समाचार मध्यप्रदेश नीमच 27 नवंबर 2023

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मतगणना पर्यवेक्षकों व सहायकों का प्रशिक्षण सम्पन्न
पांच कक्षों में होगी मतगणना-गणना स्थल पर मोबाईल वर्जित
नीमच 26 नवंबर 2023, कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री दिनेश जैन कीउपस्थिति में रविवार को जिला पंचायत सभाकक्ष में गणना पर्यवेक्षकों व गणनासहायकों को मतगणना प्रक्रिया संबंधी प्रशिक्षण दिया गया। कलेक्टर ने कहा, किमतणगना कार्य एक अत्यन्त महत्वपूर्ण कार्य है। मतगणना में किसी तरह की कोईगलती ना हो, इसलिए यह जरूरी है, कि मतगणना का कार्य सावधानीपूर्वक कियाजाये। प्रशिक्षण में प्रजेन्टेशन के माध्यम से बताया गया कि, मतगणना के दौरानछोटी-छोटी बातों को भी गम्भीरता से लें, और उनका पालन सुनिश्चित करें। गणनाके दौरान पूरी पारदर्शिता व निष्पक्षता बरते तथा निर्वाचन नियमों का अनुसरणकरें।
मास्टर ट्रेनर डॉ. राजेश पाटीदार ने मतगणना कार्य की ड्यूटी में लगे,अधिकारी सहायक स्टाफ को मतगणना निर्वाचनों का संचालन नियमानुसारविभिन्न विधिक उपबंध नियम-50 से 54 के 55 ग 80 से 88 तक लोकप्रतिनिधित्व व गणना सहायक के रूप में आने वाली कठिनाईयों को भी विस्तार सेसमझाया तथा उनकी शंकाओं का भी समाधान किया। प्रशिक्षण में डाले गए,मतपत्रों ईव्हीएम और वीवीपीएटी मशीन का प्रदर्शन कर, गणना के बारे में विस्तारसे समझाईश दी।
मतणना की प्रक्रिया समझाई
मास्टर ट्रेनर डॉ. राजेश पाटीदार ने ईव्हीएम में मतों की गिनती की प्रक्रिया को प्रशिक्षण प्रजेंटेशन के माध्यम से समझाया। मतगणना प्रशिक्षण में नियम 66 (क) द्वारा तीन नये नियम अर्थात 55 (ग) गणना पूर्व मशीनों की संविक्षा, 56(ग) मशीनों द्वारा मतों की गणना 57 (ग) गणना उपरांत मशीन की सीलिंग से
संबंधित जानकारी दी। प्रशिक्षण में गणना अभिकर्ता, हाल में बैठक व्यवस्था,गणना हॉल में प्रवेश का विनियन, रेण्डेमाईजेशन, डाकमत पत्रों की गणना अपेक्षितडाक मतपत्र पोस्टल बैलेट गणना उपरांत फार्मेट भरना जैसे महत्वपूर्ण बिन्दुओं कीविस्तार से जानकारी दी। डाक मतपत्रों की गणना के पश्चात ईव्हीएम में डाले गए,मतों की गणना प्रारम्भ होगी। गणना के प्रथम राउण्ड की सीयू की गणना समाप्तहोने टेब्यूलेशन शीट तैयार होने व आरओ व ऑब्जर्वर के हस्ताक्षर होने के उपरांतदूसरे राउण्ड की सीयू गणना हेतु लाई जायेगी। काउंटिंग उपरात आयोग को भेजेजाने वाली जानकारी, राउण्डवार इव्हीएम से गणना राउण्डबार और तैयार,व्हीव्हीपीएटी पर्चियों की गणना, व्हीव्हीपीएटी पची सत्यापन प्रक्रिया की सूचनाआरओ द्वारा प्रयाप्त समय पूर्व अभ्यर्थी अथवा उसके अभिकर्ता को लिखित मेंदेकर पावती रखना डाक्त तम पत्रों का का पूर्न सत्यापन निर्वाचन का प्रमाण पत्र(प्ररूप 22) घोषणा की प्रतिया गणना उपरांत की कार्यवाही निर्वाचन की विवरणीयपरूप 21 ड, आदि बिन्दुओं को प्रजेंटेशन के माध्यम से विस्तार से समझाया।
