मंदसौरमध्यप्रदेश

समाचार मंदसौर मध्य प्रदेश से 5 फरवरी 2023

प्रदेश में प्रथम रहा वात्सल्य पब्लिक स्कूल को गु्रप
मंदसौर। इंदौर में प्रदेश स्तरीय बिजनेस प्लान प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। जिसमे इसमें प्रदेशभर के स्कूलों के बच्चों ने भाग लिया। महत्वपूर्ण बात यह रही कि इसमें मंदसौर के वात्सल्य पब्लिक स्कूल के बच्चों ने प्रथम स्थान प्राप्त करते हुए मंदसौर का नाम रोशन किया। वात्सल्य स्कूल की तरफ से कॉमर्स संकाय के छात्रा-छात्राओं के दो गु्रपों ने प्रतियोगिता में भाग लिया। जिसमें पहले गु्रप में जिया हिरानी, राघव शर्मा, पूर्वांश शर्मा थे। जिन्होंने पालतु पशुओं की सुरक्षा संबंधित प्लान सामने रखा। इसे चयनकर्ताओं ने काफी सराहा। इसी के बदौलत इस गु्रप को प्रथम स्थान मिला। इसके अलावा वात्सल्य पब्लिक स्कूल के एक और गु्रप की बात की तजाए तो इसमें प्रजवी जैन, शोन जैन और ऐशी जैन शामिल थे। जिन्होंने दुर्घटना के समय प्राथमिक उपचार को लेकर अपना प्लान प्रस्तुत किया। इस प्लान की भी खासी प्रशंसा प्रतियोगिता में हुई।

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पूर्व मंत्री एवं वचन पत्र समिति प्रभारी डाॅ साधो का मंदसौर आगमन हुआ, कांग्रेसजनो से लिये आमजन हितेषी सुझाव
मंदसौर। आगामी विधानसभा चुनाव पूर्व मध्यप्रदेश के विकासोमुखी एवं आमजन हितेषी वचन पत्र देने हेतु मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी बनायी गयी समिति की मंदसौर, नीमच जिला प्रभारी डाॅ विजयालक्ष्मी साधो एक दिवसीय प्रवास पर मंदसौर आयी। इस दौरान उन्होनें मंदसौर जिला कांग्रेस कार्यालय पर कांग्रेसजनो ने प्राप्त महत्पूर्ण सुझाव लेते हुये कांग्रेसजनो से विचार विमर्श किया। इस दौरान जिला कांग्रेस अध्यक्ष श्री नवकृष्ण पाटील विशेष रूप से उपस्थित थे।
पूर्व मंत्री एवं घोषणा पत्र समिति प्रभारी डाॅ विजयालक्ष्मी साधो ने कहा कि आमजन आगामी विधानसभा चुनाव में माननीय कमलनाथजी को मुख्यमंत्री बनाना चाहता है। हमारी पंद्रह माह की सरकार ने प्रदेश को नई दिक्षा देने का कार्य किया था। अब पुनः अवसर आया है कि हम मध्यप्रदेश को विकास के राह पर अग्रसर करने के लिये माननीय कमलनाथजी के नेतृत्व मे कांग्रेस को विजय बनाने के लिये संकल्पित भाव से कार्य करे।
इससे पूर्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष श्री नवकृष्ण पाटील ने कहा कि हमारा वचन पत्र सिर्फ वादे नही है बल्कि माननीय कमलनाथजी हर वादे को वचन के रूप में निभायेगे। उन्होनें प्राप्त लिखित सुझावो को डाॅ साधो को सौपते हुये उपस्थित कांग्रेसजनो से पाइंट टू पाइंट सुझाव देने को कहा।
इस अवसर पर जिला कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष श्री प्रकाश रातडिया, प्रदेश कांग्रेस महामंत्री श्री राजेश रघुवंशी, वरिष्ठ नेता श्री महेन्द्रसिंह गुर्जर, श्री ओमसिंह भाटी, युवा नेता श्री राकेश पाटीदार, श्री रविन्द्रसिंह रांका, श्री कांतिलाल राठौर, ब्लाॅक कांग्रेस के अध्यक्षगण श्री अनिल शर्मा, श्री जगदीश धनगर, श्री सुरेश पाटीदार, अजा विभाग अध्यक्ष श्री संदीप सलोद, श्री किशोर गोयल, किसान कांग्रेस प्रकोष्ठ अध्यक्ष कर्णसिंह, किसान कांगेे्रस के जिलाध्यक्ष श्री ब्रदीला धाकड, श्री कन्हैयालाल धनगर, श्री अशोक खिची, श्री कन्हैयालाल गुर्जंर, श्री प्रवीण मांगरिया, श्री समरथ गुर्जर, नेताप्रतिपक्ष रफत पयामी आदी ने अपने सुझाव लिखित एवं मौखिक दोनो रूप में प्रस्तुत किये।
इस अवसर पर सेवादल ब्लाॅक कांग्रेस अध्यक्ष मोहम्मद हनीफ शेख, जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष श्री विपिन जैन, जिला कांग्रेस महामंत्री श्री मनजीतसिंह मनी, सेवादल अध्यक्ष दिलीप देवडा, एनएसुआई जिलाध्यक्ष सुनिल बसेर, युवा नेता श्री कर्मवीरसिंह भाटी, श्री राजनारायण लाड, सेवादल महिला अध्यक्ष अनिता राठौर, श्री राजेन्द्र सेठिया, श्री तरूण खिची, श्री मांगुसिंह बोराना, श्री जितेन्द्र सोपरा, श्री रविन्द्र पाटीदार, वर्षा सांखला, श्री हसन भाई आदी उपस्थित थे। संचालन जिला कांग्रेस प्रवक्ता श्री सुरेश भाटी ने किया व आभार महिला कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती रूपल संचेती ने माना।

