मंदसौरमध्यप्रदेश

समाचार मंदसौर मध्य प्रदेश से 22 अप्रैल 2023

जल के अपव्यय से जीवन में सुख समृद्धि में कमी आती है-पं. विष्णु शर्मा
कल्याणगुरू व्यायाम शाला में चल रही है श्री शिवमहापुराण कथा

मन्दसौर। श्री बैजनाथ धाम शिवना तट, श्री कल्याणगुरू व्यायाम शाला में चल रही श्री बेजनाथ महादेव श्री शिवमहापुराण कथा के द्वितीय दिवस कथा प्रवक्ता पं. श्री विष्णुजी शर्मा ने बैशाख माह में पानी का अपव्यय न करे क्योंकि जल है तो जीवन है। कई गांवों-शहरों में इस समय पेयजल की समस्या का सामना करना पड़ता है पेयजल स्त्रोत सुख जाते है पशु-पक्षी पानी नहीं मिलने से अपना जीवन खो देते है। जल का व्यर्थ न बहाये इसके महत्व को समझे। जल के अपव्यय से जीवन में सुख समृद्धि में कमी आती है।
पं. श्री शर्मा ने कहा कि पानी की महानता का वर्णन वेदों में भी किया गया है. ऋग्वेद में जल पर विस्तार से बात रखी गई है। धन यश और वैभव की देवी महालक्ष्मी को जल अत्यंत प्यारा है. वे भगवान विष्णु के साथ क्षीर सागर में निवास करती है। पहला जीव भी जलचर माना जाता है. जल संरक्षण से लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।  जिन घरों में नल से पानी बहता रहता है. ऐसे घरों से भगवान रुष्ट रहते हैं।
भक्ति धारण करने वाला कलयुग के प्रभाव से बचता है- पं. शर्मा ने कहा कि जिसे भगवान का प्रेम प्राप्त हो वह भाग्यशाली है। भगवान के विषय में जानने के लिए जिज्ञासु हो, वह भाग्यवान है। हम लोग जिस कलयुग में जी रहे हैं इस युग में बड़े-बड़े महात्माओं ने गहरा चिंतन किया है जो भक्ति को धारण करता है वह कलयुग के प्रभाव से बच जाता है।
शिव सदैव प्रसन्न रहते है- भगवान शिव की महिमा का बखान करते हुए पं. शर्मा ने कहा कि भगवान शिव विनोदशील है। वह सदैव प्रसन्न रहते हैं मन स्थिति ऐसी हो कि परिस्थिति कभी प्रभावित नहीं करें। शिव की जीवन शैली में विरोधाभास भी प्रसन्न रहते हैं।
कथा प्रतिदिन दोप. 3 सायं 6 बजे तक श्री कल्याणगुरू व्यायाम शाला में चल रही है। जहां बड़ी संख्या में महिला पुरुष श्रद्धालु कथा श्रवण कर रहे हैं।
द्वितीय दिवस पौथी पूजन में मांगीलाल सौलंकी चन्द्रपुरा, टीकमसिंह शक्तावत संजीत नाका, मंगला धनोतिया, रामचन्द्र बतमी, कन्हैयालाल बतमी, शैलेन्द्र गिरी गोस्वामी, मनोज सौलंकी, गोवर्धन बतमी, प्रभुलाल बतमी, रामूलाल बतमी, राजूलाल बतमी, गोपाल बतमी, फकीरचन्द्र बतमी, कोमल बतमी, शांतिलाल बतमी, प्रेम कहार, मोहनलाल, राजेश परमार, विष्णु, दीपक, दिलीप,  सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालुजन उपस्थित रहे।

