अशरद मदानी का बयान राष्ट्र की संस्कृति के साथ कुठाराघात जैसा है -कमल मुनि” कमलेश “

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मल्हारगढ़ |हाल ही में नई दिल्ली के अंदर जमीयत उलेमा- ए -हिंद के अधिवेशन में अशरद मदानी ने जिस प्रकार ओम और अल्लाह को समान दर्जा दिया उस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राष्ट्रसंत श्री कमल मुनि “कमलेश” ने स्थानीय स्थानक भवन पर पत्रकारों से कहा कि दोनों धर्मों में सौहार्द और प्रेम और एकता की बात हो तो वह अनुकरणीय है |मगर अशरद मदानी ने यह कह कर विवाद उत्पन्न कर दिया कि इस्लाम सबसे पुराना धर्म है जबकि इतिहास गवाह है कि मोहम्मद पैगंबर से इस्लाम धर्म की स्थापना हुई है जो 1300 साल पूर्व की बात है |श्री कमल मुनि ने कहा कि सनातन धर्म और संस्कृति लाखो वर्ष पुराने है और जहां जहां भी खुदाई होती है वहां मंदिरों के अवशेष मिल रहे हैं| राष्ट्रसंत ने कहा कि अभी तुर्की में भूकंप आया वहां भी प्राचीन सनातन धर्म के प्रतीक मिले हैं |श्री कमल मुनि ने कहा कि इतिहास को ठुकराना आध्यात्मिकता के साथ खिलवाड़ है |राष्ट्र संत ने अशरद मदानी को बहस की खुली चुनौती देते हुए कहा कि उन्हें बयान देने से पूर्व पुरातन का अध्ययन कर लेना चाहिए |आपने कहा कि विश्व में सभी धर्मों का लक्ष्य प्रेम मोहब्बत है मदानी का बयान दूध में नफरत घूलने जैसा षड्यंत्र है और देश की एकता और अखंडता को खतरे में डालने जैसा है |आपने कहा कि धर्म की ओट में अलगाववादी बयान देकर राष्ट्र को कमजोर करने की साजिश है |सरकार को इस पर कड़ी कार्रवाई करना चाहिए |राष्ट्रसंत कमल मुनि ने कहा कि ऐसे बयान देकर संस्कृति के साथ कुठाराघात किया गया है जो संत समाज खामोश नहीं बैठेगा| ऐसे बयान देने की किसी को इजाजत नहीं होना चाहिए| सभी हिंदू मुस्लिम राष्ट्र भक्तों को मिलकर देश में सौहार्द का वातावरण निर्मित रखना चाहिए और असामाजिक तत्वों को बेनकाब करना चाहिए| ऐसी फिरका परस्ती बातों से नफरत करना चाहिए क्योंकि ऐसी बातें अणु बम -परमाणु बम से भी खतरनाक है| आपने गौ माता की रक्षा को लेकर कहा कि 14 फरवरी को “काऊ हग डे” की शुरुआत हो गई है इसके लिए पशु कल्याण बोर्ड बधाई के पात्र हैं |आप ने कहा कि कांजी हाउस शब्द गुलामी का प्रतीक है और इस शब्द को हटाकर पशु आश्रय स्थल घोषित करना चाहिए| राष्ट्रसंत ने सरकारों से आग्रह किया कि स्वच्छता अभियान को अगर सार्थक बनाना है और स्वस्थ जीवन जीना है तो हर हाल में गोवंश की ओर ध्यान देना होगा एक भी आवारा गाय देश में घूमती नजर नहीं आना चाहिए गांव गांव में गौशाला बनाना राष्ट्रहित में है कारण आने वाले समय में गोबर और गोमूत्र मिलना भी दूभर हो जाएगा |आप ने यह भी सुझाव दिया कि कचरा वाहनों के साथ गो ग्रास की भी ट्राली होना चाहिए जिससे गायों का पेट भर सके वही स्वच्छता अभियान भी साकार हो सके| राष्ट्रसंत ने कहा कि सरकार जंगली खूंखार जानवरों के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रही है मगर जिस देश की पहचान गौमाता से है उस पर ध्यान नहीं दे रही है |आप ने सरकार से मांग की है कि गोचर की भूमि को भू माफियाओं से आजाद करवाओ और वह जमीन गौशालाओं के लिए आवंटित कर दो |राष्ट्रसंत ने कहा कि विदेशों मे गाय को सहलाने की फीस 1400 है जिससे डिप्रेशन ,तनाव, हार्ड आदि बीमारियां ठीक होती है तो देश में 30 लाख आश्रम है अगर वह एक _एक गाय भी पाले तो 5 महीने में गौमाता की समस्याओं से मुक्ति मिल सकती है और गाय बचेगी तो ही देश और विश्व बचेगा|