छत्तीसगढ़ सीमा से लगा सीधी जिले मे भुइमाड थाना, रिपोर्ट लिखाने नहीं, रामायण पाठ करने आते हैं लोग
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शनिवार और मंगलवार के दिन रामायण पाठ और कन्या भोज का आयोजन किया जाता है
पुलिसकर्मी और ग्रामीण मिलकर पूजन पाठ कराते हैं
✍️विकास तिवारी
सीधी। जिले में एक ऐसा पुलिस थाना है जहां फरियादी और पुलिसकर्मी थाने में रिपोर्ट लिखाने नहीं बल्कि रामायण पाठ करने आते हैं। यहां इलाके भर की कन्याओं को पुलिस थाने में कन्या भोज कराया जाता है। लोगों को कानून का पाठ पढ़ाने के लिए स्कूलों में भी पुलिस छात्राओं की क्लास लेती है, जागरूकता के लिहाज से सीधी पुलिस के यह पहल चर्चा में है, मामले पुलिस अधीक्षक भी पुलिस के कार्यों की प्रशंसा कर रहे हैं, बल्कि यह कह रहे हैं कि जरूरत पड़ी तो अन्य थानों में भी ऐसे आयोजन कराए जाएंगे।
2 दर्जन से अधिक गांव हैं जहां की आबादी एक लाख
सीधी जिले से 90 किलोमीटर दूर स्थित भुइमाड पुलिस थाना है जो छत्तीसगढ़ की सीमा से लगा हुआ है, इस इलाके में तकरीबन 2 दर्जन से अधिक गांव हैं जहां की आबादी एक लाख के करीब है,इस पुलिस थाने के पुलिस कर्मी और रहवासियों में बेहतर संबंध बना रहे जिस लिहाज से यहां शनिवार और मंगलवार के दिन रामायण पाठ और कन्या भोज का आयोजन किया जाता है यहां पुलिसकर्मी और ग्रामीण मिलकर पूजन पाठ कन्या भोज कराते हैं, ऐसे करने से इलाके में सुख समृद्धि और शांति बनी रहती है हालांकि आयोजन रामायण पाठ का तो समय-समय पर होता रहता है लेकिन सावन के महीने में पुलिस थाने में ही खास रूप से पूजन पाठ और कन्या भोज के आयोजन कराए जाते हैं।
सुख शांति के लिए पूजन पाठ कर अनोखा संदेश दे रहे
ज्यादातर इलाके में ज्यादा बेहतर व्यवस्था ना होने से लोग रोजी-रोटी की तलाश में दूसरे जगह पलायन कर जाते हैं, ऐसे में शेष बचे लोग इलाके में बेहतर व्यवस्था हो सुख शांति बनी रहे जिसके लिए पूजन पाठ कर एक अनोखा संदेश दे रहे है, इतना ही नहीं स्कूली छात्रों को खास रूप से जागरूक करने के लिए वहां की शासकीय स्कूलों में थाने के पुलिसकर्मी खुद शिक्षक बनकर उन्हें कानून का पाठ भी पढ़ाते हैं, इस इलाके के लोगों को जागरूकता के लिहाज से पुलिस इन्हें जागरूक करने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है ताकि ग्रामीण जन और पुलिस के प्रशासन के बीच बेहतर संबंध बना रहे यह वही इलाका है जहां इसके पहले लाल सलाम का आतंक रहता था, लेकिन पिछले कुछ वर्षों से पुलिस प्रशासन के ऐसे आयोजन की वजह से अब शांति है।
शनिवार और मंगलवार को होता है कन्या भोज
सीधी पुलिस अधीक्षक डॉ रविंद्र वर्मा बोले- यह एक आदिवासी इलाका है जहां लोगों को जागरूकता के लिए महिलाएं को खास रूप से जागरूक किया जा रहा है कि स्कूली छात्राओं को अलग से पुलिस क्लास लेकर उन्हें कानून का पाठ पढ़ा रही है जिससे पुलिस और लोगों की दूरी कम हो। लोग अपनी शिकायत पुलिस से बेहतर तरीके से कर सकें जिससे उन्हें न्याय दिलाया जा सके। इसके पहले भी कुसमी इलाके में इस तरीके से आयोजन किए जा चुके हैं आगे भी जरूरत पड़ी तो लोगों को जागरूक करने के लिए अन्य थानों में भी पुलिस इस तरीके से आयोजन करेगी।