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नीमच जिले के आमदगढ़ में प्रकृति कि गोद में प्रसिद्ध प्राचीन विराजित गोरा बावजी का मंदिर 

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राजू पटेल कुकडेश्वर 
नीमच जिला मुख्यालय से 60 किलोमीटर दूर कुकड़ेश्वर के नजदीक मध्य प्रदेश का नीमच जिले में प्राचीन काल से आमदगढ़ के नाम से विख्यात विश्व में प्रसिद्ध आमदगढ़ के नाम से जाने जाने वाले प्राचीन काल से बना मंदिर प्रकृति कि गोद में अरावली पर्वत पर गुफा के अंदर विराजित गोरा बावजी महाराज चमत्कारिक स्थल है जहां बड़ी संख्या में भक्तों का गोरा बाबजी के दर्शन आशीर्वाद लेने आतें हैं। कहा जाता है कि नवरात्रि और वैशाख शुक्ल पूर्णिमा के अवसर पर गोरा बाबजी के दर्शन कर जो भक्त सच्चे मन से मन्नत मांगते हैं उनकी मनोकामना पूरी होती है।

आमदगढ़ के निवासी मन्नालाल बंजारा ने बताया यहां विगत 500 वर्ष से प्राचीन काल मंदिर है यहां बावजी की मुहूर्त बहुत चमत्कारी है यहां दर्शन करने देश-विदेश से लोग आते हैं विशेष तौर से राजपूत समाज के लोग यहां आते हैं आज भी यहां जावरा से भक्त लोग आए हैं इनकी जो मन्नत थी वह मन्नत बाबा ने पूरी की आज यहां भक्त लोग दाल बाटी बना रहे हैं बड़े आनंद से बाबा का भोग लगाएंगे।

ज्ञान सिंह बंजारा ने बताया यहां पर्यटन विभाग के द्वारा सर्वे किया किया गया था लेकिन आज दिन तक कोई विकास नहीं हुआ है नहीं यहां शासन-प्रशासन कोई ध्यान इस ओर आकर्षित होता है यहां दूरदराज से लोग दर्शन करने आते हैं। यहां बारिश का नजारा बहुत अच्छा नजारा रहता है यहां बाबा की कृपा से झरना गिरता है इस झरने में लोग आनंद लेते हैं नहाते हैं और यहां जो कुंड बना है।

यहां आए भक्तों एवं मन्नालाल बंजारा ने बताया कि इस कुंड की यह महिमा है यहां का जल जो ग्रहण करता है एक्जिमा दाद खाज खुजली एवं गंभीर से गंभीर बीमारी ठीक होती हैं यहां प्राचीन काल से एक गुफा थी गुफा यहां के पहाड़ गिरने से मिट्टी गिरने से यहां का गेट बंद हो गया है यहां से लोग पैदल पैदल कंडील के उजाले के सहारे रामपुरा कोर्ट जाते और तारीख करके वापस आ जाते थे आमद वाले रामपुरा जाते थे और रामपुरा वाले आमद आते थे। आमदगढ़ आ कर बाबा के दर्शन करते थे यहां नवरात्रि में चमत्कार देखने को मिलता है यहां बाबा की मूर्ति के ऊपर नाग नागिन का जोड़ा 9 दिन से यही विराजित रहता है भक्तों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाते हैं जब-जब आरती का समय आता है तब तक यहां से जंगल का राजा शेर दहाड़ मारता है लेकिन यहां किसी तरह की जनहानि नहीं होती हैं।

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