कुल 42 गणना टेबल होगी मतगणना
प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के मतों की गिनती 14-14 टेबलें मतगणना कार्य मेंलगेगी। इस प्रकार कुल 42 कर्मचारी गणना करेंगे। प्रत्येक गणनाकक्ष में एक-एकसहायक रिटर्निंग आफीसर भी तैनात किये गये है। इसके अलावा प्रत्येक गणनाटेबल पर एक मतगणना पर्यवेक्षक मतगणना सहायक तथा एक माईक्रो आब्जर्वरभी तैनात रहेगे। गणना में लगे, सभी कर्मचारियों को मतगणना स्थल पर प्रातः 6बजे उपस्थित होना होगा। इन कर्मचारियों का रेण्डमाईजेशन करने के लिए चुनावप्रेक्षक एवं जिला निर्वाचन अधिकारी प्रातः 6 बजे उपस्थित होकर यह कार्यसम्पन्न करेगे। कलेक्टर द्वारा प्रशिक्षित कर्मचारियों की सूची प्रेक्षक को दीजाएगी। एक सूची मतगणना पर्यवेक्षक की तथा दूसरी सूची मतगणना सहायकों कीहोगी। गणना पर्यवेक्षक और सहायकों को एक यूनिक सीरियल या कोड नम्बर भीआंवटित किया जाएगा। रेण्डमाईजेशन की प्रक्रिया चुनाव पर्यवेक्षकों की उपस्थितिमें होगी और इसकी रेकार्डिग भी की जाएगी। गणना के लिए रिजर्व कर्मचारियों कोभी नियुक्त किया जाएगा। प्रत्येक चक्र की गणना होने के उपरांत रिटर्निंगआफीसर दवारा सारणीकरण कर प्रास मतो का विवरण प्रेक्षक से प्रतिहस्ताक्षरितकरने के बाद ही उद् घोषित किया जा सकेगा। प्रशिक्षण में निर्देश दिए गए किगणना कार्य में संलग्न कर्मचारी सही रिपोर्ट करेगे।मोबाईल रहेगें प्रतिबंधित मीडिया कर्मियों से अपेक्षा की गई है, कि वे मतगणना स्थल पर स्थापित मीडियाकक्ष में ही उपस्थित रहे। फोटो ग्राफर वीडियो ग्राफर बारी-बारी से गणना कक्ष मेंलगे हुए, बेरिकेट्स के बाहर से फोटो कव्हरेज कर सकेगें। लेकिन किसी भी कक्ष मेंसामने एक साथ एकत्रित न.हो साथ ही वीडियोग्राफर किसी भी गणना कक्ष कीलगातार शूटिंग न करें। सिर्फ अपना फुटेज लेकर हट जाए। मीडिया कक्ष में
चक्रवार मतगणना की जानकारी उद्घोषणा के माध्यम से दी जाएगी। मीडियाकर्मियों से यह अपेक्षा है, कि मतगणना स्थल पर अनावश्यक भ्रमण नहीं करे।कलेक्टर श्री जैन ने बताया, कि गणना स्थल पर मोबाईल फोन नहीं ले जाया जासकेगा। मतदान अभिकर्ता, मतगणना कर्मी अपने मोबाईल मतगणना स्थल पर नहीं लाए।
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जैन दिवाकर जयंती उत्सवः लोकाशाह जयंती एवं विदाई समारोह आज,
राष्ट्रीय विकास के लिए सामाजिक एकता के पक्षधर थे चैथमल जी महाराज साहब – प्रवर्तकश्री विजयमुनिजी म. सा.
