समाचार मध्यप्रदेश मंदसौर 06 जून 2025 शुक्रवार

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मानव और पर्यावरण के बीच का संबंध बहुत गहरा होता
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विश्व पर्यावरण दिवस पर कलेक्टर श्रीमती गर्ग ने जिला सहकारी केंद्रीय बैंक परिसर में किया पौधारोपण
मंदसौर 5 जून 25/ विश्व पर्यावरण दिवस पर कलेक्टर श्रीमती अदिती गर्ग ने जिला सहकारी केंद्रीय बैंक परिसर में एक पेड़ मां के नाम अभियान अंतर्गत पौधारोपण किया। इस दौरान मुख्य कार्यक्रम अधिकारी, सहकारी बैंक श्री सुनील कच्छावा, बैंक प्रधान कार्यालय के समस्त अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।
एक पेड मां के नाम अभियान अंतर्गत कलेक्टर श्रीमती गर्ग ने आम नागरिक को अपील कि आप सभी एक पेड़ मां के नाम जरूर लगाए, साथ ही उसे पेड़ की देखभाल भी करें । उन्होंने कहा कि हम सभी अपने जीवन के विशेष अवसरों जैसे जन्म दिवस, वर्षगांठ आदि पर एक पेड़ अवश्य लगाएं।
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विश्व पर्यावरण दिवस मेडिकल कॉलेज परीसर में 40 पौधे लगाए गए
मंदसौर 5 जून 25/ सुंदरलाल पटवा शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय अधिष्ठाता द्वारा बताया गया कि विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में सुंदरलाल पटवा शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय परीसर में पौधारोपण किया गया। जिसमें डॉ. शशि गाँधी अधिष्ठाता के मार्गदर्शन में एवं डॉ. उर्मीला तोमर व उनके सहयोगी मेम्बर सार्थक सोश्यल वेल फेयर सोसायटी मंदसौर के सहयोग से विश्व पर्यावरण दिवस पर कालेज परिसर में समस्त चिकित्सक एवं अन्य चिकित्सकीय स्टाफ तथा छात्र – छात्राओं द्वारा 40 पौधों का पौधारोपण किया गया। आगामी दिनों में और वृक्षों का पौधारोपण किया जाएगा। कुल पांच सो वृक्षों के पौधारोपण का लक्ष्य है। इस अवसर पर सुंदरलाल पटवा शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय मंदसौर में एमबीबीएस प्रथम वर्ष के अध्यनरन छात्र – छात्राओं द्वारा पर्यावरण पर जनजागरूक के लिये पोस्टर एवं नुक्कड नाटक कर सभी को जानकारी प्रदान की गई। इस अवसर पर कॉलेज परिसर में प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने का संकल्प भी लिया गया। तथा डॉ. शशि गाँधी अधिष्ठाता द्वारा अपिल की गई कि भविष्य में पर्यावरण की सुरक्षा व वृक्षों कों बचाने हेतु हर प्रकार का प्रयास किया जावे। इस अवसर पर कार्यक्रम के संयोजक डॉ. राजविर सिंह चौरसिया प्राध्यापक एनाटॉमी एवं डॉ. सुनील कांत गुलेरी, डॉ. राकेश, डॉ. सौमित्र सेठिया, डॉ. श्रीकांत, डॉ. कृष्ण गोपाल एवं अन्य सभी स्टाफ मेम्बर्स, सिनियर रेसीटेड, जूनियर रेसीटेड तथा छात्र-छात्राएँ उपस्थित थे।
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पर्यावरण को बचाने के लिये उद्यानिकी महाविद्यालय में हुआ पौधरोपण
मंदसौर 5 जून 25 / विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर उद्यानिकी महाविद्यालय मंदसौर में पौधरोपण का कार्यक्रम आयोजित किया गया। कॉलेज के प्रभारी अधिष्ठाता डॉ एस.के. चौधरी ने विश्व पर्यावरण दिवस पर बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए एवं पर्यावरण को बचाने के लिए हमारी भूमिका को निर्धारित करने की बात कही। एनएसएस प्रभारी श्री प्रदीप तुरुकमाने ने बताया की प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी कॉलेज ने विश्व पर्यावरण दिवस कार्यक्रम आयोजित कर कई तरह के फल एवं फूलों के पौधे रोपित किए एवं पर्यावरण को प्रदूषण से मुक्त रखने का आव्हान किया। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापकगण एवं विद्यार्थी सम्मिलित हुए।
