आश्विन शारदीय नवरात्र महोत्सव की तैयारियों को लेकर मंदिर प्रबंध समिति की बैठक सम्पन्न

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भक्तों को मिले सम्पूर्ण मूलभूत व्यवस्था–क्षेत्रीय विधायक -श्री सिसोदिया
श्री दुधाखेडी माताजी(भानपुरा)-माँ दुर्गा की उपासना एवं आराधना का महापर्व आश्विन शारदीय नवरात्री महापर्व 3 अक्टूबर गुरुवार से प्रारम्भ हो जाएगा। इस महापर्व के दौरान भारत वर्ष के अनगिनत माताजी के मंदिरों मे भक्तिमय आस्था के महाकुम्भ को देखा जा सकता है।
मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले के भानपुरा तहसील मे स्थित प्रसिद्ध चमत्कारी आरोग्य धाम श्री दुधाखेडी माताजी मंदिर पर भी प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी आश्विन नवरात्री का ये महापर्व भक्तो की भावनाओं के अनुरूप मनाया जावेगा। असाध्य रोग लकवा एवं गंभीर बीमारियों के मरीज एवं मातारानी के मध्यप्रदेश, राजस्थान एवं अन्य प्रदेशों के अनन्य भक्त इस आश्विन नवरात्री मे इस मंदिर पर ठहरकर माँ की भक्ति मे 9 दिवस तल्लीन होकर अपने स्वास्थ्य एवं जीवन को नोनिहाल करेंगे। 3 अक्टूम्बर गुरूवार से आश्विन शारदीय नवरात्री प्रारम्भ होकर आश्विन सुदी नवमी शुक्रवार 11 अक्टूम्बर को दोपहर हवन उपरांत यह महापर्व परम्परागत सम्पन्न होगा। ।इस पर्व की अधिक विस्तृत जानकारी देते हुए रात्रि सुरक्षा मंदिर कर्मचारी पंडित.ब्रजेश शर्मा ने बताया कि
महोत्सव की तैयारियों को लेकर को श्री दुधाखेडी माताजी मंदिर प्रबंध समिति की एक आवश्यक बैठक मंदिर के पास स्थित सामुदायिक भवन मे क्षेत्रीय विधायक चन्दर सिंह सिसोदिया की अध्यक्षता मे गुरुवार को सम्पन्न हुई जिसमें सिसोदिया ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि आश्विन शारदीय नवरात्र मे मंदिर पर आने वाले माँ के लाखों भक्तो को सम्पूर्ण आदर्श व्यवस्था के साथ मंदिर पर ठहरने वाले मरीजों उनके परिजनों को सर्व मूलभूत सुविधाएं मिले इस दिशा मे सभी को सँयुक्त रूप से प्रयास करना होंगे ।बैठक मे सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित हुए जिनमे मुख्य रूप से..
इस वर्ष भी लगने वाले 9 दिवसीय मेले की कमान ग्राम पंचायत दुधाखेडी के हाथों मे रहेगी।
मेले मे आने वाले भक्तों की स्वच्छ जल व्यवस्था एवं अतिरिक्त जल व्यवस्था हेतु टेंकर परिवहन,मेले मे आने वाले व्यवसाइयों को व्यवसाय हेतु प्लाट वितरण, मेला मैदान मे प्रकाश व्यवस्था, आदर्श सफाई व्यवस्था, दो पहिया, चार पहिया वाहन पार्किंग स्टैंड व्यवस्था, 9 दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रम राम लीला का मंचन रहेगा।
साथ ही मंदिर पर आने वाले भक्तों की रात्रि विश्राम हेतु मंदिर परिसर के साथ ,अतिरिक्त टेंट व्यवस्था, दर्शन व्यवस्था पुरुष,महिला पृथक पृथक , अन्न क्षेत्र भंडारे मे प्रातः कालीन प्रसादी मे साबूदाने की खिचड़ी एवं सांध्य के समय भोजन की व्यवस्था सब्जी,पुड़ी बिठाकर ग्रहण करवाना, मंदिर प्रवेश द्वार से लेकर पहुँच मार्ग तथा वतर्मान मंदिर ग्रभ ग्रह ,मंदिर परिसर निर्माणधीन नवीन मंदिर पर साज सज्जा के साथ परिसर मे प्रकाश, पंखे, पेयजल हेतु स्वच्छ जल व्यवस्था,सुलभ शौचालय का जिम्मा मंदिर प्रबंध समिति के कंधो पर रहेगा।
मेले के दौरान अन्य मूलभूत आवश्यक व्यवस्थाओ मे बेहतर स्वास्थ सुविधा हेतु 24 घण्टे पैरामेडिकल स्टाफ, आगजनी जैसी घटनाओं की रोकथाम हेतु 24 घण्टे फायर फाइटर , निरंतर विद्युत व्यवस्था हेतु जनरेटर, 24 घण्टे विधुत कर्मचारी ,मंदिर कार्यालय, पुलिस सहायता कंट्रोल रूम माईक संचालन, आदर्श सफाई व्यवस्था हेतु डस्टबिन,चलित सुलभ शौचालय ,अतिरिक्त सफाई कर्मचारी मेले मे मौजूद रहैंगे।
मेले मे सुरक्षा की दृष्टि से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षिका हेमलता कुरील के मार्गदर्शन मे अनुविभागीय अधिकारी राजाराम धाकड़ के निर्देशन मे थाना प्रभारी भानपुरा रोहित कछावा के नेतृत्व मे सशस्त्र पुलिस बल की एक चार की गार्ड, थाना भानपुरा पुलिस बल, अन्य थानों का अतिरिक्त पुलिस बल ,महिला आरक्षक, समीपस्थ ग्रामों के पुरुष, महिला कोटवार , रक्षा समिति सदस्य, मंदिर सुरक्षाकर्मी 9 दिन अपनी -अपनी महत्वपूर्ण सेवाएं देंगे।
गुरुवार को संपन्न हुई इस बैठक मे मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष अनुविभागीय अधिकारी गरोठ चन्दर सिंह सोलंकी, तहसीलदार भानपुरा विनोद शर्मा , एस.डी.ओ.पी राजाराम धाकड़, लोक निर्माण विभाग के एस.डी.ओ कमल जैन , सी.ओ.जनपद धर्मेन्द्र यादव ,राम सिंह चौहान” धनकपूरा” ,सीताराम चारण, एवं मंदिर से जुड़े सभी मुख्यविभाग प्रमुख अधिकारी, ग्राम पटवारी फूल चंद जजावरा, बिट प्रभारी थाना भानपुरा ए. एस.आई गेंदालाल जी पलासिया,मंदीर पुजारी घनश्याम नाथ योगी, आत्माराम योगी, मंदिर लेखापाल नरेंद्र शर्मा, मंदिर व्यवस्थापक रामेश्वर शर्मा, ग्राम सहायक सचिव दिनेश रावत, ग्राम कोटवार परमानंद शर्मा ,समस्त मंदिर कर्मचारी विशेष रूप से मौजूद रहे।