विश्व प्रेस स्वत्रंत्रता दिवस पर पत्रकारिता के क्षेत्र में 50 से अधिक वर्षों सेवा करने वाले पं.महेश दुबे का हुआ सम्मान
50 years in the field of journalism on World Press Freedom Day.

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मंदसौर। प्रेस और मीडिया हमारे आसपास घटित होने वाली घटनाओं से हमें अवगत करवा कर हमारे लिए खबर वाहक का काम करती हैं, यही खबरें हमें दुनिया से जोड़े रखती हैं। उक्त बात समाजसेवी वरिष्ठ पत्रकार पण्डित महेश दुबे ने 3 मई को गैर सरकारी संगठन रूरल पब्लक सर्विसेस कार्यालय पर किये गये अपने सम्मान के अवसर पर बोलते हुए कही। विश्व प्रेस स्वत्रंत्रता दिवस पर एनजीओ द्वारा वरिष्ठ पत्रकार पं.महेश दुबे का सम्मान किया गया। आमप्रकाश सोनी ने बताया की श्री महेश दुबे ने वर्ष 1980 के दशक से सर्व प्रथम सिलिकोसिस पिड़ीतो के मुद्दे से अपनी पत्रकारता की शुरूआत कि थी और आज स्वतंत्र पत्रकारीता के माध्यम से प्रदेश और देश के प्रति अपनी लेखनी से आज भी समाज को जागृत करने मे लगे हुए है। इस अवसर पर रूरल पब्लिक सर्विसेस के डायरेक्टर, जिला पत्रकार एसोसिएशन के समन्वयक राधेश्याम मारू ने कहा की विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस का उद्देश्य प्रेस की आजादी के महत्व के प्रति जागरूकता फैलाना है। प्रेस की आजादी और समाचारों को लोगों तक पहुंचाकर, सशक्त हो रहे मीडियाकर्मियों का व्यापक विकास करना इसका उद्देश्य है। प्रियदर्शन संस्था के अध्यक्ष दिनेश सोलंकी ने कहा की भारतीय पत्रकारिता में हमेशा विचार हावी होता है, जबकि पश्चिम में तथ्यात्मकता पर जोर दिया जाता है। इससे कहीं न कहीं हमारे पत्रकारिता के स्तर में कमी आती है। इसके अलावा भारतीय पत्रकारों में पुरस्कारों के प्रति जागरूकता की भी कमी है, वे इसके लिए प्रयासरत नहीं रहते। विश्व प्रेस दिवस के अवसर पर संस्था रूरल पब्लिक सर्विसेस ने सभी वरिष्ठ पत्रकारों को बधाई शुभकामनाए देकर उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। इस अवसर पर बलराम राठौर कचनारा ने भी अपने विचार व्यक्ति किये।