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विकसित कृषि संकल्प अभियान अंतर्गत मानपुरा, भगौर एवं खजुरीनाग में हुआ चौपाल का आयोजन
चौपाल के माध्यम से किसानों को किया जागरूक
मंदसौर 5 जून 25/ वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी सीतामऊ द्वारा बताया गया कि, विकसित कृषि संकल्प अभियान अंतर्गत किसान कल्याण एवं कृषि विकास विभाग तथा कृषि विज्ञान केन्द्र मन्दसौर के संयुक्त तत्वाधान में विकासखण्ड सीतामऊ के ग्राम मानपुरा, भगौर एवं खजुरीनाग में सोयाबीन, उड़द, मुंगफली, मक्का आदि खरीफ फसलों की उन्नत उत्पादन तकनिकी की विस्तृत जानकारी दी।
डॉ. देवेन्द्रकुमार ने कृषकों को आगामी खरीफ फसलों की बुआई की तैयारी के संबंध में विस्तार से जानकारी देते हुये बताया की प्रत्येक तीन वर्ष में एक बार गहरी जुताई करे। जिससे बीजो का अंकुरण अच्छा होता है तथा रोग व कीटव्याधि में कमी आती है इसके पश्चात डॉ. कुमार ने बताया की मिट्टी परीक्षण बीज उपचार तथा जल निकास के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
डॉ. अल्पना कुम्हारे ने बताया कि सोयाबीन फसल की उन्नत उत्पादन तकनिकी के संबंध में विस्तार से कृषकों को सोयाबीन फसल से अधिक उत्पादन प्राप्त करने के लिये किसान भाई सोयाबीन की नवीन किस्में एन.आर.सी. 142, एन.आर.सी. 138, एन.आर.सी. 152, एन.आर.सी. 150, आर.वी.एस. -24, आर.वी.एस. 18. जे.एस. 2098, जे.एस. 2172, जे.एस. 2094 आदि की विशेषताओं के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी देते हुये जैविक खेती तथा सोयाबीन में रोग व्याधि जेसे एरियल ब्लाईट रोग के लक्ष्ण व नियंत्रण के लिए पूर्व मिश्रित फफूंदनाशक फ्लोक्जापाइराक्झाड 25% + पायरोक्लास्ट्रोबिन 25%sc के कि 300 मि.ली. मात्रा प्रति 500 लीटर पानी में घोल बनाकर के प्रति हेक्टयर की दर से स्प्रे करे।
वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी श्री एम.डी. शिन्दे ने सोयाबीन मोजेक रोग नियंत्रण के लिये डाइमेथोएट 30% EC की 1000 एम. एल. मात्रा 500 लीटर पानी में अथवा इमिडाक्लोप्रिड 250 एम.एल मात्रा 500 लीटर पानी में मिश्रण तैयार कर स्प्रे करे। इसके पश्चात सोयाबीन फसल में विभिन्न प्रकार के कीटो के नियंत्रण हेतु थायोमिथाक्सम 12.5% लेम्डासायहेलोथ्रिन 9.5% ZC की 250 मि.ली. मात्रा या क्लोरएन्टानिलिप्रोल 18.5% SC की 125 मि.ली. मात्रा प्रति हेक्टयर की दर 500 लीटर पानी में घोल बनाकर छिडकाव करने की सलाह दी गई।
श्री विजय मुवैल कृषि विस्तार अधिकारी ने कृषकों को मिट्टी नमूना एकृत्रित करने व प्रधानमंत्री स्वाईल हेल्थ योजना तथा अन्य विभागीय योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी। डॉ. सुरजसिंह मण्डलोई ने पशुपालन विभाग द्वारा चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी तथा पशुओं में होने वाले रोगो के निदान तथा पशुआहार के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। श्री चन्द्रवीर सिंह डोडियार ने उघानिकी विभाग की शासन द्वारा चलाई जा रही महत्वपूर्ण योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी व उघानिकी फसलों से संबंधित समस्याओं का समाधान किया। श्री हुकुमसिंह पंवार द्वारा प्राकृतिक खेती के आधार स्तम्भ जीवामृत, बीजामृत, मल्चींग, वापसा, मिश्रीत खेती पर विस्तार से जानकारी देते हुये नीमास्त्र, बृहमास्त्र आदि के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
