नारायणगढ़ पुलिस की कार्यप्रणाली से असंतुष्ट पीड़ित परिवार पंहुचा एसपी कार्यालय

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पिपल्या जौधा () नारायणगढ़ थाना अंतर्गत खाखरिया खेड़ी निवासी भगतराम बलाई की पुत्री मनीषा के आत्महत्या मामले की पुलिस थाना नारायणगढ़ द्वारा निष्पक्ष जाँच ना कर पुलिस द्वारा अपराधियों को बचाये जाने के सम्बंध में, निष्पक्ष जाँच हेतु पीड़ित परिवार ने मंदसौर एसपी के नाम एक लिखित आवेदन दिया गया।
आवेदन में बताया गया है की मेरी पुत्री मनीषा पिता भगतराम 17 वर्ष 6 माह की थी तथा उसने सत्र 2022 में बुढा स्कूल से कक्षा 12 वी की परिक्षा उत्तीर्ण की थी जो 11.6.2023 को दिन मैं 12 बजे के लगभग गांव के पास में ही सगस बावजी के देव स्थान आड़ा खाल पर उसके मामा की पुत्री प्रियंका जो की खांखरिया खेड़ी में ही निवास करते है के साथ देव स्थान पर गई थी। तथा वहां से आने के बाद प्रियंका अपने घर चली गई तथा मनीषा अपने घर आ गई थी उसके पश्चात हम शाम को 5 बजे खेत से घर आये तो हमने दरवाजा खटखटाया काफी देर दरवाजा नहीं खोला तो पड़ोस वाले मकान के छत से उपर चड़कर कवेलु अलग कर देखा तो मनीषा ने बांस की बल्ली से दुपट्टे से अपने गले में फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली ।
फिर छत से घर के अंदर उतरकर मनीषा को उतारा तथा अंदर से दरवाजा खोला उसके पश्चात हमने नारायणगढ़ पुलिस को बताया पुलिस ने आकर लाश को व मनीषा के मोबाईल व मेरे मोबाईल को जप्त कर ले गई तथा लाश को पुलिस द्वारा नारायणगढ़ प्राथमिक स्वास्थ केन्द्र पर ले जाया गया जहां से मन्दसौर रेफर किया गया जहां पी. एम. हुआ बाद में पुलिस से घटना के बारे मे जानकारी पुछी तो हमारे साथ गलत व्यवहार करते हुए वहाँ से भगा दिया। उक्त घटना के सम्बंध में हमे आरोपी गोविन्द पिता बापूलाल नायक निवासी कामलिया पर शंका है क्यो कि मनीषा के मोबाईल मे मनीषा के साथ उक्त व्यक्ति का फोटो भी है पर पुलिस इस पर कोई ध्यान नहीं दे रही है।
इनका कहना है-अभी पीएम रिपोर्ट की जाँच नहीं आई है आगे की कार्यवाही जाँच आने के बाद की जाएगी
–विजेंद्र आज़ाद एएसआई जाँच करता थाना नारायणगढ़