शैलेन्द्र गिरी गोस्वामी

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ग्रामीणों से कार्यक्रम में पहंुचने की अपील करते कांग्रेस नेता जोकचन्द्र
नही मिल रहा फसलों का दाम, उपज को खरीदा जा रहा कौड़ियों में, किसान अधिकार सभा को लेकर जोकचन्द्र ने किया मल्हारगढ़ विधानसभा को दौरा
पिपलिया स्टेशन (निप्र)। प्रदेश में किसानों को फसलों का भाव नहीं मिल रहा, उनकी उपज को कौड़ियों के दाम खरीदा जा रहा है, किसान संकट में है। बेमौसम बरसात व ओलावृष्टि में हुई, लेकिन आज तक मुआवजा नहीं आया, फसल बीमा भी किसानों को नहीं दिया गया। अन्नदाता किसान मारे मारे फिर रहा है, और मध्य प्रदेश के वित्तमंत्री कबड्डी खेलने में व्यस्त है। उक्त बात मल्हारगढ़ विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी रहे श्यामलाल जोकचंद्र ने  खोखरा, निनोरा, कनघट्टी, सूपड़ा, सेमली, सनावदा, खंखराई, बालागुढ़ा, अम्बाव, उमरिया, गोगरपुरा, डंूगलावदा, बरखेड़ा जयसिंह, धाकड़ी, सुजानपुरा, मुण्डकोषा, बही पार्श्वनाथ गांव में किसानों के समक्ष नुक्कड़ चर्चा में कही। 24 अप्रेल को मंदसौर में पूर्व मंत्री जीतू पटवारी किसान अधिकार सभा को सम्बोधित करेंगे, इसी कार्यक्रम में किसानों व कार्यकर्ताओं से अधिकाधिक संख्या में पहंुचने के लिए जोकचन्द्र ने दौरा कार्यक्रम के दौरान किसानों से अनुरोध किया। उन्होंने आगे कहा कि अन्नदाताओं की कोई सुनने वाला नहीं है, क्षेत्र के मंत्री कबड्डी खो-खो खेलने में व्यस्त हैं, मजदूर अपनी समस्याओं के बारे में बात करते हैं तो मंत्री उनका ध्यान भटकाने की कोशिश करते है। कही कोई नहीं सुनता है। जोकचंद्र ने कह आज अन्नदाता संकट में है, अस्पताल में डॉक्टर नहीं है, स्कूल में मास्टर नहीं है, स्वास्थ्य, शिक्षा व्यवस्था ठप्प  है, किसान क़ो फसलों के दाम नहीं मिल रही है, ऐसे में अब सभी क़ो मिलकर शिवराज सरकार क़ो उखाड़कर फेंकने के लिए कमर कस कर संघर्ष करना होगा। दौरे में रमेश पाटीदार, कुन्जीलाल पाटीदार, दिनेश पाटीदार, राजेश भारती, सुरेन्द्रसिंह शक्तावत, कन्हैयालाल गुर्जर, गोपाल पटेल, कन्हैयालाल पाटीदार, अमृतराम हाबरिया, पूर्व जनपद सदस्य परशुराम पाटीदार, रमेश राठौर, भरत पाटीदार, ईशु धनगर, पवन पाटीदार, दिलराम शर्मा, मुकेश पटेल आदि मौजूद रहे।
आज संजीत ब्लाक के इन गांवों में दौरा करेंगे जोकचन्द्र:- संजीत ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष शीतसिंह बोराना, महेश गुप्ता ने बताया 24 अप्रेल को मंदसौर में आयोजित किसान अधिकार सभा में अधिकाधिक संख्या में पहुंचने की तैयारी को लेकर विधानसभा क्षेत्र के पूर्व कांग्रेस प्रत्याक्षी श्यामलाल जोकचन्द्र 22 अप्रेल को संजीत क्षेत्र के विभिन्न गांवा का दौरा कर किसानों व कार्यकर्ताओं से रुबरु होंगे। बोराना ने बताया जोकचन्द्र प्रातः 11 बजे ढाबला, 11.30 काचरिया कदमाला, 12 बजे रणायरा, 12.30 बजे सोनगरा, 1 बजे नागर पिपलिया, 1.30 बजे बिल्लोद, 2 बजे खेड़ा, 2.30 बजे खूंटी, 3 बजे खात्याखेड़ी, 3.30 बजे ढ़ाणी, 4 बजे रायसिंह पिपलिया, 4.30 बजे ढोरी, 5 बजे हिंगोरिया बड़ा, 5.30 बजे बरखेड़ा डांगी, 6 बजे बोरखेड़ी चारण, 6.30 बजे हाथी बोलिया, 7 बजे मगराना, 7.30 बबजे रतन पिपलिया का दौरान करेंगे। इस दौरान जिला पंचायत सदस्य भोपालसिंह सोलंकी सहित मण्डलम अध्यक्षगण भी साथ रहेंग

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अब हर गांव मे होगा खेल का उपयुक्त मैदान – वित्त मंत्री श्री देवड़ा 

संंजीत मे सासंद खेल महोत्सव का हुआ आयोजन

मंदसौर 21 अप्रैल 23/ वित्त, वाणिज्यिक कर, योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग मध्य प्रदेश शासन के मंत्री श्री जगदीश देवड़ा ने संजीत में सांसद खेल महोत्सव का शुभारंभ करवाया। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी व प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान खेल प्रतिभाओं को आगे लाने के लिए लगातार तत्पर हैं।  वित्त मंत्री ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि, जिन गांव में खेल मैदान नहीं है, वहां उपयुक्त खेल मैदान बनाया जाए, ताकि ग्रामीण खेल प्रतिभाएं अपने खेलों में और निखार ला सके। सांसद खेल महोत्सव भी अंचल की खेल प्रतिभाओं को निखारने का एक मंच है। सभी बच्चे प्रतिदिन 1 से 2 घंटे खेल मैदान में बिताएं, खेल खेलने से दिमाग स्वस्थ रहता है और स्वस्थ दिमाग से पढ़ाई भी अच्छी होती हैं और अच्छी पढ़ाई करते है तो हम बहुत आगे जा सकते हैं। माता-पिता बड़ी उम्मीदों के साथ आपको स्कूल पहुंचाते हैं, विडंबना है की कई बच्चे इस समय मोबाइल गेम में ज्यादा व्यस्त रहते हैं, वे मोबाइल गेम में व्यस्त ना रहकर खेल के मैदान में व्यस्त रहना सीखे। 

 

ग्राम संजीत में शुक्रवार को सांसद खेल महोत्सव का आयोजन किया गया। जिसमें संजीत संकुल के 32 विद्यालयों से बच्चे सांसद खेल महोत्सव में भागीदारी करने पहुंचे। सुबह 8 बजे ग्राम के सदर बाजार सहित मुख्य मार्गो से भव्य रैली निकाली गई। यह रैली ग्राम के अंब्दापुर मैदान पहुंची। यहां सांसद खेल महोत्सव का आगाज हुआ। विद्यार्थियों ने रस्साकसी, कबड्डी और खो- खो आदी खेल प्रतियोगिता में भागीदारी की।  तत्पश्चात मंत्री देवड़ा ने यहां खेल गतिविधियों में अव्वल आने वाली टीमो को प्रशस्ति पत्र व मेडल पहनाकर पुरस्कृत किया तो वही निशुल्क साइकिल वितरण भी विद्यार्थी को की। इसके साथ ही मंत्री श्री देवड़ा ने कार्यक्रम को सफल बनाने वाले सभी खेलों के कोच, शिक्षक-  शिक्षिकाओं व ग्राम पंचायत के पदाधिकारियों व कर्मचारियों का माला पहनाकर स्वागत किया। फोटो संलग्न 

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शासकीय कन्या उमावि मल्हारगढ़ में 12 लाख की लागत से डोम एवं 7 लाख की लागत से साइकिल स्टैंड का निर्माण होगा : वित्त मंत्री श्री देवड़ा