नीमच 26 नवम्बर 2023 (केबीसी न्युज) चैथमल जी महाराज साहब राष्ट्रीयविकास के लिए सामाजिक एकता के पक्षधर थे । चैथमल जी महाराज साहब सभीसंप्रदायों के गुरुओं का सम्मान करते थे ।वे मानवता विकास के लिए सदैव तत्पर रहते थे।उन्होंने देश में अनेक पीड़ित मानवता जीव दया समाज सेवा प्रकल्प के लिए अनेक लोगों को प्रेरित किया था। गुरुदेव सभी संप्रदाय के लोगों से प्रेम सद्भाव के साथ व्यवहार करते थे। गुरुदेव का छत्तीस कोम के लोग आदर करते थे जो आज भी आद-रु39र्या प्रेरणादाई प्रसंग है।यह बात जैन दिवाकरीय श्रमण संघीय, पूज्य प्रवर्तक, कविरत्न श्री विजयमुनिजी म. सा. ने कही। वे श्री वर्धमान जैन स्थानकवासी श्रावक संघ के तत्वावधान में गांधी वाटिका के सामने जैन दिवाकर भवन पर दिवाकर जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित धर्मसभा में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि चैथमल जी महाराज साहब का जीवन भगवान महावीर की सर्वोदय भावना को साकार करता था क्योंकि उन्होंने एक संप्रदाय विशेष में भले ही जन्म लिया था और जैन साधु दीक्षा स्वीकार की लेकिन मानव समाज में अहिंसा मानवीय संवेदना की जागृति के लिए गांव-ंउचयगांव गली-ंउचयगली राज्य राज्य घूम कर उन्होंने उच्च नीच का भेदभाव मिटाया गरीब से लेकर उच्च वर्ग तक जीव दया की भावना का संदे-रु39या दिया। भारतीय आर्य सभ्यता और तथा संस्कारो को घर-ंउचयघर तक पहुंचाया और कहा था कि हम सब अपने जीवन में हर मानव के प्रति प्रेम पूर्वक दिल में सहृदयता का वास रखें और एक दूसरे के सहयोगी बनेऔर सदैव भलाई के पुण्य कर्म करते रहे ताकि भारत दे-रु39या का गौरव पूरे विश्व में ब-सजय़ सके और पूरी दुनिया भारत की संस्कृति से प्रेरणा लेकर अपने जीवन में आत्म -रु39याांति को प्राप्त कर सकें ।यह है स्पष्ट है कि जिस प्रकार दर्पण सदैव सच बोलता है उसी प्रकार चैथमल जी महाराज साहब की कथनी और करनी में सामंजस्य था इसलिए वह हिंदू मुस्लिम सिख इसाई फारसी सभी छत्तीस कोम में मानवता के कल्याणकारी आधार की दृष्टि से देखे जाते थे।अहिंसा जीव प्रेम भाईचारा का संदे-रु39या उन्होंने समाज को समय-ंउचयसमय पर सिखाया था तभी तो वह जन-ंजन के दिवाकर और जगत वल्लभ कहलाए थे।चैथमल जी महाराज साहब की बताएं उपदेशों पर चले तो हमारे जीवन का कल्याण हो सकता है।
साध्वी डॉक्टर विजय सुमन श्री जी महाराज साहब ने कहा कि महापुरुषों के उपदेश पर चले तो जीवन का कल्याण हो सकता है। लोकाशाह जयंती आज जैन दिवाकर महिला मंडल नीमच छावनी की अध्यक्ष श्रीमती रानी राणा,सचिव सीमा चोपड़ा, कोषाध्यक्ष सुरेखा चंडालिया ने बताया कि गुरु चैथमल जी महाराज साहब जैन दिवाकर के 146 वें जयंती महोत्सव के पावन उपलक्ष्य एवं कार्यक्रम की श्रृंखला में रविवार 26 नवंबर को सुबह 9 बजे जैन दिवाकर का चालीसा पाठ आयोजित किया गया। दो भाग्यशाली विजेताओं के ड्रॉ खोलकर सम्मानित किया गया। ड्रॉ के धर्म लाभार्थी श्रीमती संगीता राजेंद्र जारोली तथा मंजू सांवर लाल कांठेड़ परिवार थे। दोपहर 1 बजे बच्चों की धार्मिक फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता 11 वर्ष से ऊपर वर्ग की आयोजित की गई। हॉस्पिटल में फल वितरण कार्यक्रम भी आयोजित किया ।आज 27 नवंबर को सुबह 9 बजे लोका शाह जयंती एवं विदाई समारोह आयोजित किया जाएगा।