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कृषि विज्ञान केन्द्र में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को सेवाकालीन प्रशिक्षण दिया
आंवला के मूल्य वर्धित उत्पादों को बनाना सिखाया, उसके लाभों की जानकारी दी
मन्दसौर। कृषि विज्ञान केंद्र, मन्दसौर द्वारा एक दिवसीय सेवाकालीन प्रशिक्षण का आयोजन किया गया जिसमें केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. एस. पी. त्रिपाठी द्वारा विषय आंवला के मूल्य वर्धित विभिन्न उत्पादों के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी।
डॉ. त्रिपाठी ने प्रमुख रूप से आंवला मुरब्बा, आंवला कैंडी, आंवला सुपारी खट्टी और मीठी को सैद्धांतिक एवं व्यवहारिक तौर पर बनाना सिखाया गया। प्रशिक्षण में मन्दसौर जिले की आंगडवाड़ी कार्यकर्ता एवं सुपरवाइजर सम्मिलित होकर लाभ लिया। आपने बताया कि आंवले के औषधीय गुणों का उपयोग ग्रामीण महिलाओं एवं कुपोषित बच्चों को खिलाकर कुपोषण को दूर कर सकते है।
उद्यानिकी महाविद्यालय, मन्दसौर के डॉ. अंकित पाण्डे का प्रशिक्षण में सराहनीय सहयोग रहा। उक्त प्रशिक्षण में 22 आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने भाग लिया और कार्यक्रम को सफल बनाया।

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न्यायालयों में वर्चुअल सुनवाई को लेकर सांसद सुधीर गुप्ता ने लोकसभा में प्रश्न किया
 

मंदसौर – सांसद सुधीर गुप्ता ने न्यायालयों में वर्चुअल सुनवाई को लेकर लोकसभा में प्रश्न किया। उन्होने विधि और न्याय मंत्री से प्रश्न करते हुए कहा कि सरकार ने देश के विभिन्न न्यायालयों में वर्चुअल सुनवाई के लिए कोई प्रचालनात्मक दिशानिर्देश या मानक तैयार किए हैं यदि ऐसा है तो इसके कारण क्या है। देश के विभिन्न न्यायालयों में डिजिटल वर्चुअल माध्यम से निपटाए गए मामलों की संख्या कितनी है। उन्होने कहा कि मामलों की वर्चुअल सुनवाई को लेकर सरकार ने इस संबंध में देश के लोगों, वकीलों,  न्यायालयिक अधिकारियों की प्रतिक्रिया का कोई आकलन किया है । क्या सरकार की देश में ऑनलाइन विवाद समाधान क्षमताओं को विकसित करने की कोई योजना है। न्यायालयों में वर्चुअल सुनवाई को सुदृढ़ करने के लिए डिजिटल अवसंरचना के विकास हेतु राज्य-वार कितनी धनराशि स्वीकृत की गई है या जारी की गई है ?

