मंदसौरमध्यप्रदेश
दीपिका किशोरी की पुस्तक ‘‘पुरुष प्रधान’’ एवं ‘‘विचार क्रांति’’ का हुआ विमोचन

अ.भा. साहित्य परिषद का महिला साहित्यकार सम्मेलन आणंद (गुज.) में सम्पन्न
मन्दसौर। अखिल भारतीय साहित्य परिषद आणंद इकाई द्वारा वडताल स्थित श्री स्वामी नारायण धाम के सभाकक्ष में ‘‘भारतीय नारीः- गौरव, गरिमा और महिमा’’ विषय पर द्विदिवसीय महिला साहित्यकार सम्मेलन का आयोजन किया गया था। सम्मेलन का शुभारंभ महामंडलेश्वर लक्ष्मीशंकर त्रिपाठी के द्वारा मुख्य अतिथि के रूप में हुआ । समग्र भारत से महिला साहित्यकारों को आमंत्रित किया गया था अतः यह कार्यक्रम राष्ट्रीय स्तर का होने के कारण अत्यंत महत्वपूर्ण था। इस सम्मेलन में मंदसौर से तीन महिला साहित्यकारों ने भाग लिया।
साहित्य अकादमी के उपाध्यक्ष प्रो. कुमुद शर्मा, अखिल भारतीय साहित्य परिषद के संगठन मंत्री श्रीधर पराड़कर, सरदार पटेल विश्व विद्यालय के कुल गुरु प्रो. निरंजन पटेल, डॉ कुसुम केडिया के प्रतिनिधित्व में कार्यक्रम का सुनियोजित ढंग से संचालन हुआ।
कार्यक्रम में समस्त भारत से विदुषी महिला साहित्यकारों ने उत्तम प्रस्तुति दी । कार्यक्रम की मुख्य शोभा तब बढ़ी जब पद्म श्री विद्या बिंदु सिंह, पद्मश्री डॉ नीरजा माधव तथा पद्म श्री डॉ निवेदिता भिड़े जैसी उत्कृष्ट हस्तियों से आशीर्वचन प्राप्त हुए ।
महिला साहित्यकार सम्मेलन में प्रांताध्यक्ष त्रिपुरारीलाल के मार्गदर्शन में मंदसौर की तीन महिला साहित्यकारों ने सक्रिय रूप से भाग लिया और गौरव बढ़ाया। कार्यक्रम में मंदसौर से डॉ उर्मिला तोमर, चंद्रकला सिंह एवं मंदसौर की बेटी दीपिका किशोरी ने कार्यक्रम में सहभागिता दी और अपने प्रांत को गौरवान्वित किया ।
सभी प्रकार की उत्तम व्यवस्था के साथ देश के कोने कोने से आईं प्रबुद्ध लेखिकाओं को उनकी प्रतिभा प्रेषित करने के लिए सुंदर मंच दिया गया । साथ ही राष्ट्रीय संगठन मंत्री प्रो नीलम राठी के कर कमलों से दीपिका किशोरी की पुस्तक ‘‘पुरुष प्रधान’’ एवं ‘‘विचार क्रांति’’ का विमोचन हुआ। पहले दिन रात 11 बजे तक कार्यक्रम चला जिसमें कार्यक्रम को सुबह से लेकर रात तक भिन्न-भिन्न सत्रों में विभाजित किया गया एवं सभी को अवसर दिया गया । रात को अंत में मंदसौर की दीपिका किशोरी ने अपनी स्वरचित हास्य कविता को प्रस्तुत करके समा बांधा और तालियों व ठहाकों के रूप में सम्मान प्राप्त कर मंदसौर का नाम गौरवान्वित किया ।
मंदसौर की महिला साहित्यकारों को आणंद में मिले सम्मान के लिये नरेन्द्र भावसार, नंदकिशोर राठौर, नरेन्द्र त्रिवेदी, अजय डांगी, श्रीमती चंदा डांगी एवं नरेन्द्र राणावत ने बधाई दी है।
साहित्य अकादमी के उपाध्यक्ष प्रो. कुमुद शर्मा, अखिल भारतीय साहित्य परिषद के संगठन मंत्री श्रीधर पराड़कर, सरदार पटेल विश्व विद्यालय के कुल गुरु प्रो. निरंजन पटेल, डॉ कुसुम केडिया के प्रतिनिधित्व में कार्यक्रम का सुनियोजित ढंग से संचालन हुआ।
कार्यक्रम में समस्त भारत से विदुषी महिला साहित्यकारों ने उत्तम प्रस्तुति दी । कार्यक्रम की मुख्य शोभा तब बढ़ी जब पद्म श्री विद्या बिंदु सिंह, पद्मश्री डॉ नीरजा माधव तथा पद्म श्री डॉ निवेदिता भिड़े जैसी उत्कृष्ट हस्तियों से आशीर्वचन प्राप्त हुए ।
महिला साहित्यकार सम्मेलन में प्रांताध्यक्ष त्रिपुरारीलाल के मार्गदर्शन में मंदसौर की तीन महिला साहित्यकारों ने सक्रिय रूप से भाग लिया और गौरव बढ़ाया। कार्यक्रम में मंदसौर से डॉ उर्मिला तोमर, चंद्रकला सिंह एवं मंदसौर की बेटी दीपिका किशोरी ने कार्यक्रम में सहभागिता दी और अपने प्रांत को गौरवान्वित किया ।
सभी प्रकार की उत्तम व्यवस्था के साथ देश के कोने कोने से आईं प्रबुद्ध लेखिकाओं को उनकी प्रतिभा प्रेषित करने के लिए सुंदर मंच दिया गया । साथ ही राष्ट्रीय संगठन मंत्री प्रो नीलम राठी के कर कमलों से दीपिका किशोरी की पुस्तक ‘‘पुरुष प्रधान’’ एवं ‘‘विचार क्रांति’’ का विमोचन हुआ। पहले दिन रात 11 बजे तक कार्यक्रम चला जिसमें कार्यक्रम को सुबह से लेकर रात तक भिन्न-भिन्न सत्रों में विभाजित किया गया एवं सभी को अवसर दिया गया । रात को अंत में मंदसौर की दीपिका किशोरी ने अपनी स्वरचित हास्य कविता को प्रस्तुत करके समा बांधा और तालियों व ठहाकों के रूप में सम्मान प्राप्त कर मंदसौर का नाम गौरवान्वित किया ।
मंदसौर की महिला साहित्यकारों को आणंद में मिले सम्मान के लिये नरेन्द्र भावसार, नंदकिशोर राठौर, नरेन्द्र त्रिवेदी, अजय डांगी, श्रीमती चंदा डांगी एवं नरेन्द्र राणावत ने बधाई दी है।