शिक्षा को बनाया व्यापार बडी बहन की कोरोना काल की फिस बाकी तो छोटी बहन को नही दिया बेठने स्कूल मे

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झारड़ा के पास अन्नुपूरा रोड स्थित शारदा विद्या निकेतन स्कूल मे गरीब वर्ग छात्रा निशुल्क प्रवेश आरटीई के तहत प्रेवेशित छात्रा का
टकरावद/झारडा (पंकज जैन/सईद पठान)-शिक्षा का उद्देश्य कल्याणकारी हे शिक्षा को व्यवसाय बनाना बुरा नहीं है, लेकिन व्यापार बनाना बुरा है। क्योंकि लाभ कमाने की भावना जनकल्याण की भावना को निगल लेती है। शिक्षा मानवता के लिए है लेकिन
आजकल शिक्षा जेसा पवित्र कार्य व्यापार बन गया हे जहा एक और स्कूल ड्रेस,कापी किताबे एक ही दुकान से खरीदना पडती हे तो वही परिवार मे किसी का पेसा बाकी हो तो दुसरे सदस्य को भी स्कूल मे नही बिठाया जाता हे एसा ही मामला
अन्नुपूरा रोड संचालित शारदा विद्या निकेतन स्कूल का हे जहा अनिवार्य शिक्षा के तहत पडने वाली छात्रो को तीन तिन से स्कूल मे नही बिठाया जा रहा जिसको लेकर विकासखंड स्त्रोत सामान्यक जनपद शिक्षा केंद्र मल्हारगढ़ द्वारा नोटिस जारी किया गया आरटीई के तहत प्रवेशित छात्रा कुमारी अनिता पिता चांदमल पवार आपकी संस्था में प्रेषित है पालक की शिकायत के अनुसार छात्रा को कक्षा में नहीं बिठाया नहीं जा रहा है जिससे छात्रा की पढ़ाई प्रवाहित हो रही है। इस संबंध में आप अपना स्पष्ट प्रति उत्तर तीन दिवस में समक्ष में उपस्थित होकर देना सुनिश्चित करें समय सीमा में उत्तर न देने की स्थिति में वैज्ञानिक कार्रवाई का समस्त उत्तरदायित्व आपका रहेगा ।
अनीता पवार कक्षा 6टी मे है। तीन दिन से स्कूल बस में भी नहीं बिठाया जा रहा है। किशनगढ़ से पैदल चलकर स्कूल जारही है। स्कूल में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। स्कूल के हाल में भी नहीं बैठने दिया ओर स्कूल के बाहर तेज में खड़ी रही। इस संबंध में छात्र के पिता चांदमल पवार ने उचित अधिकार को अवगत कराया।
इनका कहना है कि-: छात्र को निकालना गलत है छात्रा निशुल्क आरटीई में है तो पड़ेगी मेरी चर्चा हुई है स्कूल कू विशनु सर से बात हुई इ उनका कहना है कू अब हम बिठा लेंगे। पढ़ाई भी करवाएंगे
मुकेश प्रजापति संकुल प्राचार्य शा, उ, मा, विद्यालय झारड़ा
इनका कहना है कि-: मेरी बच्ची को स्कूल में आरटीई के तहत निशुल्क प्रवेश दिया गया था जिसको स्कूल में नहीं आने दिया जा रहा है बच्ची बस से आती है जिसका किराया मैं देने को तैयार हूं पैसे लेकर आया था स्कूल संचालक ने नहीं लिया और मेरी छात्रा को स्कूल में आने नहीं दे रहे हैं गांव किशनगढ़ से पैदल चलकर आती है और तेज धूप में खड़ी रखते हैं स्कूल के बाहर
चांदमल पवार पालक गांव किशनगढ़
इनका कहना है कि-: पहले में स्कूल बस में आती थी अब मुझे स्कूल बस में नहीं बिटाया हैं ।मैं मेरे गांव किशनगढ़ से पैदल चलकर स्कूल में आती हूं मुझे स्कूल के अंदर नहीं आने दिया जाता है गेट पर ही रोक दिया गया और धूप में खड़ी रही में मुझे कहीं बैठने नहीं दिया गया। मैं नीचे वर्ग में आता हूं इसलिए मेरे को टॉर्चर किया जा रहा है।
छात्रा अनीता पवार कक्षा 6टी पड़ती है गांव किशनगढ़
स्कूल डायरेक्टर रोहित पाटीदार से सम्पर्क किया तो उन्होने अपना मोबाईल रिसीव नही किया