
********†*****************
16 साल बाद भी नहीं मिली पेंशन और अनुकंपा नियुक्ति, एसडीएम भी पहुंची मौके पर

16 साल बाद भी नहीं मिली पेंशन और अनुकंपा नियुक्ति
एसडीएम भी पहुंची मौके पर
आलोट ।अपने पति की मृत्यु के बाद अनुकंपा नियुक्ति को लेकर एक महिला सरकारी ऑफिस के चक्कर लगा लगा कर थक गई और उसने आज अपने परिवार के साथ एसडीएम कार्यालय के बाहर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गई।
प्राप्त जानकारी अनुसार तहसील कार्यालय आलोट में पदस्थ सहायक वर्ग-3 कर्मचारी रमेश वर्धा निवासी इंदिरा कॉलोनी जावरा का 9 अप्रैल 2006 को ताल नगर में निधन हो गया था उनकी पत्नी और बेटे का आरोप है कि जीपीएफ व अन्य स्वत्व का भुगतान भी अभी तक नहीं हुआ शांताबाई व प्रेम कुमार ने एसडीएम को दिए पत्र में बताया कि परिवार के मुखिया के नहीं रहने से वे बेसहारा हो गए हैं उनके सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है आज तक उन्हें न तो पेंशन दी जा रही है और नहीं रामेश्वर रहा कि जीपीएफ अन्य स्रोतों का भुगतान किया गया है उत्तराधिकारी को अनुकंपा भी नियुक्ति नहीं दी गई है सभी कार्रवाई पूरी कर चुके हैं सारे प्रयास करने के बाद भी उनकी मांगों का निराकरण नहीं किया गया है इस कारण विवश होकर उन्हें धरना प्रदर्शन करना पड़ रहा है धरना स्थल पर उन्होंने पोस्टर भी लगाए हैं जिसमें उन्होंने लिखा है कि महात्मा गांधी की राह पर एक परिवार बैठा है अपने हक के लिए 16 साल का इंतजार नहीं मिला अनुकंपा का अधिकार धरने की खबर जब एसडीएम मनीषा वास्कले को लगी तो उन्होंने मौके पर पहुंचकर धरना दे रही महिला व उनके पुत्र से चर्चा की।
एसडीएम ने बताया कि नियमानुसार शांताबाई का कोई पेंशन प्रकरण लंबित नहीं है जानकारी के अनुसार रमेश नौकरी से बर्खास्त हुआ था वह उनका प्रकरण न्यायालय में भी चल रहा था मानवीय दृष्टिकोण से इनके प्रकरण की जानकारी निकाली जा रही है और इन्हें धरना नहीं देने की समझाइश भी दी गई है।