उसके पश्चात अतिथि स्वागत एवं सरस्वती माता की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया गया ततपश्चात मुख्य अतिथियों द्वारा आशीर्वचन दिए गए जिसमें गोपाल सोनी ने अपने उध्बोधन में कहा कि विद्यालय में जिस पद्धति से शिक्षा दी जाती है वह अतिसराहनीय है हम विद्यालय की शिक्षा पद्धति से संतुष्ट हैं।

पुरालाल पांडे ने कहा की विद्यालय में छात्रों का सर्वांगीण विकास पूर्ण रूप से होता है यह विद्यालय क्षेत्र में ख्याति प्राप्त है।जसपाल आंजना ने कहा कि मैं इस विद्यालय से अपने बालक को किसी अन्य विद्यालय में भर्ती करवाना चाहता था परंतु मेरे बालक ने हठ पूर्वक यही रहने का निश्चय किया और अपने परिणाम के लिए मुझे आश्वस्त किया और उसके परिणाम को देखकर अब मैं गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं की इस विद्यालय की शिक्षा द्वारा मेरे बालक का दसवीं कक्षा मे सर्वश्रेष्ठ परिणाम आया है । उसके पश्चात विद्यालय के निर्देशक डॉ मजहर हुसैन ने अपने उद्बोधन में कहा कि एजुकेशन एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें कुछ कर जाना न केवल एक विद्यालय के लिए बल्कि पूरे देश के लिए एक उपलब्धि है प्राइमरी और फॉर्मल एजुकेशन दोनों ही देश के अहम भाग हैं जिसमें कोई भी प्रगति करना बहुत आसान नहीं है जब हम देशभर में बच्चों के उज्जवल भविष्य की प्रगतिशील यात्रा पर अग्रसर होते हैं तो काफी चीजों का ख्याल रखना जरूरी है इन्हीं सब उपलब्धियां और बातों को मध्य नजर रखते हुए सीतामऊ पब्लिक स्कूल 16 वर्षों से सीतामऊ क्षेत्र में सबसे नामी और प्रगतिशील स्कूल बना हुआ है यह सब संभव हो सका है सीतामऊ के गणमान्य नागरिकों के अथक प्रयासों एवं सहयोग से उनके बिना हम इस उद्देश्य को प्राप्त नहीं कर सकते थे।प्राचार्य डॉ शेरेबानो हुसैन ने स्कूल की उपलब्धियां एवं विद्यालय की शिक्षा पद्धति के बारे में बताते हुए कहा कि बच्चों के लिए तकनीकी शिक्षा से जुड़ी हर सुविधा सीतामऊ पब्लिक स्कूल सुनिश्चित करता है कि वर्चुअल रियलिटी के साथ वह एक ऐसी दुनिया बनाएं जिसे सुरक्षित कक्षा के माहौल में उन छोटी आंखों से देखा जाए और महत्वपूर्ण दृश्य स्थलों की झलक पाने के लिए उन्हें लंबी दूरी की यात्रा नहीं करनी पड़े इसी उद्देश्य को सन 2008 से सीतामऊ पब्लिक स्कूल पूरा कर रहा है और छात्रों केंद्रित करने का कार्य और साथ ही नवीन पाठ्यक्रम के साथ एक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने का लक्ष्य सीतामऊ पब्लिक ने ले रखा है।उप प्राचार्य भारती सोनी ने अपने उद्बोधन में पूर्णतः कार्यक्रम को विस्तार पूर्वक बताया कि किस प्रकार यह प्रोग्राम बनाया गया है जिसमें 50 के दशक से लेकर इस कार्यक्रम की शुरुआत हो रही है और साथ ही आगे बढ़ते हुए हर एक दशक के गाने और जो विख्यात हमारे अभिनेत्री एवं अभिनयकर्ता है उनका उल्लेख अपने शब्दों से किया आगे बढ़ते हुए उन्होंने बताया कि किस प्रकार इसमें क्षेत्रीय भाषाओं का भी प्रयोग किया गया है जैसे पहाड़ी बंगाली मराठी राजस्थानी इत्यादि पर प्रस्तुति दी।उसके पश्चात गणेश वंदना व राष्ट्र वंदना, तथा फिल्मी दौर के शुरुआती दशक से लेकर के वर्तमान समय के गीतों पर बच्चों द्वारा शानदार प्रस्तुति दी गई जिसे सभी आयु वर्ग के लोगों द्वारा सराहा गया इस कार्यक्रम में हिंदी भाषा के गीतों के साथ क्षेत्रीय भाषाओं जैसे मराठी तेलुगू तमिल बंगाली पहाड़ी इत्यादि भाषा के प्रचलित गीतों को भी शामिल किया गया।अथितियों का स्वागत विद्यालय के प्रबंधक डॉ मजहर हुसैन, मुस्तफा प्रतापगढ़ वाला, तैयब अली हकीम साहब , प्राचार्य डॉ शेरे बानो, रजिया प्रतापगढ़ वाला, श्रीमती फातिमा हकीम, ने किया।

 

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