शहडोल में बुढ़ार थाना प्रभारी और केशवाही चौकी प्रभारी लाइन अटैच, एक एएसआइ निलंबित
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शहडोल के केशवाही थाना क्षेत्र में विवाद के दौरान देरी से पहुंचने और कार्रवाई में लापरवहाी के बाद एसपी ने की कार्रवाई
✍️विकास तिवारी
शहडोल। पुलिस अधीक्षक कुमार प्रतीक ने शनिवार को केशवाही पुलिस चौकी में पदस्थ सहायक उपनिरीक्षक काेमल अजरिया को निलंबित कर दिया और यहां के प्रभारी एलबी तिवारी को लाइन अटैच कर दिया है। इनके साथ बुढ़ार थाना प्रभारी राजेशचंद्र मिश्रा को लाइन अचैट किया गया है।इन की कार्यप्रणाली पर लगातार सवाल उठ रहे थे, इसलिए यह कार्रवाई की गई है। एक और सहायक उपनिरीक्षक ओमेश रावालकर को भी लाइन में बुला लिया गया है। जानकारी के अनुसार बीते रविवार 7 मई को केशवाही पुलिस चौकी के धनौरा गांव में दो पक्षों में हुए विवाद की जांच कार्रवाई में लेटलतीफी करने के कारण बुढ़ार थाना प्रभारी और केशवाही चौकी प्रभारी को हटाया गया है। इस बीच पुलिस अधीक्षक अवकाश पर थे। शुक्रवार को जब वे लौटकर आए तो पीड़ित पक्ष के लोग मिलकर उनसे हकीकत बताया। इसके बाद पुलिस अधीक्षक ने अपने अधीनस्थ अधिकारियों से फीडबैक लिया तो पुलिस के अधिकारियों की ही लापरवाही सामने आई। विवाद के बाद ये समय पर घटना स्थल पर नहीं पहुंचे और लेट अपराध भी दर्ज किया जिससे विवाद और बढ़ गया। मामला जिला मुख्यालय तक पहुंच गया। यदि स्थानीय पुलिस चाहती तो मामला वहीं निपट जाता लेकिन लापरवाही के कारण उलझ गया। वहीं सहायक उपनिरीक्षक काेमल अजरिया का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वे किसी को धमका रहे हैं। यह वीडियो एसपी तक पहुंच गया और एसपी ने तत्काल कार्रवाई करते हुए उपनिरीक्षक को हटा दिया है। पुलिस अधीक्षक कुमार प्रतीक ने बताया कि लापरवाही पूर्ण कार्यप्रणाली सामने आने के बाद थाना प्रभारी सहित अन्य के खिलाफ कार्रवाई की गई है। केशवाही में हुए विवाद में यदि समय से मौके पर जाकर कार्रवाई करते तो मामला तूल नहीं पकड़ता। बाद में दोनों पक्षों की ओर से अपराध दर्ज कर कार्रवाई की गई है और जांच चल रही है। एसपी ने कहा कि पीड़ितों को समय पर न्याय दिलाने में लापरवाही नहीं चलेगी। कोई पुलिस के अधिकारी कर्मचारी ऐसे करते पाए गए तो कड़ी कार्रवाई होगी
केशवाही में इस तरह हुआ था विवाद का मामला-
उल्लेखनीय है कि बुढार थाना क्षेत्र के केशवाही चौकी अंतर्गत धनौरा गांव में आदर्श प्रजापति और पास्टर शिव एवं इनके साथियों के बीच विवाद हुआ था। दोनों पक्षों में मारपीट हुई थी। विवाद धारदान हथियार का उपयोग भी किया गया है, जिसमें दोनो पक्षों के लोग घायल हुए है। इस मामले में यह बात भी सामने आई कि सनातनी परिवारों को डरा धमकाकर उनका धर्मपरिवर्तन कराया जा रहा है और इसी बात को लेकर विवाद भी हुआ है। आदर्श प्रजापति समय समय पर धर्म परिवर्तन कराने वाले क्रिप्टो ईसाई बने लोगों का विरोध करते आ रहे हैं तथा पास्टर द्वारा धर्मांतरण कराने का किया और इसी बात को लेकर विवाद हुआ है।दोनों पक्षों की ओर से शिकायत पर पुलिस ने अपराध दर्ज किया है। पास्टर शिव एवं उनके साथियों की ओर पुलिस कार्रवाई पर पक्षपात का आराेप लगाया गया है, जबकि आर्दश की ओर से पहले ज्ञापन दिया गया है जिसमें जानमाल की सुरक्षा की मांग की गई है। मामला जो भी लेकिन एपी ने इसे गंभीरता से लिया और अपने ही अधिकारियों पर कार्रवाई करते हुए निष्पक्ष जांच करा रहे हैं।