मोहनलाल जी सुतार झोपड़ी में रहने को मजबूर ,कई बार अवगत कराया फिर नही सुनी पुकार

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आज के इस दौर में गरीब आदमी की कोई नही सुनता है बस सभी अपनी अपनी राजनीति चमकाने में लगे है
श्याम ठाकुर
मल्हारगढ़:- मल्हारगढ़ जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत नापाखेड़ा के नागर पिपलीया गांव में एक गरीब व्यक्ति ऐसा भी है जो पिछले 13 सालों से एक झोपड़ी में रह रहा है। बरसात में छत टपकती है गर्मी में गर्मी लगती है सर्दी में सर्दी लगती है। ना कोई परिवार का सदस्य ना कोई बिजली ना कोई पंखा ना कोई बल्ब बस कट रही जिंदगी भगवान भरोसे।
नागर पिपलीया के मोहन लाल जी सुतार इतने खुद्दार आदमी है ना किसी का दिया हुआ खाते है ना किसी का दिया हुआ पहनते है खुद छोटी मोटी मेहनत कर कुछ पैसे कमाकर अपना गुजारा करते है। गांव वालों द्वारा पंचायत वालो को जनप्रतिनिधियों को प्रशासन को कई बार बोला गया है के ज्यादा नही तो इस गरीब के लिए एक छोटा कमरा ही बनवा दो इसकी खुद की जगह में तो जिम्मेदारों द्वारा प्रतिक्रिया दी गई के इनके पास खाता नही है इनके पास कागज नही है तो कैसे बनाये।उन जिम्मेदारों से पूछना था क्या किसी के कागज नही होता खाता नही होता तो उसके लिए शासन के पास कोई दूसरा उपाय नही होता मदद करने का।सभी अपनी अपनी राजनीति चमकाने में लगे है पर कोई व्यक्ति इस गरीब आदमी की मदद के लिए आगे नही आया। गांव वालों द्वारा बोला गया के अगर ऐसा है के इनके खाता नही है तो किसी जिम्मेदार व्यक्ति के खाते में पंचनामा बनाकर पीएम आवास के पैसे दिलादो ताकि इनको छत मिल जाये और बची कूची जिंदगी आराम से कट जाए तो जिम्मेदारों द्वारा बोला गया ऐसा नही होता है।
तो क्या मरते दम दम तक मोहनलाल जी सुतार इसी हालात में रहेंगे वो अपनी जिंदगी इसी तरह काटेंगे क्या प्रशासन के पास ऐसे व्यक्तियों के लिए कोई मदद नही है।
शासन प्रशासन और जिम्मेदारों को इनकी मदद कर इनके लिए एक कमरा बनाकर देना चाहिए ताकि ये अपनी जिंदगी आराम से बिता सके।