भ्रष्टाचारगरोठमध्यप्रदेश

कोटड़ा बुजुर्ग में सूक्ष्म जल आवर्धन योजना में लीकेज ही लीकेज


एक भी दिन पूरे समय नहीं चली योजना


कोटड़ा बुजुर्ग।जल संसाधन विभाग द्वारा कोटड़ा बुजुर्ग में जो लाइन डाली गई है इसके अंतर्गत कोटडा बुजुर्ग, काला खेड़ा ,बरखेड़ा और बोलिया को पानी मिलना था।  2 साल बाद भी अभी तक किसानों को मात्र 20 घंटे भी पानी नहीं मिला है । 5-6 घंटे से ज्यादा अभी तक जल सिंचाई योजना नहीं चली है।
युवक कांग्रेस के जिला अध्यक्ष प्रकाश पटेल,कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष एनडी वैष्णव पत्रकार, ब्लॉक कांग्रेस वरिष्ठ उपाध्यक्ष पूर्व सरपंच बाबूलाल पाटीदार ,सरपंच प्रतिनिधि कमलेश खेर ने आरोप लगाया कि जल संसाधन विभाग द्वारा कोटड़ा बुजुर्ग में जो लाइन डाली गई है इसके अंतर्गत कोटडा बुजुर्ग, काला खेड़ा ,बरखेड़ा और बोलिया को पानी मिलना था।  2 साल बाद भी अभी तक किसानों को मात्र 20 घंटे भी पानी नहीं मिला है । 5-6 घंटे से ज्यादा अभी तक जल सिंचाई योजना नहीं चली है।  रोज-रोज के लीकेज लीकेज और लीकेज इसके अलावा कोई भी आवाज इस सूक्ष्म जल आवर्धन योजना के अधिकारियों और ऑफ़ शोर  कंपनी के करिंदों की नहीं सुनाई देती है।  अगर जब यह लाइन डाली गई मई जून की गर्मी में तब अधिकारी इसका निरीक्षण करते तो आज यह लीकेज का सामना नहीं करना पड़ता।  किंतु जब यह योजना पाइपलाइन डाली जा रही थी तब अधिकारी एयर कंडीशनर में बैठकर आराम फरमा रहे थे तब  पाताल लोक में कई बार गंभीर सवाल उठाए थे कि जो में लाइन 4 से 6 फीट डाली जाना थी वह कहीं तो एक दो फीट पर ही डाल दी गई है । और किसानों के खेतों में जब प्लाविग की जाती है तब यह पाइपलाइन टूट फूट हो गई है, क्योंकि मानक स्तर से नीचे नहीं डाली गई। इसका हश्र यही होना था और हुआ भी । अब अधिकारी और आफ़शोर कंपनी के कर्मचारी बगले झांक रहे हैं । जैसे ही दो-तीन घंटे लाइन चलती है कहीं ना कहीं लीकेज सामने आ जाता है, दिन-रात लीकेज लीकेज और लीकेज ढूंढते ही रहे हैं।  पानी का लीकेज कोई दो दिन तक ठीक नहीं कर पाते अभी तो कई जगह लाइन है खुली पड़ी है और टूटी-फटी पड़ी है जैसे वहां चालू की जाएगी फिर लीकेज  जाएंगे ।
युवा कांग्रेस एवं कांग्रेस के पदाधिकारी ने जल संसाधन विभाग की परियोजना के चीफ   एग्जीक्यूटिव इंजीनियर नवीन गौर और आफ़ शोर कंपनी के प्रबंधक शरद जैन को आगाह किया है कि अगर वह तीन दिनों में इस लाइन को सही नहीं चलाएंगे और बार-बार बंद करेंगे तो उन्हें आंदोलन का रास्ता हथियार करना पड़ेगा।
इनका कहना ,,,
अगर यह लाइन भानपुरा से लिंक होती है तो 1260 करोड़ की थी आवरा से लिंक हुई तो 1662 करोड़ की हो गई अभी तक किसानों को कभी का पानी मिल गया होता और शासन को 402 करोड़ का नुकसान भी नहीं उठाना पड़ता .
जब लाइन डाली गई थी तब अधिकारी कुंभकरण की नींद में एयर कंडीशन में सोए थे उसका नतीजा है कि आज जगह-जगह लीकेज मिल रहा है।

-प्रकाश पटेल  जिला अध्यक्ष
 जिला युवक कांग्रेस मंदसौर

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बहुत ही घटिया स्तर की लाइन डाली गई है कहीं-कहीं तो यह मात्र दो तीन फीट ही ऊपर है और कहीं तो अभी भी खुली दिखाई दे रही है इसे सही ढंग से डाली गई होती तो आज बार-बार लीकेज नहीं आता।

-एनडी वैष्णव  जिला उपाध्यक्ष

कांग्रेस कमेटी जिला मंदसौर
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जब लाइन डाली जा रही थी तभी टूटे फूटे  पाइप हमारे खेत पर डाले गए मैंने उसे समय विरोध किया था कि आप फूटा पाइप निकालो और सही डालो पर कंपनी के कारिन्दों ने कहा कि जब लाइन चालू करेंगे तो उसको बदल देंगे ,आज तक नहीं बदला और इसके लीकेज से मेरे खेत में पानी भर गया।
-बाबूलाल पाटीदार  वरिष्ठ ब्लॉक उपाध्यक्ष
कांग्रेस कमेटी गरोठ, पूर्व सरपंच ,कोटड़ाबुजुर्ग
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बार-बार टेलीफोन लगा रहे हैं पर जल संसाधन विभाग के अधिकारी और आफ़शोर कंपनी के कर्ताधर्ता फोन भी नहीं उठाते हैं, किसानों में आक्रोश है कभी भी किसानों का जन आक्रोश आंदोलन का स्वरूप ले सकता है
-कमलेश खेर सरपंच प्रतिनिधि
ग्राम कोटड़ा बुजुर्ग

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