प्रश्न के जवाब में विधि और न्याय मंत्री श्री किरेन रिजीजू ने बताया कि  कोविड लॉकडाउन अवधि के दौरान वीडियो कॉन्फ्रेसिंग, न्यायालयों के सहारे के रूप में उभरा, क्योंकि सामूहिक ढंग से भौतिक सुनवाईयां और सामान्य न्यायालय कार्यवाहियां संभव नहीं थी। वर्चुअल सुनवाई के संचालन में एकरूपता और मानकीकरण लाने के लिए, माननीय उच्चतम न्यायालय द्वारा 6 अप्रैल, 2020 को एक सर्वसमावेशक आदेश (स्वतः रिट (सिविल) संख्या 5/2020) पारित किया गया, जिसने वर्चुअल सुनवाई के माध्यम से न्यायालय की सुनवाईयों को विधिक मान्यता और वैधता प्रदान की और 5 न्यायाधीशों की एक समिति द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के नियम विरचित किए गए, जो स्थानीय परिस्थिति के अनुरूप करने के पश्चात् अंगीकृत करने के लिए सभी उच्च न्यायालयों को परिचालित किए गए।  वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मध्यप्रदेश में 1430910 उच्च न्यायालयों तथा जिला न्यायालयों द्वारा मामलों का निपटान किया गया है। वहीं पूरे देश में 245097063 मामलों का निपटारा किया गया है। उन्होने बताया कि नगारिकों और वकिलों के आकलन को लेकर बताया कि इस संबंध में कोई मूल्यांकन कार्य नहीं किया गया है। तथापि, न्यायालयों द्वारा मामलों की वर्चुअल सुनवाई ने, विशेषकर कोविड-19 महामारी के दौरान, संपूर्ण विधिक तंत्र की सहायता की है, जिसके अंतर्गत मुकद्दमें के पक्षकार तथा अधिवक्ता भी है, क्योंकि यह उन्हें अपनी पसंद के किसी स्थान से न्यायालय के समक्ष प्रकट होने में समर्थ बनाती है, अतः यह पर्याप्त समय, धन और भौतिक प्रयासों की बचत करती है।  भारत में ऑन-लाइन विवाद समाधान (ओडीआर) की संकल्पना विकसित हो रही है । नीति आयोग ने भारत में ओडीआर को मुख्य धारा में लाने के लिए कार्ययोजना विकसित करने, ओडीआर का एक प्रभावी कार्यान्वयन ढ़ांचा सृजित करने तथा ओडीआर के माध्यम से न्याय तक पहुंच का संवर्द्धन करने के लिए, न्यायमूर्ति ए. के. सीकरी, सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति, भारत के उच्चतम न्यायालय की अध्यक्षता में जून, 2020 में एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया था । 29.11.2021 को जारी समिति की रिपोर्ट, भारत में ओडीआर ढ़ांचा अंगीकृत करने के लिए तीन स्तरों पर उपायों की सिफारिश करती है। वहीं उन्होने बताया कि सरकार ने 1670 करोड़ रुपए के कुल परिव्यय में से ई न्यायालय परियोजना के चरण- 2 में, 31.03.2022 तक परियोजना के कार्यान्वयन में लगे हुए विभिन्न संगठनों को 1668.43 करोड़ रुपए की राशि जारी की है। इसके अंतर्गत न्यायालयों और जेलों में वीडियो कांफ्रेंसिंग अवसंरचना, जैसे वीडियो कांफ्रेंसिंग उपकरण, वीसी केबिन, वीसी लाईसेंस तथा डाक्यूमेंट विज्युलाइजर, आदि लगाने के लिए जारी किए गए 111.29 करोड़ रुपए की राशि सम्मिलित है

