निरंतर करें छोटे-छोटे योग, दुर भागे रोग, के विचारों के साथ हम बढ़ेंगे तो हम स्वस्थ्य रहेंगे- बीके कृष्णा दीदी
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मेरा सौभाग्य है मैं इस संस्था में आकर आप सभी को योगा करा रही हूं- श्रीमती राठौर
सीतामऊ।अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के प्रभु उपहार भवन में करें योग रहें निरोग के संकल्प के साथ योग दिवस मनाया गया। जिसमें मुख्य अतिथि नपं सभापति बहन सुशीला राठौर पतंजलि योग शिक्षिका, बहन उमा राठौर प्राचार्य प्राथमिक विद्यालय लदुना, बीके श्रीपाल मंदसौर उपस्थित थे। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन से की गई । सेवा केंद्र संचालिका बीके कृष्णा बहन ने सभी अतिथियों एवं भाई बहनों का शब्द सुमन से स्वागत किया और कहा कि आज देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अथक प्रयासों से पूरा विश्व योग दिवस मना रहा है। इस योगा के माध्यम से लोग भारत के प्राचीनतम योग भी सीख रहे हैं जिसे राजयोग कहा जाता है। कृष्णा दीदी ने कहा कि निरंतर करें छोटे-छोटे योग, दुर भागे रोग के विचारों के साथ हम बढ़ेंगे तो हम स्वस्थ्य रहेंगे। हमारे ऋषि-मुनि कह गए हैं, ‘पहला सुख निरोगी काया, दूसरा सुख जेब में हो माया।’ यदि काया अर्थात शरीर रोगी है तो आप धन कैसे कमाएंगे। यदि पहले से ही अपार धन है तो वह किसी काम का नहीं। धन से कोई रोग नहीं मिटता है। शरीर स्वस्थ और सेहतमंद है तभी तो आप जीवन का आनंद ले सकेंगे। घुमना- फिरना, हंसी-मजाक, भगवान कि प्रार्थना, मनोरंजन आदि सभी कार्य अच्छी सेहत वाला व्यक्ति ही कर सकता है। बीके श्रीपाल भाई ने कहा कि आज योग की परम आवश्यकता है हमें बचपन से ही योग अर्थात जोड़ की शिक्षा दी जाती है हमारे जीवन में अनेक प्रसंग आते हैं जिसमें हम कहते कि आज हमारा योग अर्थात मिलन हुआ है। संगीतमय योग करा कर सभी भाई बहनों को आनंदित किया। बहन सुशीला राठौर ने कहा कि मैंने पतंजलि योग बाबा रामदेव गुरु से सीखा और मेरा सौभाग्य है मैं इस संस्था में आकर आप सभी को योगा करा रही हूं आपने अनेक योगासन भिन्न-भिन्न स्टेप बताकर अनेक बीमारियों से कैसे मुक्ति पाएं उसके बारे में विस्तार से बताया और सभी को योगासन करवाया। बहन उमा राठौड़ अपनी शुभकामना व्यक्त की।अंत में सभी को प्रसाद वितरण किया गया। कार्यक्रम का संचालन गौरव जैन द्वारा किया गया।