वित्त मंत्री श्री देवड़ा ने मल्हारगढ़ में सांसद खेल महोत्सव का शुभारंभ किया

मंदसौर 21 अप्रैल 23/ वित्त, वाणिज्यिक कर, योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग मध्य प्रदेश शासन के मंत्री श्री जगदीश देवड़ा ने शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मल्हारगढ़ में सांसद खेल महोत्सव का शुभारंभ किया। शुभारंभ अवसर पर उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि इस कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में 12 लाख 80 हजार रुपए की लागत से डोम का निर्माण किया जाएगा एवं 7 लाख की लागत से साइकिल स्टैंड का निर्माण किया जाएगा। यह दोनों कार्य विधायक निधि से होंगे। इस अवसर पर जनपद एवं नगर परिषद अध्यक्ष, पार्षद गण, जिला एवं जनपद पंचायत के सदस्य, श्री मदन लाल राठौर, स्थानीय जनप्रतिनिधि, शिक्षक, बड़ी संख्या में छात्र, अधिकारी, कर्मचारी, पत्रकार मौजूद थे। 

सांसद खेल महोत्सव से खेलों के प्रति बच्चों में जागृति उत्पन्न होगी

सांसद खेल महोत्सव शुभारंभ अवसर पर वित्त मंत्री श्री देवड़ा द्वारा कहा गया कि, सांसद खेल महोत्सव से बच्चों में खेलों के प्रति जागृति उत्पन्न होगी। यह महोत्सव सिर्फ मल्हारगढ़ में नहीं बल्कि सारे हिंदुस्तान में आयोजित हो रहा है। आज के समय में बच्चे पारंपरिक खेलों से दूर होते जा रहे हैं। उन्हें अपने परंपरागत खेलों की और आकर्षित करना ही खेल महोत्सव का प्रमुख उद्देश्य है। आज सभी बच्चे खेलों से दूर होकर मोबाइल गेम तक सीमित रह गए हैं। उन सभी बच्चों को वापस खेल मैदान तक ले जाना है। खेलों के प्रति बच्चों में अपार उत्साह देखने को मिल रहा है। मध्यप्रदेश के बच्चे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलों में पुरस्कार लेकर आ रहे हैं। बच्चे गावों से निकलकर देश का नाम रोशन कर रहे हैं और उन्हें अवसर भी सरकार के द्वारा दिए जा रहे हैं। सरकार खेलों में सुविधाएं दे रही हैं।  इस वर्ष के बजट में खेल के क्षेत्र में 113% की वृद्धि की गई है। इस वर्ष 738 करोड़ का आवंटन सिर्फ खेल के लिए किया गया है। सरकार की भी खेलो प्रति विशेष रूचि है। इसके लिए सरकार ने यह निर्णय लिया है कि, हर ग्राम पंचायत में जहां पर शासकीय जमीन हो, उस जमीन को खेल मैदान के लिए आवंटित किया जाए। खेलों के प्रति हमें फिर से वातावरण एवं रुचि निर्मित करनी होगी। प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती, लेकिन उसको अवसर मिलना चाहिए और अवसर सरकार दे रही है। उन्होंने सभी बच्चों से विशेष तौर पर कहा कि, सभी बच्चे अपने गली, मोहल्ले में जहां भी कचरा दिखे उसको डस्टबिन में डालें। जिससे बड़ों को इससे प्रेरणा मिलेगी। कार्यक्रम के अंत में बच्चों को निशुल्क साईकिल वितरित की गई।

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वित्त मंत्री श्री देवड़ा ने मल्हारगढ़ में शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु की प्रतिमा का अनावरण किया

मंदसौर 21 अप्रैल 23/ वित्त, वाणिज्यिक कर, योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग मध्य प्रदेश शासन के मंत्री श्री जगदीश देवड़ा ने मल्हारगढ़ में शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु की प्रतिमा का अनावरण किया। मूर्ति अनावरण के पश्चात अनावरण परिसर में वृक्षारोपण किया। कार्यक्रम के दौरान नगर परिषद अध्यक्ष, जिला एवं जनपद पंचायत सदस्य, श्री मदन लाल राठौर, अन्य जनप्रतिनिधि, विकास खंड अधिकारी, कर्मचारी, आम नागरिक, पत्रकार मौजूद थे। अनावरण के दौरान वित्त मंत्री श्री देवड़ा द्वारा कहा गया कि मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना अंतर्गत कोई भी पात्र व्यक्ति वंचित न रहे। इसके लिए नगर परिषद एक एक वंचित व्यक्ति का आवेदन भरवाए। आगामी 21 मई की तारीख से मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के अंतर्गत अब बुजुर्ग व्यक्ति हवाई जहाज से भी यह यात्रा करेंगे। जिले में अनगिनत विकास के काम हुए हैं। प्रदेश में तीर्थ दर्शन योजना, मुफ्त राशन वितरण, पीएम आवास, शौचालय, जल जीवन मिशन के माध्यम से हर घर तक जल, उज्जवला गैस कनेक्शन योजना, आयुष्मान भारत योजना जैसे कई जन कल्याणकारी योजना चलाई गई।

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जिले के संपूर्ण क्षेत्र में नलकूप खनन पर 31 जनू 2023 तक प्रतिबंध