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सरकार के अड़ियल रूख के कारण शासकीय अस्पताल में मरीज परेशानः जांचे हो रही प्रभावित
लैब टेक्नीशियन, असिस्टेंट और अटेंडेंट 23 दिन से हड़ताल पर
मन्दसौर। मध्यप्रदेश में 23 दिन से सिविल अस्पताल के मेडिकल लैब टेक्नीशियन, असिस्टेंट और अटेंडेंट अपनी 13 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। सरकार के अड़ियल रवैये के कारण शासकीय अस्पतालों में मरीज परेशान है। मरीजों की जांच नहीं हो पा रही है मजबूरन उन्हें प्रायवेट हॉस्पिटलों के चक्कर काटने पड़ रहे है। अस्पताल में आउटसोर्स कर्मचारियों पर वर्कलोड बढ़ गया है। मरीजों की परेशानी की सारे जिम्मेदारी सरकार की है।
उक्त बात हड़ताली कर्मचारियों ने गांधी चौराहा पर चल रहे धरने पर कहा। धरने को विभिन्न कर्मचारी संगठनों का भी समर्थन मिल रहा है।
एसोसिऐशन के जिलाध्यक्ष महेश चौहान ने बताया कि हमारी मांग जब तक सरकार नहीं मानेगी, हड़ताल जारी रहेगी। 13 सूत्रीय मांगों में पदनाम परिवर्तन, गेड पे. प्रमोशन चैनल, संविदा लैब टेक्निशियन का नियमितीकरण, रिस्क अलाउंस, नॉट प्रैक्टिस अलाउंस, नई भर्ती में परीक्षा अवधि के दौरान 70 प्रतिशत, 80 प्रतिशत व 90 प्रतिशत वेतन को लेकर सहित अन्य मांगे सम्मिलित है। शासन जल्द से जल्द मांगों को पूरा करे। मांगों के समर्थन में किये धरना प्रदर्शन में बड़ी संख्या में मेडिकल लैब टेक्निशियन, लैब असिस्टेंट एवं लैब अटेंडेट उपस्थित रहे।

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संत रविदास जयंती पर विशेष –
चारों वर्णों के प्रतिनिधि एवं हिंदुत्व के वकील थे संत रविदास
-रमेशचन्द्र चन्द्रे