इस अवसर पर विभिन्न धार्मिक तपस्या पूर्ण होने पर सभी ने सामूहिक अनुमोदना की। धर्म सभा में उपप्रवर्तक श्री चन्द्रशमुनिजी म. सा, अभिजीतमुनिजी म. सा., अरिहंतमुनिजी म. सा., ठाणा 4 व अरिहंत आराधिका तपस्विनी श्री विजया श्रीजी म. सा. आदि ठाणा का सानिध्य मिला। चातुर्मासिक मंगल धर्मसभा में सैकड़ों समाज जनों ने बड़ी संख्या में उत्साह के साथ भाग लिया और संत दर्शन कर आशीर्वाद ग्रहण किया। धर्म सभा का संचालन भंवरलाल दशलहरा ने किया।
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सुपात्र को दान दिए बिना घर -श्मशान के समान होता है-आचार्य प्रसन्नचंद्र सागरजी
नीमच 26 नवम्बर 2023 (केबीसी न्युज) जब भी किसी साधु संत को दान करेंतो मन पवित्र, आहार निर्दोष और भाव भी पवित्र होना चाहिए। बहता पानी शुद्ध होता है। उसी प्रकार विचरण करते संत चलते- फिरते पवित्र तीर्थ समान होते हैं। सुपात्र को दान दिए बिना घर शमशान के बराबर होता है। संत घर-ंघर भिक्षा और गांव-ंगांव विहार करता है। इससे समाज शक्ति-शाली ऊर्जावान गतिमान सजग रहता है।संत समाज और दूसरों के कल्याण के लिए निरंतर परिश्रम का पुरुषार्थ करता है इसलिए उसकी आत्मा पवित्र रहती है।यह बातश्री जैन श्वेतांबर भीड़ भंजन पाश्र्वनाथ मंदिर ट्रस्ट श्री संघ नीमच के तत्वावधान में बंधू बेलडी पूज्य आचार्य श्री जिनचंद्रसागरजी मसा के शिष्य रत्न नूतन आचार्य श्री प्रसन्नचंद्र सागरजी मसा ने कही। वेचातुर्मास के उपलक्ष्य में मिडिल स्कूल मैदान के समीप जैन आराधना भवन में आयोजित धर्मसभा में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि परमात्मा की आज्ञा मेंरहने वाला ही पवित्र और सच्चा मानव होता है।यदि हमारा नौकर भी आज्ञा नहींमाने तो वह भी हमें प्रिय नहीं लगता है।इसी प्रकार परमात्मा की आज्ञा नहींमानेंगे तो हम भी परमात्मा के प्रिय नहीं बन पाएंगे। परमात्मा करुणा के सागर होते हैं हमें जो कुछ इस संसार में मिलता है यह परमात्मा की कृपा से ही मिलताहै।देवगुरु धर्म आर्य कुल और आर्य देश में जन्म मिला है यह हमारे पुण्य का ही फल होता है। मानव पुण्य और पाप दोनों साथ-साथ करता है तो मोक्ष में नहीं जा सकता है इसलिए अगर मोक्ष जाना है तो 12 व्रत का पालन करना होगा तभी आत्म कल्याण का मार्ग मिल सकता है परमात्मा की अंतिम देशना यही है कि पाप केमार्ग को बंद कर दो और पुण्य के मार्ग पर निरंतर आगे बठ़ते रहो। पांच माह बीत गए हैं चातुर्मास में किस प्रकार प्रवचन होते रहे और समय निकल गया और किसी को पताही नहीं चला यह सभी का चातुर्मास के प्रति समर्पण भाव दर्शाता है। श्री संघ अध्यक्ष अनिल नागौरी ने बताया कि धर्मसभा में तपस्वी मुनिराज श्री पावनचंद्र सागरजी मसाएवं पूज्य साध्वीजी श्री चंद्रकला श्रीजी मसा की शिष्या श्री भद्रपूर्णा श्रीजी मसा आदिठाणा 4 का भी चातुर्मासिक सानिध्य मिला।आतिशबाजी त्याग एवं धर्म संस्कार ग्रहण पर 64 बच्चों का किया सम्मान,इस अवसर पर 64 बच्चों को पटाखे आतिाबाजी नहीं छोड़ने तथा धार्मिक पाठशाला में संस्कार ग्रहण करने के उपलक्ष्य में बैग शिक्षण और खेल सामग्रीप्रदान कर सम्मान किया गया।समाज जनों ने उत्साह के साथ भाग लिया। उपवास, एकासना, बियासना, आयम्बिल, तेला, आदि तपस्या के ठाठ लग रहे है। धर्मसभा का संचालन सचिव मनीष कोठारी ने किया। शीतलहर के बावजूद सैकड़ो धर्माव लंबी समाज जनकार्यक्रम में उपस्थित थे।
