खात्याखेड़ी मे धोका करके कृषि भूमि की फर्जी वसीयत नामांतरण कर बेच दी
पिपल्या जोधा – (सुरेश डांगी) ग्राम खात्याखेड़ी मे देऊबाई पुत्री मोतिलाल पति श्यामलाल ने बताया की मेरे पिताजी मोतीलाल की कृषि भूमि खात्याखेड़ी मे सर्वे क्रमांक 37/4 रकबा 0.58 आरी एव्ं सर्वे क्रमांक 481/1 रकबा 0.21आरी भूमि स्थित है मेरे पिता जी के पुत्र नही थे मे अकेली पुत्री थी और नही मेरे पिता जी ने उदयलाल पिता मांगीलाल को दत्तक पुत्र रखा था मेरे पिताजी की मृत्यु हो जाने के बाद अवेधानिक रूप से उदयलाल पिता मांगीलाल निवासी खात्याखेडी ने अपने नाम दर्ज करवा ली धोके से जिसका मुझे और मेरे परिवार वालो को भी पता नही चला मेरे बिना हस्ताक्षर किये ही राजस्व विभाग की मिलीभगत से फर्जी वसीयत नामांतरण करवा कर और उक्त भूमि मे से भूमि सर्वे 37/4 रकबा 0.58 को बेच दी तब मुझे और मेरे परिवार वाले और मेरे अंकल जी शंकर लाल पिता सवा जी को पता चला की मेरे पिता जी की कृषि भूमि गाँव के ही सुनील पिता रामचंद्र व राहुल पिता रामचंद्र धाकड़ को उदयलाल पिता मांगीलाल ने फर्जी वसीयत के आधार पर अपना नामांतरण करवा कर कृषि भूमि बेच दी जब मुझे पता लगा तो मैने उदयलाल पिता मांगिलाल से बोला की मेरे पिता जी की कृषि भूमि मेर से बिना पूछे क्यो बेची आपने तो बोले की ये जमीन मेरी ही है आपके पिता जी ने मुझे दत्तक पुत्र रखा था लेकिन मेरे पिता जी ने कोई दतक पुत्र नही रखा था जोर जबरदस्ती से कब्जा कर रखा था और उदयलाल पिता मांगीलाल ने मेरे पिता जी की कृषि भुमि धोके से बेच दी मेरे बिना हस्ताक्षर किये ही फर्जी वसीयत नामांतरण करवा कर जिसके संबंध मे मैरा द्वारा माननीय व्यवहार न्यायाधीश महोदय कनिष्ट खंड नारायणगढ़ मे वाद प्रस्तुत किया अत:सर्व साधारण को सूचित किया जाता है की कोई भी व्यक्ति ,संस्था , बैंक, आदि उक्त भूमि ग्राम खात्याखेडी मे सर्वे क्रमांक, 37/4 रकबा 0.58 आरी एवं सर्वे क्रमांक 481/1 रकबा 0.21 आरी पर किसी ऋण या रहन वहन नही करे ऐसा कोई भी किया गया तो मेरी कोई जवाबदारी नही रहेगी अंतरण मे समस्त जवाबदारी स्वयं करने वाले की रहेगी।