धर्म संस्कृतिमंदसौरमध्यप्रदेश
गणगौर पर्व-ईसर-गौरी व मंगल कलश की गाजे-बाजे के साथ निकली झेल
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मन्दसौर। श्री जांगड़ा पोरवाल समाज महिला मंडल मंदसौर ने गणगौर पर्व के उपलक्ष्य में परम्पराओं व धार्मिक मान्यताओं के साथ बड़े ही उत्साह व उमंग से ईसर-गौरी व मंगल कलश की झेल गाजे-बाजे के साथ नृत्य करते हुए निकाली।
सर्वप्रथम ईसर-गौरी व मंगल कलश की पूजा के साथ नई आबादी से झेल प्रारंभ हुई। झेल में विशेष श्रृंगार कर दुल्हा-दुल्हन व महिलाएं कलश लेकर चल रही थी। गोल चौराहे पर पुष्पवर्षा व स्वल्पाहार के साथ पोरवाल बंधुओं ने झेल का स्वागत किया। दशपुर कुंज पर आकर झेल का विसर्जन हुआ। यहां पर महिलाओं ने परम्परागत गणगौर गीत ‘‘गोर ए गणगौर माता खोल किवाड़‘‘, ‘‘खेलन दो गणगौर’’, ‘‘गणगौरया रे मेला पेला, म्हारी पियर में बोई गणगौर रे’’ गाए झाले लिए पलडा नृत्य किया और गरबे व फुंदी खेली ।
महिला मंडल अध्यक्ष कुसुम सेठिया ने कहा कि गणगौर मुख्यतः निमाड़ व राजस्थान का पर्व है जिसे सभी वर्ग की महिलाएं बड़े उल्लास के साथ मनाती हैं यह पर्व होली के दूसरे दिन से लेकर गणगौर तीज तक चलता है । कोषाध्यक्ष रेखा उदिया ने कहा कि अविवाहित कन्या अच्छे वर की कामना के लिए व विवाहित महिलाएं सुखी दाम्पत्य जीवन के लिए इस व्रत को करती है।
मीडिया प्रभारी प्रिया फरक्या ने बताया कि इस अवसर पर सोलह श्रृंगार प्रतियोगिता रखी गई, जिसमें 40 से अधिक महिलाओं ने बढ़ चढ़ भागीदारी की । निर्णायक मंडल कविता गुप्ता व निधि गुप्ता ने प्रथम कामना पोरवाल, द्वितीय पल्लवी फरक्या, तृतीय निर्मला मांदलिया व सांत्वना पुरस्कार संतोष फरक्या, रानी रत्नावत, माला मोदी, मनीषा गुप्ता, मंजू गुप्ता, रेखा गुप्ता को घोषित किया। विजेताओं को श्रीमती शांतिदेवी बंशीलालजी गुप्ता (चित्तौड़ वाले) परिवार द्वारा पुरस्कृत किया गया । दूल्हा-दुल्हन ज्योति रत्नावत व कामना पोरवाल को भी पुरस्कृत किया गया ।
इस अवसर पर सुजाता सेठिया, ममता मांदलिया, सुनीता सेठिया, ममता रत्नावत, मीता गुप्ता ,संगीता गुप्ता, किरण गुप्ता, साधना गुप्ता, टीना गुप्ता, सरोज रत्नावत, संतोष मांदलिया, संतोष काला, अनिता काला, रीना उदिया, शांति फरक्या, शकुन्तला मोदी, सुनीता मंडवारिया, मोनिका सेठिया, गायत्री पोरवाल,जागृति सेठिया, सीमा उदिया, उषा रत्नावत, सरिता गुप्ता, सीमा पोरवाल, हेमलता गुप्ता, अर्चना मुजावदिया, ममता मुजावदिया वंदना धनोतिया, प्रीतिबाला गुप्ता, शालु गुप्ता, पल्लवी मेहता, ज्योति रत्नावत, पुष्पा मरच्या, गीता धनोतिया, कलावती रत्नावत, शोभा गुप्ता, कल्पना रत्नावत, सारिका रत्नावत, चेतना भूत, गुणमाला धनोतिया, ममता मोदी, मधुरम पोरवाल, हंसा डबकरा,सुधा फरक्या, साधना मांदलिया, अलका मुजावदिया, गायत्री मुजावदिया के साथ समाज की कई महिलाएं व बच्चे उपस्थित थे। कार्यक्रम का सफल संचालन ममता मांदलिया ने किया व आभार रानी रत्नावत में माना ।