मंदसौर 21 अप्रैल 23/ कलेक्टर श्री दिलीप कुमार यादव ने बताया कि मध्य प्रदेश पेयजल परिरक्षण अधिनियम  1986 की धारा 3 संशोधित अधिनियम 2002 के अंतर्गत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए मंदसौर जिले की  संपूर्ण क्षेत्र में नलकूप खनन पर 31 जून 2023 तक प्रतिबंध लगाया जाता है l मंदसौर जिले में कोई भी व्यक्ति बिना अनुज्ञा के नलकूप खनन नहीं कर सकेगा । जो व्यक्ति इस आदेश का उल्लंघन करेगा वह मध्य प्रदेश पेयजल परीक्षण अधिनियम की धारा 9 एवं भारतीय दंड संहिता की धारा 188 के अंतर्गत दाण्डिक कार्यवाही का भागी होगा तथा बिना अनुज्ञा के जो जल संरचना हेड पंप, नलकूप खनन, बोरवेल आदि का निर्माण होगा । वह राज्य शासन में वैष्ठित हो जाएगा अति आवश्यक होने पर नलकूप खनन की अनुमति धारा 6 में लक्षित प्रक्रिया के अनुसार पेयजल हेतु संबंधित क्षेत्र के अनुविभागीय अधिकारी के न्यायालय में आवेदन प्रस्तुत कर सकेगा l

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नेशनल लोक अदालत का आयोजन 13 मई को 

मंदसौर 21 अप्रैल 23/ जिला न्‍यायाधीश सचिव जिला विविध सेवा प्राधिकरण मंदसौर द्वारा बताया गया कि नेशनल लोक अदालत का आयोजन 13 मई 2023 को आयोजित की गई है। 

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प.पू. आचार्य श्री अशोक सागर सूरीश्वरजी म.सा. के 80वें जन्मदिवस पर आलेख:-
आज श्री नागेश्वर तीर्थ के मार्गदर्शक, माणिभद्र तीर्थ उज्जैन  उद्धारक, श्री आर्यरक्षितसूरिश्वरजी तीर्थ धाम मंदसौर  के प्रेरक, श्री माण्डवगढ़ तीर्थ जीर्णोद्धारक एवं बहुत से तीर्थ और उपाश्रय के प्रेरक *प.पू. आचार्य श्री अशोकसागरसूरिश्वरजी म.सा.* का 80वां जन्मदिवस है। आज इस दिवस के उनके शिष्यगण अनुकम्पा दिवस के रूप में मना रहे है। आज उनके जन्मदिवस पर जीवदया व अनुकम्पा के विविध कार्यक्रम कर उनके दिर्घकालीन जीवन की कामना उनके धर्मानूजन द्वारा की जायेगी।
उनका जन्म गुजरात बड़ोदा के छाणी गांव में विक्रम संवत 2000 वैशाख सुदी बीज (सन् 1944) को सेठ शांतिलालजी व श्रीमती मंगुबेन के घर हुआ। उनका नाम अरूण कुमार रखा गया। बचपन से ही अरूण कुमार का धर्म के प्रति लगाव होने से जैन धार्मिक पाठशाला में लगातार पांच वर्ष अध्ययन किया। अध्ययन के दौरान ही सांसारिक भौतिक सुखों के प्रति अनासक्ति के कारण उन्होंने प.पू. विद्वान संत पं. श्री अभयसागर सूरिश्वरजी म.सा. के सानिध्य में जैन भगवती दीक्षा अंगीकार की। दीक्षा के मौके पर उनका  नाम मुनिश्री अशोकसागरजी म.सा. रखा गया।
दीक्षा के उपरांत उन्होंने जैन आगमों (शास्त्रों) का अध्ययन किया। उन्होंने जैन धर्म का ज्ञान प्राप्त करने के बाद धारा प्रवाह एवं जोशीली वाणी में धर्मसभाओं में व्याख्यान देने प्रारंभ किये। उनके प्रवचनों की शैली व प्रभाव के कारण उनकी ख्याति बढ़ी तथा वे अल्पायु में ही प्रभावक प्रवचनकार बन गये। उनके द्वारा कई जैन तीर्थों के जिणोद्बार का कार्य किया गया। उनकी प्रेरणा पाकर धर्मालुजनों ने कई जैन तीर्थों के पुनः निर्माण का बिढा उठाया। उनकी प्रेरणा से उज्जैन के माणिभद्र तीर्थ, रतलाम के बिबरोद तीर्थ, मंदसौर के आर्यरक्षित सूरी धाम तीर्थ का कार्य शुरू हुआ। उनकी प्रेरणा  से विश्वविख्यात श्री  नागेश्वर तीर्थ, माण्डवगढ़ तीर्थ, पालिताना  श्री जम्बुदीप तीर्थ में 108 फिट ऊँची भगवान आदिनाथ की प्रतिमा बनाने का कार्य शुरू हुआ। उनकी प्रेरणा से कई छोटे बड़े जिनालयों, उपाश्रयों के कार्य शुरू हुए। कई जैन तीर्थों के प्रेरणादाता एवं प्रतिष्ठाकर्ता के रूप में उन्होंने जैन धर्म की जो सेवा की है वह अद्भूत है।
आचार्य श्री अशोकसागरसूरिश्वरजी म.सा. की प्रेरणा से आपके  परिवार के 6 अन्य व्यक्तियों ने भी संयम का मार्ग अंगीकार करते हुए जैन भगवती दिक्षा ग्रहण की। आपने भारतीय धर्म व संस्कृति के सुदृढ़ीकरण के लिये वैष्णव संतों के साथ कई बार धर्मसभाओं में व्याख्यान दिये। गुजरात के महुआ में मोरारी बापू के सर्वधर्म सम्मेलन में उन्होंने जैन आचार्य के रूप में सहभागिता की तथा अपनी ओजस्वी वाणी से सभी को जैन धर्म का ज्ञान प्रदान किया। आपने जिन शासन की अनेक प्रकार से प्रभावना करते हुए अपना पूरा जीवन समर्पित किया है। एवं अनेक कठोर तप तपस्या करके जिन शासन को गौरवान्वित किया है। आज ऐसे विरले व्यक्तित्व के जन्मदिवस पर हम सभी धर्मानुजन उनके दीर्घकालीन जीवन की कामना करते है।