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स्वास्थ्य विभाग के पाँचों ब्लॉकों में वृक्षारोपण एवं प्लास्टिक मुक्त अभियान आयोजित किया गया
मंदसौर 5 जून 25/ विश्व पर्यावरण दिवस 2025 के अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) डॉ. जी. एस. चौहान एवं सिविल सर्जन डॉ. बी. एल. रावत के नेतृत्व में मंदसौर जिले के सभी पाँचों ब्लॉकों में वृक्षारोपण एवं प्लास्टिक मुक्त अभियान का आयोजन किया गया। इस वर्ष की थीम “Beat Plastic Pollution” है, जो प्लास्टिक प्रदूषण की गंभीर चुनौती का सामना करने और पर्यावरण की सुरक्षा हेतु सामूहिक प्रयास करने का संदेश देती है। इस अवसर पर जिला चिकित्सालय मंदसौर में वृक्षारोपण किया गया। वहीं ब्लॉक स्तर पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC), प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC), उपस्वास्थ्य केंद्रों सहित अन्य स्वास्थ्य संस्थाओं में भी पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया। साथ ही सिंगल यूज़ प्लास्टिक का उपयोग न करने की शपथ भी दिलाई गई। कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने सहभागिता की, जिनमें मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी: डॉ. जी. एस. चौहान, सिविल सर्जन: डॉ. बी. एल. रावत, डॉ. अनिल निकुंभ, डॉ. आर. के. दिवेदी, जिला एपिडेमियोलॉजिस्ट: डॉ. शुभम सिलावट, जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री निलेश गर्ग, डॉ. सिद्धार्थ पाटीदार तथा स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी, कर्मचारी एवं स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, विद्यालयों के छात्र-छात्राओं तथा आम नागरिकों ने भी बढ़-चढ़कर भाग लिया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जी. एस. चौहान ने कहा कि “प्लास्टिक प्रदूषण न केवल पर्यावरण बल्कि मानव स्वास्थ्य एवं पारिस्थितिक तंत्र के लिए भी अत्यंत हानिकारक है। इस दिशा में किए गए छोटे-छोटे प्रयास आने वाले समय में बड़ा बदलाव ला सकते हैं।” इस पहल के माध्यम से जिले में पर्यावरण के प्रति जन-जागरूकता को बढ़ावा देने, प्लास्टिक उपयोग में कमी लाने तथा एक स्वच्छ, हरित एवं टिकाऊ मंदसौर के निर्माण का संदेश जन-जन तक पहुँचाया गया।
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रोजगार मेले का आयोजन 6 जून को शासकीय आईटीआई मंदसौर में
मंदसौर 5 जून 25/ जिला रोजगार अधिकारी द्वारा बताया गया कि 6 जून को रोजगार मेला आयोजित होगा। रोजगार मेला प्रात: 10: 30 से मंदसौर के शासकीय आईटीआई में आयोजित होगा।
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शासकीय शिक्षकों के लिए बी.एड और एम.एड. पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिये आवेदन 5 जून से