सर्वप्रथम ईसर-गौरी व मंगल कलश की पूजा के साथ नई आबादी से झेल प्रारंभ हुई। झेल में विशेष श्रृंगार कर दुल्हा-दुल्हन व महिलाएं कलश लेकर चल रही थी। गोल चौराहे पर पुष्पवर्षा व स्वल्पाहार के साथ पोरवाल बंधुओं ने झेल का स्वागत किया। दशपुर कुंज पर आकर झेल का विसर्जन हुआ। यहां पर महिलाओं ने परम्परागत गणगौर गीत ‘‘गोर ए गणगौर माता खोल किवाड़‘‘, ‘‘खेलन दो गणगौर’’, ‘‘गणगौरया रे मेला पेला, म्हारी पियर में बोई गणगौर रे’’ गाए झाले लिए पलडा नृत्य किया और गरबे व फुंदी खेली ।
महिला मंडल अध्यक्ष कुसुम सेठिया ने कहा कि गणगौर मुख्यतः निमाड़ व राजस्थान का पर्व है जिसे सभी वर्ग की महिलाएं बड़े उल्लास के साथ मनाती हैं यह पर्व होली के दूसरे दिन से लेकर गणगौर तीज तक चलता है । कोषाध्यक्ष रेखा उदिया ने कहा कि अविवाहित कन्या अच्छे वर की कामना के लिए व विवाहित महिलाएं सुखी दाम्पत्य जीवन के लिए इस व्रत को करती है।
मीडिया प्रभारी प्रिया फरक्या ने बताया कि इस अवसर पर सोलह श्रृंगार प्रतियोगिता रखी गई, जिसमें 40 से अधिक महिलाओं ने बढ़ चढ़ भागीदारी की । निर्णायक मंडल कविता गुप्ता व निधि गुप्ता ने प्रथम कामना पोरवाल, द्वितीय पल्लवी फरक्या, तृतीय निर्मला मांदलिया व सांत्वना पुरस्कार संतोष फरक्या, रानी रत्नावत, माला मोदी, मनीषा गुप्ता, मंजू गुप्ता, रेखा गुप्ता को घोषित किया। विजेताओं को श्रीमती शांतिदेवी बंशीलालजी गुप्ता (चित्तौड़ वाले) परिवार द्वारा पुरस्कृत किया गया । दूल्हा-दुल्हन ज्योति रत्नावत व कामना पोरवाल को भी पुरस्कृत किया गया ।
इस अवसर पर सुजाता सेठिया, ममता मांदलिया, सुनीता सेठिया, ममता रत्नावत, मीता गुप्ता ,संगीता गुप्ता, किरण गुप्ता, साधना गुप्ता, टीना गुप्ता, सरोज रत्नावत, संतोष मांदलिया, संतोष काला, अनिता काला, रीना उदिया, शांति फरक्या, शकुन्तला मोदी, सुनीता मंडवारिया, मोनिका सेठिया, गायत्री पोरवाल,जागृति सेठिया, सीमा उदिया, उषा रत्नावत, सरिता गुप्ता, सीमा पोरवाल, हेमलता गुप्ता, अर्चना मुजावदिया, ममता मुजावदिया वंदना धनोतिया, प्रीतिबाला गुप्ता, शालु गुप्ता, पल्लवी मेहता, ज्योति रत्नावत, पुष्पा मरच्या, गीता धनोतिया, कलावती रत्नावत, शोभा गुप्ता, कल्पना रत्नावत, सारिका रत्नावत, चेतना भूत, गुणमाला धनोतिया, ममता मोदी, मधुरम पोरवाल, हंसा डबकरा,सुधा फरक्या, साधना मांदलिया, अलका मुजावदिया, गायत्री मुजावदिया के साथ समाज की कई महिलाएं व बच्चे उपस्थित थे। कार्यक्रम का सफल संचालन ममता मांदलिया ने किया व आभार रानी रत्नावत में माना ।