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आजाद अध्यापक शिक्षक संघ की प्रांतीय बैठक 23 अप्रैल को भोपाल में
मन्दसौर। अध्यापक शिक्षक संवर्ग की सभी ज्वलंत मांगों के निराकरण हेतु आगामी रणनीति तैयार करने के लिए आजाद अध्यापक शिक्षक संघ मध्य प्रदेश की प्रांतीय बैठक भोपाल में 23 अप्रैल को आहूत की गई है।
आजाद अध्यापक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष श्याम मीणा ने बताया कि संघ के मध्यप्रदेश के प्रांत अध्यक्ष भरत पटेल के नेतृत्व में प्रदेश के अध्यापक शिक्षक संवर्ग ने विगत वर्ष मई माह की भीषण गर्मी में विदिशा से सुखी सेवनिया तक 5 दिवसीय 55 किलोमीटर की पेंशन ध्वज पदयात्रा अपनी मांगों को लेकर निकाली थी। उसके पश्चात उसी वर्ष सितंबर में सुखी सेवनिया में पुनः धरना प्रदर्शन और बाद में हड़ताल की गई थी। जिसके फलस्वरूप आजाद के कई साथी निलंबित हुए और हजारों साथियों की वेतन कटौती हुई। आजाद अध्यापक शिक्षक संघ मध्यप्रदेश सतत रूप से अध्यापक शिक्षक संवर्ग की ज्वलंत समस्याओं जैसे पुरानी पेंशन, क्रमोन्नति, पदोन्नति, अनुकंपा, गुरुजी वरिष्ठता, ग्रेजुएटी, शेष संविलियन जैसी समस्याओं के निराकरण के लिए बार-बार शासन प्रशासन और जिम्मेदार अधिकारियों से निवेदन और धरना आंदोलन आदि कर चुका है। उपरोक्त समस्याओं के निराकरण के लिए सभी संभव प्रयास भी किए जा चुके हैं। पुनः इन्हीं सब मांगों के निराकरण के  लिए 26 फरवरी 2023 को आजाद अध्यापक शिक्षक संघ मध्य प्रदेश के प्रांतीय आवाहन पर प्रदेश के समस्त जिलों में माननीय मुख्यमंत्री जी के नाम पर 11 सूत्रीय मांगों का रैली निकाल कर ज्ञापन पत्र एसडीएम/ कलेक्टर महोदय को सौंपा गया। 2018 से लंबित क्रमोन्नति आदेश,  अनुकंपा,  वर्षों से लंबित पदोन्नति और ग्रेजुएटी जैसे छोटे-छोटे आदेश 4 साल होने के बावजूद भी जारी ना होने के कारण प्रदेश के अध्यापक शिक्षक संवर्ग में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। अध्यापक शिक्षक संवर्ग के जो शिक्षक वर्तमान में रिटायर हो रहे हैं, उन्हें एनपीएस में नाम मात्र की पेंशन रु 800, रु 1000, रु 1500 आदि प्राप्त हो रही है। इस कारण प्रदेश में पुरानी पेंशन की मांग जोर पकड़ रही है। सभी विभाग इस हेतु बड़े आंदोलन की तैयारी में जुटे हुए हैं। अध्यापक शिक्षक संवर्ग की सभी ज्वलंत मांगों के निराकरण हेतु आगामी रणनीति तैयार करने के लिए आजाद अध्यापक शिक्षक संघ मध्य प्रदेश के प्रांत अध्यक्ष भरत पटेल ने 23 अप्रैल 2023 को संघ की प्रांतीय बैठक भोपाल में आहूत करने का निर्णय लिया है, जिसमें आजाद अध्यापक शिक्षक संघ मध्यप्रदेश  के समस्त जिला अध्यक्ष, संभाग अध्यक्ष , प्रांतीय पदाधिकारी और संगठन के अन्य सभी जिम्मेदार पदाधिकारी उपस्थित रहेंगे इसी क्रम में मंदसौर जिले से सुनील परिहार प्रांतीय प्रवक्ता,विक्रम सिंह कछावा प्रांतीय उपाध्यक्ष, दसरथ गहलोत प्रांतीय सह सचिव,विकास त्रिवेदी संभागीय प्रवक्ता,श्याम मीणा जिलाध्यक्ष उपस्थित रहेंगे। यह जानकारी संघ के जिलाध्यक्ष श्याम मीणा ने दी।
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गुदरी फूड पॉइजनिंग मामले में खाद्य विभाग चिकन मटन वालों पर क्यों मेहरबान-सरदार कुणाल श्रीवास्तव
कलेक्टर महोदय से निष्क्रिय पड़े खाद्य विभाग को सक्रिय करने की मांग