मंदसौर 5 जून 25/ प्रदेश में शासकीय शिक्षा महाविद्यालयों में संचालित बी.एड एवं एम.एड पाठ्यक्रमों में प्रवेश की प्रक्रिया 5 जून 2025 से प्रारंभ की जा रही हैं। शासकीय शिक्षा महाविद्यालयों में संचालित इन पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए केवल सभी संवर्ग के शासकीय सेवारत शिक्षक ही पात्र हैं। ऐसे इच्छुक शासकीय शिक्षक जो बीएड और एमएड पाठ्क्रम में प्रवेश लेना चाहते हैं वे rsk.mponline.gov.in के माध्यम से आवेदन कर सकेंगे।
स्कूल शिक्षा विभाग के राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा प्रदेश के सभी शासकीय शिक्षा महाविद्यालयों का जिलावार चिन्हाकंन करते हुए शिक्षा महाविद्यालय के कैचमेन्ट क्षेत्र में जिलो की संख्या और नाम निर्धारित किये गए हैं। इन महाविद्यालयों में निर्धारित जिलों में कार्यरत शिक्षकों को प्रवेश मिलेगा। एक बार प्रवेश लेने के बाद महाविद्यालय में परिवर्तन नही किया जायेगा। शासकीय शिक्षा महाविद्यालयों में संचालित बी.एड एवं एम.एड पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए निर्धारित नियम, प्रक्रिया एवं अन्य विस्तृत विवरण एमपी ऑनलाइन पोर्टल पर देखे जा सकते हैं।
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नि:शुल्क और अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम
10 जून तक लिया जा सकेगा अशासकीय स्कूल में प्रवेश
मंदसौर 5 जून 25/ प्रदेश में नि:शुल्क और अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम के अंतर्गत वंचित समूह एवं कमजोर वर्ग के बच्चों के नि:शुल्क प्रवेश के संबंध में राज्य शिक्षा केन्द्र ने निर्देश जारी किये हैं। इस संबंध में 29 मई को केन्द्रीयकृत ऑनलाइन लॉटरी प्रक्रिया के माध्यम से छात्रों को अशासकीय विद्यालय आवंटित किये गये हैं। आवेदकों को आवंटन संबंधी सूचना केन्द्र ने एसएमएस के माध्यम से प्रेषित की है।
आवेदक अशासकीय विद्यालयों के आवंटन की स्थिति, आरटीई पोर्टल पर उपलब्ध ऑप्शन से देख सकते हैं। पालकों से कहा गया है कि अशासकीय स्कूल का आवंटन होने की स्थिति में आवेदक आवेदन में दर्ज रजिस्टर्ड मोबाइल तथा बच्चे का फोटो आवश्यक दस्तावेज की एक प्रति छात्र को साथ लेकर अशासकीय स्कूल में जाये। निर्देश में कहा गया है कि पालक एडमिशन के पूर्व यह सुनिश्चित कर ले कि वह अपने बच्चे को आवंटित स्कूल में ही प्रवेश कराना चाहते हैं, तभी प्रवेश की प्रक्रिया के लिये संबंधित स्कूल को ओटीपी प्रदान करें। संबंधित स्कूल द्वारा ओटीपी दर्ज करने के बाद ही स्कूल में नि:शुल्क प्रवेश सुनिश्चित होगा। पालकों को सचेत किया गया है कि एक बार प्रवेश के बाद पालक को किसी अन्य अशासकीय शाला में शिक्षा का अधिनियम के तहत नि:शुल्क प्रवेश की पात्रता नहीं होगी।
10 जून तक होगा प्रवेश
अशासकीय स्कूल में प्रवेश 10 जून, 2025 तक ही हो सकेगा। नियत तिथि के बाद आवंटन-पत्र स्वत: निरस्त हो जायेगा। पालकों को यह जानकारी भी दी गयी है कि एक बार प्रवेश लेने के बाद भविष्य में स्कूल परिवर्तन नहीं हो सकेगा। इस संबंध में अशासकीय स्कूलों को भी निर्देश जारी किये गये हैं। विकासखण्ड स्रोत समन्वयक को आवंटन एवं प्रवेश की रिपोर्ट की समीक्षा प्रतिदिन करने के लिये कहा गया है। यदि किसी पालक द्वारा उनके बच्चे का स्कूल में सीट आवंटन के बाद संबंधित स्कूल द्वारा आवंटित विद्यार्थी को प्रवेश देने से मना करने की शिकायत मिलती है तो डीपीसी द्वारा तत्काल कलेक्टर के माध्यम से संबंधित स्कूल के विरुद्ध वैधानिक करवाई जायेगी।
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