
कितनी पात्र लाडली बहनों को वंचित कर दिया, कहां है सबका साथ- सबका विकास
– किसान नेता गुर्जर का शिवराज सरकार पर आरोप
नीमच। (समरथ सेन)लाडली बहना योजना की घोषणा करते ही मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ही नहीं पूरी भाजपा की जमात ने भारी डींगें हांकी। जबकि हकीकत में कई पात्र लाड़ली बहनें इस योजना से वंचित रह गई। कई बहनों का नाम सूची में आने के बाद भी राशि अब तक खाते में नहीं आई। यहां तक कि अपात्रों को लाभ सीधे खाते में पहुंचा दिया गया। किसान नेता और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी सदस्य उमरावसिंह गुर्जर ने आरोप लगाया कि आमतौर पर सरकारें सड़कों के जाल बिछाती है लेकिन मप्र में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह घोषणाओं के जाल बिछा रहे हैं। जिनका हकीकत से कोसों दूर तक वास्ता नहीं है। लाड़ली बहना योजना की जब घोषणा की थी तब पात्रता नियमों में यह भी बताया गया था कि जिनके नाम पर चारपहिया वाहन यानि ट्रेक्टर भी है तो वे अपात्र हो जाएंगे। कई ग्रामीण परिवारों ने ट्रेक्टर या अन्य वाहन घर में होने के कारण परिवार की महिलाओं के पंजीयन तक नहीं करवाए। लेकिन जब पात्रों की सूची आई तो ऐसी कई महिलाओं के नाम उसमें आ गए जिनके घरों में ट्रैक्टर ही नहीं अन्य संसाधन भी भरपूर हैं। कुछ महिलाओ के पंजीयन अन्य कारणों से भी पंजीयन से वंचित रह गई। जबकि बाद के नियमों के मान से वे पात्र थीं। भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं की मनमानी भी इसमें चली है। अब सरकार यह तक बताने को तैयार नहीं है कि जो पात्र हैं लेकिन किसी भी कारण से योजना में पंजीयन नही करवा सकी उन्हें फिर से अवसर मिलेगा या नहीं, और मिलेगा तो कब। जबकि चुनाव नजदीक है और शिवराज सरकार की उलट गिनती शुरू हो चुकी है। गुर्जर ने कहा कि सरकार ने इस योजना के लिए हर जिले को लक्ष्य निर्धारित किये। जबकि योजना की हकदार महिलाओं की वास्तविक संख्या लक्ष्य कई गुना अधिक है। ऐसी पात्र महिलाओं को लाभ से वंचित रखना क्या दर्शाता है। मप्र की भाजपा सरकार ने केवल अपनों को रेवड़ियां बांटी है, सबका साथ- सबका विकास का नारा केवल जुमला साबित हो रहा है। भाजपा सबका साथ तो चाहती है लेकिन विकास अपनों का ही करना चाहती है।