एनसीपी में टूट, भाजपा शिवसेना शिंदे सरकार मंत्रिमंडल में कौन-कौन हुए शामिल, जानें
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मुंबई। राजनीतिक शतरंज के माहिर खिलाड़ी शरद पवार अपने ही दांव में बुरे तरीके से फंस गए हैं. इस बार मुश्किल और मुसीबत पहले से ज्यादा बढ़ी है. शरद के ‘विश्वसनीय’ भतीजे अजित पवार ने एक चाल में उनकी सारी कोशिशों पर पानी फेर दिया है. इस बार अजित पहले से ज्यादा चतुर और माहिर खिलाड़ी बनकर उभरे हैं. यही वजह है कि उन्होंने पहले से ज्यादा बड़ी बगावत की और किसी को कानोंकान खबर नहीं होने दी। महाराष्ट्र की राजनीति में रविवार को एक और बड़ा भूचाल आया और तेजी से बदलते घटनाक्रम में विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजित पवार राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) तोड़कर अपने समर्थकों के साथ शिव सेना-भारतीय जनता पार्टी गठबंधन सरकार में शामिल हो गए. उन्होंने दोपहर बाद उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली. इसके साथ ही महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री के तौर पर अजित पवार ने अपना ट्विटर बायो बदला लिया है. अब उनके ट्वीटर हैंडल में उप मुख्यमंत्री दिया है. वहीं महाराष्ट्र में अजित पवार और अन्य पार्टी नेताओं के एनडीए सरकार में शामिल होने के बाद कुल 9 एनसीपी नेताओं ने महाराष्ट्र के मंत्री पद की शपथ ली।
वहीं एनसीपी नेता छगन भुजबल ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की मौजूदगी में महाराष्ट्र के मंत्री पद की शपथ ली इसके अलावा एनसीपी नेता दिलीप पाटिल, एनसीपी नेता हसन मुश्रीफ, एनसीपी नेता धनंजय मुंडे,एनसीपी नेता अदिति तटकरे, एनसीपी नेता धर्माराव,एनसीपी नेता अनिल पाटिल, एनसीपी नेता संजय बनसोडे ने मंत्री पद की शपथ ली है।
इससे पहले पंवार ने आज सुबह तीन दर्जन से अधिक अपने समर्थक राकांपा विधायकों की बैठक बुलाई जिसमें राजनीतिक भविष्य की रूपरेखा पर चर्चा की गई। इसके बाद 30 विधायकों के साथ शिंदे सरकार को समर्थन देने के लिए, पवार मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस को समर्थन पत्र सौंपने के लिए राज्यपाल रमेश बैस से मिलने के लिए राजभवन पहुंचे और कुछ ही देर बाद उन्होंने मौजूदा विधानसभा के कार्यकाल में तीसरी बार उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। वहीं अजित पवार के उप मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद अजीत पवार के पुणे दफ्तर के बाहर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई।
वर्तमान में महाराष्ट्र में एनसीपी में 53 विधायक हैं, जिनमें से 40 से अधिक विधायक बगावत करके अजित पवार के साथ हो गए हैं. सूत्रों के अनुसार मिली खबर के मुताबकि एसीपी के 5 में से 3 सांसद अजित पवार के साथ हैं, जिनमें कद्दावर नेता प्रफुल्ल पटेल भी शामिल हैं।
एनसीपी के बागी नेताओं को रविवार दोपहर में राजभवन में महाराष्ट्रे के राज्यपाल रमेश बैंस ने पद और गोपनीयता की शपद दिलाई. इससे पहले भी अजित पवार एनसीपी में बगावत कर चुके हैं।
डबल इंजन सरकार अब ट्रिपल इंजन बन गई है : शिंदे
अजित पवार के सरकार में शामिल होने के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमत्री एकनाथ शिंदे ने बयान दिया है। शिंदे ने कहा, ‘अब हमारे पास 1 मुख्यमंत्री और 2 उपमुख्यमंत्री हैं। डबल इंजन सरकार अब ट्रिपल इंजन बन गई है। महाराष्ट्र के विकास के लिए, मैं अजीत पवार और उनके नेताओं का स्वागत करता हूं। अजित पवार का अनुभव महाराष्ट्र को मजबूत करने में मदद करेगा शिंदे ने कहा कि कैबिनेट में सीट बंटवारे पर चर्चा के लिए पर्याप्त समय है। हम महाराष्ट्र के विकास के लिए एक साथ आए हैं। उन्हें (विपक्ष को) लोकसभा चुनाव में 4-5 सीटें मिली थीं, इस बार वे ऐसा करने में कामयाब नहीं होंगे।
वहीं महाराष्ट्र के मंत्री दीपक केसरकर ने अजित पवार आज हमारे साथ शामिल हुए हैं। वह एक अच्छे प्रशासक हैं और मैंने कहा था कि उन्हें हमारे साथ आना चाहिए और वह आज आए हैं। महाराष्ट्र सरकार अच्छा काम करेगी. इसी क्रम में महाराष्ट्र के मंत्री उदय सामंत का कहना है कि (एनसीपी) के 40 विधायक आ रहे हैं। अजित पवार ने हमारे गठबंधन को समर्थन देने का फैसला किया. अब हमारी ताकत 170 से बढ़कर 210 हो गई है।
अजित पवार ने एनसीपी के चुनाव चिन्ह पर दावा ठोंका
उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वह एनसीपी के चुनाव चिन्ह के लिए लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र का विकास ही हमारा ध्येय है। पवार ने कहा कि राज्य के हालात को देखते हुए फैसला लिया. सबसे ज्यादा सांसद और विधायक हमारे साथ हैं इसलिए पार्टी का सिंबल भी हमारे पास रहेगा। कई लोग हमारी आलोचना करेंगे परन्तु हम उसे महत्व नहीं देते हम महाराष्ट्र की प्रगति के लिए काम करते रहेंगे। इसीलिए हमने यह निर्णय लिया है। हमारे अधिकांश विधायक हमारे फैसले से संतुष्ट हैं। हमने एनसीपी पार्टी के साथ इस सरकार का समर्थन किया है। हम सभी चुनाव एनसीपी के नाम पर ही लड़ेंगे।
उन्होंने कहा कि हमने एनसीपी के लगभग सभी विधायकों के साथ शिंदे-फडणवीस सरकार के साथ आने का फैसला लिया हमने आज शपथ ली और अगले विस्तार में कुछ अन्य मंत्रियों को शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आज हमने महाराष्ट्र सरकार को समर्थन देने का फैसला किया है और मंत्री पद की शपथ ली है। विभागों पर बाद में चर्चा होगी. राष्ट्रीय स्तर पर सभी पहलुओं पर विचार करते हुए हमने ये फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि कुछ विधायकों से इस वक़्त संपर्क नहीं हो पा रहा क्योंकि वे देश से बाहर हैं लेकिन मैंने उन सभी से बात की है और वे हमारे फैसले से सहमत हैं। उन्होंने कहा कि मोदी के खिलाफ विपक्ष बिखरा हुआ है। विपक्ष आपस में ही लड़ रहे हैं। एनसीपी में सबको मौका मिलेगा मंत्रिमंडल का विस्तार जल्द होगा।
शिंदे सरकार विकास को लेकर प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि नगालैंड में भी ऐसा ही हुआ था।
महाराष्ट्र में राजनीतिक समीकरण –
महाराष्ट्र में विधानसभा में कुल 288 सीटें हैं. जिसमें से 145 सीटें जीतने वाली पार्टी बहुमत का आंकड़ा छू लेती है. अगर अजित पवार के एनडीए में शामिल न होने के बाद की बात की जाए तो स्थिति कुछ इस तरह थी।
बीजेपी- 105, शिवसेना- 40, शिवसेना (यूबीटी)- 16, एनसीपी- 53, कांग्रेस- 45 और अन्य- 29. यहीं पर अजित पवार के एनडीए में शामिल होने के बाद एनसीपी के 53 विधायकों में 30 विधायकों का समर्थन की बात सामने आई है. ऐसे में शरद पवार की एनसीपी के पास सिर्फ 23 विधायक बचते हैं. तो वहीं, कांग्रेस के विधाकों की संख्या 45 है. ऐसे में अब कांग्रेस दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बन गई है।
किन-किन लोगों ने ली शपथ
अजीत पवार – बारामती से विधायक हैं.
छगन चंद्रकांत भुजबल – नासिक के येवला सीट से विधायक हैं.
दिलिप राव वलसेपाटिल – नासिक के येवला सीट से विधायक हैं.
हसन मियांलाल मुशरिफ – कोल्हापुर की कागल सीट से विधायक हैं.
धनंजय पंडितराव मुंडे – बीड की परळी सीट से विधायक हैं.
धर्माराव बाबा भगवंतरंव आत्राम – गड़चिरोली की अहेरी सीट से विधायक हैं.
अदिति वरदा सुनीत तटकरे – श्रीवर्धन सीट से विधायक हैं.
संजय शंकुलता बाबूराव बनसोड़े – लातूर की उदगीर सीट से विधायक हैं.
अनिल भाईदास पाटिल – जलगांव की अमलनेर सीट से विधायक हैं।
अजित पवार के NDA सरकार में शामिल होने पर शरद पवार का बड़ा बयान.
”मैं फिर से पार्टी खड़ी करूंगा, NCP किसकी ये जनता तय करेगी”
सभी विधायक हमारे साथ- अजीत पवार
एनडीए में शामिल होने के बाद अजीत पवार और छगन भुजबल ने एक प्रेस कान्फ्रेंस की.
इस दौरान प्रफुल्ल पटेल भी उनके साथ मंच पर बैठे देखे गए. प्रफुल्ल पटेल को कुछ दिनों पहले ही शरद पवार ने पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया था.
अजीत पवार ने अपने फ़ैसले के बारे में कहा, “हमने एनसीपी पार्टी के नाते शिंदे-फडनवीस सरकार में शामिल होने का फ़ैसला लिया है.”
“पार्टी के सभी विधायक हमारे साथ हैं. हम अगले चुनाव में एनसीपी पार्टी के नाम और चुनाव चिन्ह के साथ मैदान में उतरेंगे. हम देश का विकास चाहते हैं इसलिए एनडीए में शामिल हो रहे हैं.”
वहीं छगन भुजबल ने कहा “हमें कुछ दिन पहले शरद पवार साहब ने कहा था कि मोदी प्रधानमंत्री के तौर पर वापिस आने वाले हैं. अगर ऐसा है तो एक सकारात्मक कदम लरेके हुए हमने विकास तके उद्देश्य से उनकी सरकार में शामिल होने का फ़ैसला लिया है.”
“कई लोगों का कहना है कि हमारे नेताओं मे से कई लोगों के ख़िलाफ़ ईडी के केस चल रहे हैं लेकिन ऐसा नहीं है. शपथ लेने वाले नेताओं के नाम आप देख सकते हैं. हम सभी लोग मोदी के साथ जाना चाहते हैं।
“1984 के बाद ऐसा कोई नेता नहीं आया जिसके नेतृत्व में देश आगे बढ़ सका, लेकिन बीते 9 सालों से हम मोदी को देख रहे हैं कि देश तेज़ी से विकास कर रहा है.”