मन्दसौर। श्रीराम युवा सेना के प्रदेश अध्यक्ष सरदार कुणाल श्रीवास्तव ने बताया कि विगत दिनों गुदरी में रमजान इफ्तार के कार्यक्रम में हुए फूड पायजेनिंग में सैकड़ों लोगों की तबियत खराब हो गई तथा उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया। इस मामले के घटित होने के बाद कलेक्टर के निर्देश पर खाद्य विभाग का अमला जागा तथा आनन फानन में कार्यवाही करने के नाम पर मावों की दुकान पर पहुंचकर सेम्पल ले लिये। क्योंकि इफ्तार कार्यक्रम में मावे की मिठाई बनी थी। लेकिन यहां यह भी प्रश्न है कि क्या उक्त कार्यक्रम में मिठाई ही बनी थी ? अगर नहीं तो उस कार्यक्रम में अन्य खाद्य सामग्री भी बनी थी लेकिन खाद्य विभाग ने सिर्फ मावे का ही सैम्पल लिया जबकि यह भी चर्चा है कि इस पार्टी में चिकन मटन भी बना था जिसके कारण फूड पॉइजनिंग हुई लेकिन खाद्य विभाग अमले ने एक भी चिकन मटन की दुकान से सैंपल नहीं लिये जिससे सिद्ध हो रहा है कि खाद्य विभाग की वहां से स्वार्थ सिद्धी हो रही है।
श्री श्रीवास्तव ने कहा कि बढ़ती गर्मी में खाद्य अमला अधिक सक्रिय होना चाहिये। आखा तीज से शादिया भी शुरू हो रही है लेकिन खाद्य विभाग हमेशा बड़ी घटनाएं होने का इंतजार करता है और आला अधिकारियों के निर्देश पर ही कार्यवाही करता है। दूसरी ओर बताया गया कि खाद्य विभाग द्वारा जो सैम्पल लिये गये उनकी रिपोर्ट भी महिनों बाद आती है जब तक तो वह खराब या मिलावटी खाद्य सामग्री बिककर लोगों द्वारा खा ली जाती है। याने मात्र सेम्पल की लेकर ही इतिश्री कर ली जाती है।
श्रीवास्तव ने कलेक्टर श्री दिलीप कुमार यादव से मांग की है कि ऐसे सुस्त व निष्क्रिय  खाद्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश देकर उन्हें सक्रिय किया जाये तथा अब तक जो सैम्पल लिये गये है उनकी लेबोरेटरी से क्या रिपोर्ट आई है उसे सार्वजनिक किया जाये। तथा विगत दिनों गुदरी में हुई दुर्घटना के भोजन में उपयोग में आई हर सामग्री के सैंपल लेकर दोषियों के विरूद्ध कार्यवाही कराई जाये।
सरदार कुणाल श्रीवास्तव
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चैन स्नैचिंग के आरोपी को पकडने पर जैन समाज ने किया थाना प्रभारी और आरक्षक का सम्मान
जिला पुलिस अधीक्षक का माना आभार
मंदसौर। विगत दिनों मंदसौर नगर के रहवासी क्षेत्र चौधरी कॉलोनी स्थित रूपचांद आराधना भवना स्थित जैन मंदिर से पूजा अर्चना कर अपने घर को जा रही एक वृद्ध महिला की एक युवक ने गले से सोनी की डेढ तौले की चैन खिंचकर भाग गया था।
घटना के तुरंत बार पुलिस को सूचना दी तो तुरंत कोतवाली थाना प्रभारी अमित सोनी मौके पर पहुंचे और सीसीटीवी कैमरों को खंगाला। इसके बाद स्वयं जिला पुलिस अधीक्षक अनुराग सुजानिया एवं उप पुलिस अधीक्षक गौतम सौलंकी भी मौके पर पहुंचे थे।
पुलिस के अथक प्रयासों का सुखद परिणाम यह रहा कि चैन चोर पकडा गया और महिला से लूटी गई चेन भी उससे बरामद हो गई।
पुलिस द्वारा किये गये प्रयासों की सराहना करते हुए रूपचांद आराधना भवन के ट्रस्ट मंडल ने 21 अप्रैल शुक्रवार को नई आबादी स्थित कंट्रोल रूम पर जिला पुलिस अधीक्षक अनुराग सुजानिया, उप पुलिस अधीक्षक गौतम सोलंकी, नगर पुलिस अधीक्षक सतनामसिंह  का आभार प्रकट किया एवं तत्वरित कार्यवाही हेतु कोतवाली थाना प्रभारी अमित सोनी और मुख्य भूमिका निभाने वाले आरक्षक आनंद सिंह का जैन दुपट्टा और मोतीयों की माला पहनाकर सम्मान किया।
इस अवसर पर रूपचांद आराधना भवन के दिलीप डांगी, संदीप धींग, मनोज जैन, सुरेश नाहटा, पारस सालेचा, राजेश पामेचा आदि उपस्थित थे। यह जानकारी विजयेन्द्र फांफरिया ने दी।

वृद्धा ने दिया पुलिस अधीक्षक को धन्यवाद
फरियादी जयंपति पति अशोक कुमार जैन ने बताया कि चैन चोरी जाने से बहुत टेंशन में थी। लेकिन एसपी साहब और पुलिस टीम ने बहुत अच्छी कार्यवाही की। जब भी पुलिस के पास गयें हमारी बात सुनी गई। ऐसी कार्यवाही से पुलिस के प्रति आमजनों का विश्वास बढता है। मैं तो यही कहूंगी पुलिस को फिल्मों में गलत बताया जाता है लेकिन मंदसौर पुलिस बिल्कुल ऐसी नहीं है। जब से चैन चोरी गई थी, मेरा चैन खो गया था, मेरा मंदिर जाना भी बंद हो गया था इच्छा ही नहीं होती थी लेकिन अब मंदिर जाउंगी भगवान को धन्यवाद कहूंगी और एसपी साहब ने भी कहा कि आप बिना किसी डर के घूमें मंदसौर पुलिस आपके साथ है, लेकिन सावधानी जरूर रखें।

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महर्षि परशुरामजी जन्मोत्सव पर विशेष-
ब्राह्मणों का स्वाभिमान महर्षि वीर परशुराम 