महाराज श्री ने कहा कि गुरुवाणी अमृत प्रवचन शुभ योग से मिलते हैं यह पुण्य काही फल होता है साधु संत की सेवा का पुण्य कभी निष्फल नहीं जाता है। साधु संत सजग और सुरक्षित है तो धर्म सुरक्षित है और धर्म सुरक्षित है तो समाज सुरक्षित है समाज सुरक्षित है तो राष्ट्र सुरक्षित है राष्ट्र सुरक्षित है तो संसार सुरक्षित है।
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दिवाकर जयंती रक्तदान शिविर में 40 यूनिट रक्तदान
नीमच 26 नवंबर 2023 (केबीसी न्यूज़) जैन दिवाकरीय श्रमण संघीय, पूज्य प्रवर्तक, कविरत्न श्री विजयमुनिजी म. सा. चंद्रेश मुनि जी महाराज साहब अभिजीत मुनि महाराज साहब अरिहंत मुनि जी महाराज साहब साध्वी डॉक्टर विजया श्री जी महाराज साहब के सानिध्य एवं श्री वर्धमान जैन स्थानकवासी जैन नवयुवक मण्डल के तत्वावधान में गांधी वाटिका के सामने जैन दिवाकर भवन पर दिवाकर जयंती के उपलक्ष्य में रोगियों को स्वस्थ करने तथा घायलों की प्राणों की रक्षा के उद्देश्य सेश्री वर्धमान स्थानकवासी जैन नवयुवक मंडल नीमच के अध्यक्ष संजय डांगी, उपाध्यक्ष रविंद्र वीरवाल जैन ,सचिव विनय जैन कोषाध्यक्ष प्रशांत बाफना, सह सचिव नीतेश मोगरा ने बताया कि 26 नवंबर रविवार सुबह 11 बजे से 3 बजे तक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया जिसमें विधायक दिलीप सिंह परिहार ,ने कहा कि समाज के अंतिम व्यक्ति तक चिकित्सा सेवा का प्रकल्प पहुंचना चाहिए चिकित्सालय में घायल और रोगी को जीवन दान देने के लिए रक्तदान महादान होता है। रक्तदान से प्रेरणा लेकर युवा वर्ग पीड़ित मानवता की सेवा में सजग भूमिका निभाए तो यह समाज और राष्ट्र तेजी से विकसित हो सकता है । समाजसेवी संतोष चोपड़ा ने कहा कि रक्तदान के क्षेत्र में नीमच जिले ने रिकॉर्ड बनाया है दिवाकर जयंती महापुरुषों की जयंती पर युवाओं ने रक्तदान का अभिनव सेवा प्रकल्प को पूरा किया है। समाज उनकी सेवा को प्रोत्साहन प्रदान करता है।नगर पालिका अध्यक्ष स्वाती गौरव चोपड़ा ने कहा कि रक्तदान जीवनदान है यह अभियान जन-जन का अभियान बनना चाहिए। डॉक्टर एलबीएस चैधरी, डॉक्टर बी. एल. बोरीवाल, सागरमल सहलोत ,चातुर्मास समिति संयोजक बलवंतसिंह मेहता, मनोहरलाल शंभू बम,पूरणमल कोठारी, भंवरलाल देश लहरा, निर्मल कुमार पितलिया, सहित अतिथि उपस्थित थे। इस अवसर पर , विभोर पितलिया, ,महेंद्र वीरवाल ,सचिन मोगरा सुनील सहलोत, मनिष पोरवाल नवकार, सहित अनेक समाज जन उपस्थित थे। गुरु चैथमल जी महाराज साहब जैन दिवाकर के 146वें जयंती के पावन उपलक्ष में रक्तदान शिविर आयोजित किया गया । जिसमें दोपहर 3 बजे तक 40 यूनिट रक्तदान हो चुका था। रक्तदान शिविर निरंतर जारी था। इस अवसर पर रक्त बैंक रेड क्रॉस सोसाइटी के सत्येंद्र सिंह राठौड़ पतलासी, ईश्वर सिंह शिशिर गायकवाड, मुकेश शर्मा एवं ज्ञानोदय इंस्टीट्यूट आफ नर्सिंग के 16 से अधिक प्रशिक्षु छात्र-ंउचयछात्राओं ने अपनी सेवाएं प्रदान की।