महामण्डलेश्वर शैलेषानंदजी के सानिध्य मे संपन्न हुई विशाल कावड यात्रा

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यात्रा संयोजक सुरेन्द्र कुमावत का विभिन्न संस्थाओं ने किया सम्मान
मंदसौर। युवा समाजसेवी और शिव भक्त सुरेन्द्र कुमावत के नेतृत्व में और सुरेन्द्र कुमावत मित्र मंडल के तत्वावधान में मंदसौर विधानसभा के ग्राम नांदवेल से मंदसौर के भगवान पशुपतिनाथ मंदिर तक निकलने वाली कावड यात्रा का प्रारंभ रविवार को ग्राम नांदवेल से प्रातः 8.30 बजे हुआ था जिसका समापन सावन सोमवार 31 जुलाई को भगवान पशुपतिनाथ मंदिर में हुआ।
सोमवार की सुबह यात्रा आकोदडा से प्रारंभ हुई जहां से स्वामी शैलेशानंद गिरी ध्यानश्री महामंडलेश्वर श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा उज्जैन सम्मिलित हुए। यहां से यात्रा राकोदा, गुराडिया, अमलावद, सेजपुरिया फंटा, सेजपुरिया, अघौरिया होते हुए नालछा माता मंदिर पहुंची। जहां पर सुयश रामायण मंडल और जिला धार्मिक उत्सव समिति ने कावड यात्रा का भव्य स्वागत किया। इससे पहले पूरे यात्रा मार्ग में सैकडों स्थानों पर ग्रामीणजनों ने कावड यात्रा पर फूल बरसाकर एवं स्वल्पाहार से भव्य स्वागत किया।
नालछा माता से यात्रा संतोषी माता मंदिर और द्वारकाधीश मंदिर होते हुए भगवान पशुपतिनाथ मंदिर पहुंची जहां पर कावड में लायें होरी हनुमान जी के यहां की शिवना नदी के जल से भगवान पशुपतिनाथ का अभिषेक किया गया। स्वामी शैलेशानंद गिरी ध्यानश्री महामंडलेश्वर श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा उज्जैन विशेष रूप से उपस्थित थे जिन्होने अभिषेक की विधि करवाई।
कार्यक्रम में स्वामी शैलेशानंद गिरी ध्यानश्री महामंडलेश्वर श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा उज्जैन ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि सावन माह धर्म करने के लिए सर्वाधिक उपयुक्त माना जाता है ये बेहद पावन महिना होता है और भगवान शंकर को अति प्रिय होता हैं इस महीन में कावड यात्रा निकालना शुभ माना जाता है इसके कई धार्मिक महत्व है। सुरेंद्र कुमावत की यात्रा क्षेत्र के हर वर्ग और हर समुदाय के लिए सुख और समृद्धि का वरदान पशुपतिनाथ भगवान से मांगने के लिए है और यह सुख और समृद्धि का तोहफा भगवान पशुपतिनाथ सुरेंद्र कुमावत को देंगे व क्षेत्र की जनता और कार्यकर्ताओं को नई शक्ति और ऊर्जा मिलेगी। ऐसे में सुरेन्द्र कुमावत ने बहुत अच्छी कावड यात्रा निकाली इसके लिए इन्हें साधुवाद और ये आगे भी ऐसे ही धार्मिक आयोजन करते हुए ऐसी शुभकामनाएं।
कावड यात्रा के संयोजक सुरेन्द्र कुमावत ने बताया कि यात्रा के पहले लग रहा था कि सब कैसे होगा यह हमारा प्रथम प्रयास है लेकिन सभी स्नेहीजनों ने जो अपार उत्साह और स्नेह दिखाया उससे हमारा साहस बढता गया और यात्रा सकुशल संपन्न हो गई। इसके लिए सभी धन्यवाद और आभार। कार्यक्रम में नगर की विभिन्न सामाजिक संस्थाओं ने यात्रा संयोजक सुरेन्द्र कुमावत का सम्मान किया।
इस अवसर पर पूरे यात्रा मार्ग में कावड लेकर चलने वाले सुरेन्द्र कुमावत, आशाराम कुमावत, भरत कुमावत, पुष्कर कुमावत, कन्हैयालाल चावडा, जगदीश बारेठ, शंकरलाल धनगर, बालमुकुंद, रहुल पटेल, प्रकार परमार, अक्षय साहू, कृष्णपालसिंह ठाकुर, श्रीद पाण्डे, मुकेश यादव, घनश्याम चौहान, महेश रेठा, विक्रम, शेखर, गोविन्दसिंह सिसौदिया, रविन्द्र कुमावत, जितेन्द्र सिंह राजाखेडी, विकास दशौरा, कैलाश अमलावद, बंसतीलाल गोयल, प्रितेश वेद, विजय जाजपुरिया, डॉ रमेश राठौर, डॉ विनोद कुमावत आदि कावड यात्रियों को सम्मान भी किया। जिसके पश्चात् विशाल कावड यात्रा की महाप्रसादी पशुपतिनाथ मंदिर के समीप स्थित राम जानकी मंदिर धर्मशाला मे हुआ जिसके लाभार्थी भी सुरेन्द्र कुमावत परिवार रहें।