महर्षि ऋचीक और सत्यवती के पुत्र ऋषि जमदग्नि बड़े ही तेजस्वी थे इनका विवाह रेणु ऋषि (एक नाम प्रसेन जीत) की कन्या रेणुका से हुआ इनके 5 पुत्र हुए जिसमें सबसे छोटे पुत्र का नाम परशुराम था बाल्यकाल से ही वे अत्यंत ही तेजस्वी क्रोधी और स्वाभिमानी स्वभाव के थे किंतु इसके साथ ही वे बहुत बुद्धिमान तथा माता-पिता के आज्ञाकारी पुत्र थे इसमें पिता की आज्ञा का पालन वह अक्षरशः करते थे परशुराम बड़े पराक्रमी एवं शिव के भक्त होने के कारण उन्हें शिव जी ने एक परशु प्रदान किया था वह सदैव धर्म आचरण में रहते हुए भी सदैव कंधे पर परशु तथा पीठ पर धनुष बाण धारण करते थे।
एक बार की बात है कि है वंश के क्षत्रिय राजा अर्जुन ने भगवान दत्तात्रेय को कठोर तपस्या करके प्रसन्न कर लिया और कई प्रकार की अजेय शक्ति प्राप्त की तथा विशेष रूप से सहस्त्र भुजाओं की शक्ति का वरदान उसे प्राप्त था एक बार शक्ति के मद में उसने उसकी राजधानी माहिष्मति वर्तमान में महेश्वर के निकट नर्मदा नदी के प्रवाह को अपनी सहस्त्र भुजाओं के बल से रोकने का प्रयास किया जिसमें वह सफल हुआ इसी नदी के किनारे रावण ने अपनी छावनी लगा रखी थी उसमें पानी घुस गया जिससे क्रोधित होकर वह सहस्त्रार्जुन से भीड़ गया फलस्वरूप रावण को उसने बंदी बना दिया इसके पश्चात रावण के पिता पुलस्त्य ऋषि के कहने पर उसे छोड़ा। यही सहस्त्रबाहु एक दिन अपनी सेना की टुकड़ी के साथ जंगल में शिकार खेलने गया थका हारा वह अनजाने में जमदग्नि ऋषि के आश्रम में पहुंच गया जहां ऋषि ने राजा का सम्मान करते हुए समस्त सैनिकों को भी अच्छा स्वादिष्ट भोजन कराया। अब इस सहस्त्रबाहु के मन में यह विचार आया की जंगल में एक छोटी सी कुटिया में रहते हुए ऋषि ने इतने भोजन की व्यवस्था कैसे कर ली । जिज्ञासावश उसने ऋषि से ही पूछा तो उन्होंने कहा यह सब इस कामधेनु गाय का प्रताप है यह सुनकर सहस्त्रबाहु के मन में पाप आ गया और उसने ऋषि की बगैर अनुमति के आंगन में बंधी गाय और बछड़े को खोलकर ले गया। इसकी जानकारी जब परशुराम जी को हुई तो वह क्रोधित होकर माहिष्मती नगरी की ओर चल पड़े जब तक राजा वहां पहुंचा उसके पहले ही परशुराम ने उस पर आक्रमण कर दिया। भयंकर युद्ध और इस युद्ध में सहस्त्रबाहु का वध कर दिया गया एवं बहुत सारी सेना का भी विनाश परशुरामजी ने करके कामधेनु गाय और बछड़ा दोनों छुड़ा लिए और अपने पिता के आश्रम में सौंप दिए।
आमतौर पर पुत्र की सफलता के लिए पिता द्वारा उसे शाबाशी दी जाती है किंतु ऋषि जमदग्नि ने अपने पुत्र परशुराम की प्रशंसा नहीं की और यह कहा कि हम ब्राह्मण है और क्षमा करने भाव से ही हम सारे संसार में पूजनीय है निजी स्वार्थ के लिए तुम्हें उसका वध नहीं करना था इसलिए प्रायश्चित स्वरूप तुम 1 वर्ष तीर्थ यात्रा पर चले जाओ। पिता की आज्ञा सुन परशुरामजी 1 वर्ष के लिए तीर्थ यात्रा चले गए अनेक स्थानों पर तीर्थयात्रा संपन्न कर वे वापस आश्रम पर आ गए।
एक दिन परशुरामजी की माता रेणुका नदी के तट पर गई हुई थी वहां पर गंधर्वराज चित्ररथ सुंदर वस्त्र एवं फूलों की माला पहने हुए अप्सराओं के साथ विहार कर रहा था उसे देख रेणुका कुछ आकर्षित हुई किंतु तुरंत ही वह सचेत होकर आश्रम की ओर चली गई तथा जल कलश ऋषि के सामने रखकर हाथ जोड़कर खड़ी हो गई। महर्षि जमदग्नि ने अपनी पत्नी के मानसिक विकार को जान लिया और क्रोध के वशीभूत होकर अपने पुत्रों को कहां की इस पापिनी अपनी माता को मार डालो किंतु किसी भी पुत्र ने आज्ञा नहीं मानी इसके बाद पिता की आज्ञा से परशुरामजी ने अपनी माता एवं भाइयों का वध कर दिया। इस पर महर्षि जमदग्नि ने प्रसन्न होकर अपने पुत्र को वर मांगने को कहा तो श्री परशुराम ने अपनी माता रेणुका और अपने भाइयों को जीवित करने का वर मांगा और यह भी कहा कि इन्हें इस बात ज्ञान नहीं रहना चाहिए कि मैंने इनका वध किया था इस प्रकार वर फलीभूत हुआ और वह सब जीवित हो गए।
इधर सहस्त्रबाहु के पुत्र अपने पिता के वध को भूल नहीं पाए थे और एक दिन अपनी सेना के साथ उन्होंने जमदग्नि के आश्रम पर आक्रमण कर दिया उस समय ऋषि अग्नि शाला में हवन की तैयारी कर रहे थे सहस्त्रबाहु के पुत्रों ने उनका सिर काट दिया तथा आश्रम को तहस-नहस कर दिया एवं ऋषि का सिर अपने साथ ले गए उस समय परशुरामजी वन में भ्रमण कर रहे थे। जैसे ही वह वन से आए तो पिता के मृत शरीर को देखकर बहुत-बहुत भावुक हुए किंतु उन्होंने अपने पिता के धड़ को अपनी माता और भाइयों को सौंपकर तुरंत अस्त्र, शस्त्र एवं परशु धारण कर माहिष्मती नगरी की ओर चल पड़े तथा सहस्त्रार्जुन के अनेक पुत्रों को उन्होंने मार गिराया एवं उसके समर्थन में जो सेना आई थी उसका भी उन्होंने वध कर दिया और अपने पिता का सिर वापस लाकर धड़ से लगा दिया तत्पश्चात देवताओं की कृपा से स्मृति रूप संकल्प मय शरीर की प्राप्ति हुई तथा जमदग्नि सप्तर्षियों के मंडल में सातवें ऋषि हो गए। इस प्रकार परशुराम जी ने अपने पिता के वध को निमित्त बनाकर आततायी, अधर्मी एवं निर्बलो पर आक्रमण करने वाले ऋषि-मुनियों पर अत्याचार करने वाले ब्रह्म हत्यारों तथा दुराचारी क्षत्रियों का वध कर 21 बार इस पृथ्वी को क्षत्रिय विहीन कर दिया था।
तत्पश्चात कमल लोचन जमदग्नि नंदन भगवान परशुराम आगामी मन्वंतर मे शांत चित्त से महेंद्र पर्वत पर निवास करते हैं शुकदेव जी के अनुसार परशुरामजी के रूप में सर्वशक्तिमान भगवान श्री हरि ने इस प्रकार पृथ्वी पर भार भूत राजाओं का बहुत बार वध किया।
आज परशुराम जन्मोत्सव के उपलक्ष में हम भगवान परशुराम को प्रणाम करते हैं और उनसे चाहते हैं कि पृथ्वी पर रहने वाले प्रत्येक ब्राह्मण में आप जैसा तेज समाहित हो।
विशेष – वर्तमान में परशुरामजी के पिता महर्षि जमदग्नि का आश्रम महू के पास मानपुर की जानापाव पहाड़ी पर स्थित है वहां जाया जा सकता है तथा सहस्त्रबाहु की राजधानी महेश्वर है जो जमदग्नि के आश्रम से करीब 60 किलोमीटर दूर है।