संत रविदास ब्राह्मण क्षत्रिय वैश्य तथा शुद्ध चारों वर्णों का समुच्चय थे क्योंकि जाति विशेष शूद्र होने के बाद भी वे ब्रह्म कर्म (ब्राह्मण) से जुड़े रहे तथा अपने कर्म के मामले में वे एक ईमानदार व्यवसाई (वैश्य) रहे इसके साथ ही अपने हिंदू धर्म की रक्षा के लिए वे विधर्मीयों के साथ हमेशा क्षत्रियों की तरह संघर्ष करते रहे।
संत रविदास का अत्यधिक गरीब परिवार में जन्म हुआ वह भी उस काल में जब दिल्ली में सिकंदर लोदी का शासन था और तलवार के बल पर इस्लाम धर्म में लोगों को परिवर्तित करने की होड़ लगी हुई थी। सिकंदर लोदी के काल में शादी, ब्याह, पूजा-पाठ, तीर्थ स्थान इत्यादि पर तो जजिया कर लगाया लगा ही था किंतु शवों के दाह संस्कार पर भी जजिया कर वसूल किया जाता था उस दौर में हिंदू समाज इस्लाम के अत्याचार और अनाचार का शिकार हो रहा था किंतु उस समय भी ऐसे संत थे जो खुलेआम इस्लाम के विरुद्ध खड़े थे और अनेकों ने संघर्ष करते-करते अपने प्राण भी गंवा दिए। इसी आंदोलन के एक हीरो थे जिनका नाम था संत रविदास।
एक समय था कि सिकंदर लोदी ने पूरी योजना के तहत हिंदू साधु-संतों को इस्लाम अपनाने के लिए बाध्य किया। उनका सोचना था यदि हिंदू धर्म के साधु-संत इस्लाम धर्म को स्वीकार कर लेंगे तो बड़ी संख्या में हिंदू उनके पीछे इस्लाम धर्म भी स्वीकार कर लेंगे किंतु उसकी यह धारणा गलत साबित हुई। ऐसे ही एक प्रयास में उसने सदन नामक कसाई को संत रविदास को मुसलमान बनाने के लिए भेजा किंतु संत रविदास ने उस समय सिकंदर लोदी को निम्न पंक्तियां लिख कर भेज दी-
वेद कर्म सबसे बड़ा अनुपम सच्चा ज्ञान
फिर मैं क्यों छोड़ूँ इसे
निशदिन करूं प्यार
वेद धर्म छोड़ो नहीं कोशिश करो हजार
तिल तिल काटो चाहि गोदो अंग कटार
उनका यह संदेश पढ़कर एवं संत रविदास का निर्मल चरित्र, मीठी वाणी तथा ज्ञान से प्रभावित होकर वह सदन कसाई स्वयं हिंदू बन गया तथा बाद में उसका नाम रामदास रखा गया संत रविदास और संत रामदास दोनों ने मिलकर उस जमाने की पिछड़ी और अछूत कहीं जाने वाली जातियों के बीच में जन जागरण अभियान चलाया तथा ताकि वे मुगल अत्याचारों के सामने झुके नहीं और अपने हिंदू धर्म पर कायम रह सके तथा यही परंपरा आज तक कायम है क्योंकि अनुसूचित जाति एवं जनजाति तथा पिछड़े वर्ग के लोग इस्लाम धर्म ग्रहण नहीं करते हैं यह अलग विषय है कि ईसाई मिशनरियां लालच देकर कभी-कभी इनका धर्मांतरण कर लेती है किंतु उक्त जातियां कभी इस्लाम धर्म में परिवर्तित नहीं होती है यह जागरूकता संत रविदास की देन है।
संत रविदास आध्यात्मिक दृष्टि से इतने संपन्न एवं पहुंचे हुए संत थे कि वे कर्म को ही प्रधान मानते थे तथा व्यर्थ के आडंबर से दूर रहकर अपने चर्मकार के व्यवसाय को पूरी ईमानदारी से चलाते थे।
‘‘मन चंगा तो कठौती में गंगा’’ कहावत कैसे बनी-एक दिन संत रविदास अपनी झोपड़ी में बैठे प्रभु का स्मरण कर रहे थे। तभी एक राहगीर ब्राह्मण उनके पास अपना जूता ठीक कराने आया! रैदास ने पूछा कहां जा रहे हैं, ब्राह्मण बोला गंगा स्नान करने जा रहा हूं। जूता ठीक करने के बाद ब्राह्मण ने कहा कि तुम भी गंगा स्नान करके आओ किंतु रविदास ने यह कहा कि मेरी गंगा मेरा यह व्यवसाय है, मैं इसे ईमानदारी से करता हूं तो मैं गंगा नहाया बराबर ही हूं। जूता सुधारने बाद ब्राह्मण द्वारा रविदास को उसकी मजदूरी के रूप में एक मुद्रा दी किंतु रविदास ने ब्राह्मण से प्रार्थना की कि इस मुद्रा को आप मेरी तरफ से मां गंगा को चढ़ा देना। ब्राह्मण जब गंगा पहुंचा और गंगा स्नान के बाद जैसे ही ब्राह्मण ने कहा- हे गंगे रैदास की मुद्रा स्वीकार करो, तभी गंगा से एक हाथ आया और उस मुद्रा को लेकर बदले में ब्राह्मण को एक सोने का कंगन दे दिया। ब्राह्मण जब गंगा का दिया कंगन लेकर वापस लौट रहा था, तब उसके मन में विचार आया कि रविदास को कैसे पता चलेगा कि गंगा ने बदले में कंगन दिया है, मैं इस कंगन को राजा को दे देता हूं, जिसके बदले मुझे उपहार मिलेंगे। उसने राजा को कंगन दिया, बदले में उपहार लेकर घर चला गया। जब राजा ने वो कंगन रानी को दिया तो रानी खुश हो गई और बोली मुझे ऐसा ही एक और कंगन दूसरे हाथ के लिए चाहिए। राजा ने राज्य के बड़े सुनार को बुलाया और कहा कि ऐसा कंगन बनाओ किंतु सुनार ने देख कर कहा कि महाराज यह कंगन अलौकिक है ऐसी एक भी धातु अथवा मोती हमारे यहां नहीं है कि ऐसा कंगन बनाया जा सके ।यह सुनकर राजा ने ब्राह्मण को बुलाकर कहा वैसा ही कंगन एक और चाहिए, यदि तुम दूसरा कंगन नहीं ला सके तो तुम्हें मृत्यु दंड का पात्र बनना पड़ेगा। ब्राह्मण परेशान हो गया कि दूसरा कंगन कहां से लाऊं? डरा हुआ ब्राह्मण संत रविदास के पास पहुंचा और सारी बात बताई। रविदास बोले कि तुमने मुझे बिना बताए राजा को कंगन भेंट कर दिया, इससे परेशान न हो। तुम्हारे प्राण बचाने के लिए मैं गंगा से दूसरे कंगन के लिए प्रार्थना करता हूं। ऐसा कहते ही रविदास ने अपनी वह कठौती उठाई, जिसमें वो चमड़ा गलाते थे, उसमें पानी भरा था। रविदास जी ने मां गंगा का आह्वान कर अपनी कठौती से जल छिड़का, जल छिड़कते ही कठौती में एक वैसा ही कंगन प्रकट हो गया। रैदासजी ने वो कंगन ब्राह्मण को दे दिया। ब्राह्मण खुश होकर राजा को वह कंगन भेंट करने चला गया। तभी से यह कहावत प्रचलित हुई कि ‘मन चंगा, तो कठौती में गंगा’।
आज रविदास के विचार सच्चरित्र तथा स्वभाव हमें इस बात का संदेश देता है कि धर्मांतरण का हमें विरोध करना चाहिए तथा भारत को जाति निरपेक्ष बनाने का भी प्रयास करना चाहिए तथाकथित समाज के ठेकेदार अपनी जातियों के नेता बनकर हिंदू समाज को विखंडित करने का प्रयास कर रहे हैं  संत रविदास के जीवन से सीख लेना चाहिए।
जीवन मूल्यों की रक्षा करने वाले संत रविदास जी के चरणों में हम सादर नमन करते हैं।

