मौसममंदसौरमध्यप्रदेश

मौसम अपडेट: वेस्टर्न डिस्टरबेंस से सुबह जिले कई क्षेत्रों में हुई बारिश, 4-5 दिंसबर को भी बरसात का अनुमान

 

शुक्रवार को अचानक मौसम बदला और मंदसौर जिले के कई क्षेत्रों में बारिश हुई। जिले के शामगढ़, सुवासरा, सीतामऊ, नाहरगढ़ क्षेत्र में सुबह झमाझम बारिश हुई। इससे हवाओं में ठंडक घुल गई। वहीं जिले में न्यूनतम तापमान 15 डिग्री और अधिकतम तापमान 24 डिग्री के आसपास बना हुआ है।

मौसम वैज्ञानिकों की माने तो अबकी बार वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ), चक्रवात और ट्रफ लाइन एक्टिव है, जिससे बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम बना हुआ है।

मौसम जानकारों के अनुसार 8-9 दिसंबर तक प्रदेश में बादल-हल्की बारिश होगी, जबकि दूसरे पखवाड़े की शुरुआत के साथ ठंड का असर भी बढ़ जाएगा। जिले में 4, 5 दिसम्बर को भी जिले में हल्की बारिश का अनुमान है। इसके बाद ठंड बढ़ जाएगी।

पहले सप्ताह के बाद बढ़ेगी ठंड

मौसम जानकारों की माने तो दिसंबर की शुरुआत बारिश के साथ होगी। वेस्टर्न डिस्टरबेंस के एक्टिव होने से प्रदेशभर में मौसम ठंडा रहेगा। वहीं, पूर्वी हिस्से में हल्की से मध्यम बारिश होगी। दिसंबर में मौसम का ट्रेंड देखें, तो दिसंबर में वेस्टर्न डिस्टर्बेस स्ट्रॉन्ग आते हैं।

वहीं, उत्तरी हवाएं आने से दिन-रात के तापमान में गिरावट होती है। अनुमान के अनुसार इस बार दिन-रात के तापमान नॉर्मल ही बने रहेंगे, लेकिन यदि उत्तरी भारत यानी जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी होती है, तो टेम्प्रेचर लुढ़क भी सकता है।

भारतीय मौसम विभाग के भोपाल केंद्र के अनुसार- अगले 36 घण्टे में मध्यप्रदेश के भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर-मालवा, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोक नगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुर कला, सिंगरौली, सीधी, रीवा, सतना, अनुपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़ एवं निवाड़ी ज़िलों में अनेक स्थानों पर गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है। वहीं इस दौरान कुछ स्थानों पर ओला वृष्टि होने की भी संभावना है।

कृषि विभाग ने किसानों के लिए एडवाइजरी कर बताया परिपक्व फसलों की जल्द से जल्द कटाई करें और उन्हें सुरक्षित स्थान पर जमा करें।केले के गुच्छों को बांस की डंडियों या पॉलीप्रोपाइलीन की डंडियों से सहारा दें।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
WhatsApp Icon
Whatsapp
ज्वॉइन करें
site-below-footer-wrap[data-section="section-below-footer-builder"] { margin-bottom: 40px;}