-रमेशचंद्र चन्द्रे

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योगिता बैरागी मंदसौर सेवादल ब्लाॅक अध्यक्ष नियुक्त
मंदसौर। अखिल भारतीय कांग्रेस सेवादल अध्यक्ष श्री लालजी देसाई, मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री कमलनाथजी, मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रभारी श्री जयप्रकाशजी अग्रवाल, प्रदेश कांग्रेस सेवादल अध्यक्ष श्री योगेश यादव, महिला कांग्रेस सेवादल अध्यक्ष श्रीमती राजकुमारीजी रघुवंशी, पूर्व सांसद मीनाक्षीजी नटराजन, मंदसौर जिला कांग्रेस प्रभारी श्री मुजीब कुरेशी, जिला कांग्रेस अध्यक्ष श्री विपिन जैन, जिला कांग्रेस सेवादल प्रभारी श्री ओमजी राव, जिला कांग्रेस सेवादल अध्यक्ष श्री दिलीप देवडा की सहमति से महिला कांग्रेस सेवादल जिलाध्यक्ष श्रीमती निशा राठौर ने मंदसौर शहर ब्लाॅक कांग्रेस सेवादल अध्यक्ष पद पर श्रीमती योगिता बैरागी को नियुक्त किया है।
श्रीमती योगिता बैरागी की नियुक्ति करते हुये श्रीमती राठौर ने दिशा निर्देश प्रदान किये है कि वे जल्द अपनी कार्यकारिणी का विस्तार करते हुये सेवादल संगठन को मजबूती प्रदान करे।
सुरेश भाटी

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आजादी के पहले गठित बैंक यूनियन ‘एआईबीइए‘ का 78वां स्थापना दिवस मनाया

मन्दसौर। देश की आजादी से पहले गठित अखिल भारतीय बैंक एम्प्लाइज एसोसीएशन का 78 वाँ स्थापना दिवस मंदसौर के बैंक कर्मियों ने बैंक ऑफ बड़ोदा गांधी चौराहा परिसर में मनाया ।
बैठक में उपस्थित बैंक कर्मियों ने बड़े ही हर्ष व गर्व के साथ बताया कि 77 वर्ष पूर्व कठिन परिस्थितियों में यूनियन का गठन किया गया था। इसका संघर्षपूर्ण इतिहास बताता है कि पदाधिकारियों े ने कई परेशानियां झेलकर भी यूनियन को मजबूती प्रदान की। बैंक राष्ट्रीयकरण, 11 द्विपक्षीय वेतन समझोते, कर्मचारी व बैंक हित में कई हड़तालें सहित कई उपलब्धियां हासिल की है। 77 वर्षों में सतत सक्रिय रहकर, कर्मचारियों के विश्वास पर खरी उतरी व सेवा शर्तों को सम्मानजनक स्तर पर बनाये रखते हुए उनकी हर स्तर पर सहायता की । बैंक कर्मियों ने यूनियन के प्रति सम्मान जताया व इसे और मजबूत करने का संकल्प लिया।
बैठक में रमेशचंद्र जैन, सुरेन्द्र संघवी, गजेंद्र तिवारी, एस आर शास्ता, जिनेन्द्र राठौर, संतोष गुर्जर, प्रज्ञा जैन, अंगूरबाला, अपूर्वा, मनीष मीणा, मुकेश, रमेश देवड़ा, धीरेंद्र रैकवार, हरचंद परमार आदि उपस्थित रहे । कार्यक्रम का संचालन जिनेन्द्र राठौर ने किया तथा आभार एस आर शास्ता ने माना ।
सुरेन्द्र संघवी
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