आप जैसा जैसा कर्म कर रहे हो सब लेखा-जोखा चित्रगुप्त के पास रहता है उसके अनुसार फल मिलता है – ब्रह्मकुमारी ऊषा दीदी
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जीवन को तनावमुक्त खुशनुमा बनाने के लिए 26 जून से तीन दिवसीय दिव्य प्रेरणा शिविर का आयोजन जिसमें आप सभी सपरिवार पधारे – बीके कृष्णा दीदी
सीतामऊ। इस जीवन में किए गए कर्मों का जिस आत्मा के साथ आपका हिसाब किताब नहीं चुकता है। इस जन्म में हो या अगले जन्म में उसका चुकता करना पड़ता है। आप जैसा जैसा कर्म कर रहे हो सब लेखा जोखा चित्र गुप्त पर फोटो फिल्म कि रिलज़ कि तरह धर्मराज पूरी में जमा रहता है।जिसने भी इस युग में अभिमान अकड़ दिखाई उसका हिसाब यहां नहीं हुआ तो उसके कर्ज का हिसाब अगले जनम में कैसा होगा। यह सबकों पता है। इसलिए यह जनम गलत कर्मों को कर बिगाड़ कर दुसरा जनम नहीं बिगाड़ना चाहिए।
हम सोचते हैं कि मैंने यह किया ही नहीं कैसे हो गया। यह आपके कर्म का फल है। जो हमारे साथ जीवन में घट रहा है वहीं हमारे हिसाब किताब का फल है।उक्त उद्गार मातेश्वरी जगदंबा सरस्वती जी राधे मां कि 24 जून पूण्य स्मृति दिवस पर प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय सीतामऊ में आयोजित कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारी ऊषा दीदी इंदौर ने व्यक्त किए।
ऊषा दीदी ने मातेश्वरी जगदंबा के महावाक्य का श्रवण कराते हुए आगे कहा कि हमारे जीवन कि टेंशन ही हमें सिखाता है कि ये करु या नहीं करु क्या करु पर ज्ञान हमें मार्गदर्शन करता है।हमारा अच्छा पुरुषार्थ ही जीवन को सफल बनाता है। हम अपने साथ दुसरे के लिए भी करते हैं ये पुरुषार्थ है। जिस प्रकार बाहर वाले कुछ कहें और सुन लिया ऐसा ही घर में भी सुनने का होना चाहिए।अपने अच्छे अच्छे कर्मों को ईश्वरीय बैंक में जमा करो एक हजार गुना मिलता है। सब बैंक डुब सकते हैं पर परमात्मा शिव बाबा का बैंक कभी नहीं डुबता है। दीदी ने कहा कि शुभ भावना से बिगड़े हुए मुड़, बिगड़े हुए काम को ठीक कर सकते हैं।
ब्रह्माकुमारी हेमा दीदी मंदसौर ने जगदंबा सरस्वती को स्मरण करते हुए कहा कि मातेश्वरी के अनमोल वाक्य सुनते हैं तो किसी भी परिस्थिति संकट से निकल सकते हैं। दीदी ने आगे कहा कि परमात्मा से निश्चित रूप से भरोसा हो तो सब कुछ प्राप्त कर सकते हैं जिस प्रकार से 16 साल की एक छोटी सी कन्या ने बाबा के घर आकर सब कुछ प्राप्त किया और आज हम सबके दिलों में मां का स्थान पाकर अव्यक्त हो चली गई। यह सब श्रेष्ठ पुरुषार्थ से ही संभव है। उषा दीदी ने कहा कि तीन दिवसीय दिव्य प्रेरणा शिविर के पश्चात सात दिवसीय राजयोग मेडिटेशन कोर्स सिखाया जाएगा
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी विश्वविद्यालय सेंटर संचालिका ब्रम्हाकुमारी कृष्णा दीदी ने अपने स्वागत उद्बोधन में कहा कि आप सभी का बाबा के घर में स्वागत अभिनंदन है बाबा के घर मैं जो भी आता है वह कभी खाली नहीं जाता है। आज के भाग दौड़ भरी जिंदगी में दिन-प्रतिदिन सुखचैन कहीं गुम होता जा रहा है और इसे पाने के लिए बहुत प्रयास करने के बाद भी हम कहीं ना कहीं खाली ही रह जाते हैं । अपने जीवन को तनाव मुक्त एवं खुशनुमा बनाने के लिए हमें बाबा से कुछ समय के लिए जुड़ने की आवश्यकता है। कृष्णा दीदी ने कहा कि 16 साल की राधे नाम कि एक छोटी सी कन्या ने
बाबा के घर आकर ज्ञान का प्रकाश मानव प्राणियों को प्रदान किया उनकी स्मृति में तीन दिवसीय विशेष प्रवचन माला का आयोजन 26 जून सोमवार से 28 जून बुधवार तक सुबह 8:00 से 9:00 बजे शाम 5:00 बजे से 6:00 बजे तक हो रहा है जिसमें 26 जून को तनाव मुक्त जीवन 27 जून को व्यस्त दिनचर्या में सहज जीवन 28 जून को जीवन का उद्देश्य आदि विषयों पर किया जाएगा। जिसमें अधिक से अधिक संख्या में उपस्थिति हो इसके लिए हम सब सहभागी बने।
कार्यशाला में उपस्थित डॉ नितिन सेठिया ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज हर जगह रोड़ा बना हुआ है हर कोई तनाव की जिंदगी में जी रहा है। पर जो प्रजापिता ब्रह्माकुमारी विश्वविद्यालय बाबा के घर में आकर मेडिटेशन के माध्यम से जीवन तनावमुक्त होकर पॉजिटिव होकर शरीर को एनर्जी प्रदान कर सकता है।
कार्यक्रम में इंदौर से पधारी ब्रम्हाकुमारी उषा दीदी मंदसौर से ब्रम्हाकुमारी हेमा दीदी कृष्णा दीदी प्रीति दीदी तथा अतिथि डॉ नितिन सेठिया राधेश्याम घाटिया संपादक लक्ष्मीनारायण मांदलिया पत्रकार नवीन द्विवेदी संजय व्यास , योगेश गिरोठिया, समाजसेवी यशवंत माली दशरथ पाटीदार मोड़ीराम भोई श्रीमती सुशीला राठौर श्रीमती साधना मेहता ने दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया |तथा कार्यक्रम का संचालन गौरव जैन द्वारा किया गया कार्यक्रम के पश्चात सभी ने ब्रह्मा भोजन स्वीकार किया