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आर्ट ऑफ लिविंग का 6 फरवरी  को नाड़ी परीक्षण शिविर
मन्दसौर। आर्ट ऑफ लिविंग से संबंधित श्री श्री आयुर्वेद ट्रस्ट द्वारा नाड़ी परीक्षण शिविर कल 6 फरवरी ,  सोमवार  को डिवाइन शॉप ,प्रियांशी आर्किर्टेक्ट्स, इंदौरा नमकीन के पास रोड नं. 3 कालाखेत मंदसौर में  दोप. 2 से सायं 7 बजे तक पर आयोजित किया जा रहा है। इस शिविर में आर्ट ऑफ लिविंग श्री श्री आयुर्वेद ट्रस्ट अधिकृत प्रसिद्ध नाड़ी वैद्य डॉ. मानस परिहार बैंगलोर नाड़ी के माध्यम से मानसिक एवं शारीरिक विकारों परीक्षण करेंगे।
उक्त जानकारी देते हुए चिनमय कियावत ने बताया कि नाड़ी परीक्षण रोग निदान की एक प्रभावशाली किफायती तथा हानिरहित पद्धति है। नाड़ी परीक्षण से सर्दी जुकाम, जोड़ों का दर्द, पाचन संबंधी व्याधियां, एलर्जी, स्ट्रेस, रक्तचाप, अनिद्रा, त्वचा व बाल संबंधी बिमारियां, अधिक-कम वजन, मधुमेह, हृदय विकार, अस्थमा, आर्थराईटिस, ऑस्टियोपोरासिस, किडनी और लीवर संबंधी विकार आदि अनेक असाध्य रोगों को नियंत्रण में लाया जा सकता है। नाड़ी परीक्षा खाली पेट या भोजन लेने के ढाई घण्टे के बाद की जाती है। इस दौरान जल ग्रहण किया जा सकता है।
श्री कियावत ने बताया कि रजिस्ट्रेशन एवं अधिक जानकारी के लिये मो.नं. 9406671424 एवं 9827280005 पर सम्पर्क किया जा सकता है। रजिस्ट्रेशन शुल्क 300 रू. रखा गया है। आर्ट ऑफ लिविंग मंदसौर द्वारा नगर एवं आसपास के नागरिकों से इस नाड़ी परीक्षण शिविर का लाभ लेने की अपील की है।

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गौ माता की सेवा से बढ़कर अन्य कोई दुसरी सेवा नहीं है
मायुमं द्वारा श्री कुमावत की स्मृति में गौ माता को आहार सेवा का प्रकल्प
 मंदसौर.I  अखिल भारतीय मारवाड़ी युवा मंच महिला शाखा मंदसौर के तत्वाधान में मेजर उषा कुमार द्वारा अपने पिताश्री स्वर्गीय श्री भुवान कुमावत की स्मृति में  श्री गोपाल कृष्ण गौशाला में प्रेस्टीज कॉलेज इंदौर  के मार्केटिंग हेड डा़ प्रणय कर्णिक ,मारवाड़ी मंच के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष नरेंद्र अग्रवाल, मंदसौर शाखा अध्यक्ष नरेंद्र त्रिवेदी ,महिला शाखा अध्यक्ष श्रीमती रानी अनिल अग्रवाल ,पंछी बचाओ  अभियान के अध्यक्ष राकेश भाटी की गरिमामय उपस्थिति में गौ माता को हरे चारे का आहार करवाया गया I
इस अवसर पर अतिथियों ने कहा कि गौ माता की सेवा से बढ़कर अन्य कोई दूसरी सेवा नहीं  होती है ,गौमाता में 33 करोड़ देवताओं का वास होता है गौ माता की सच्चे मन से की गई सेवा ईश्वरीय सेवा के समान है और आज बहन मेजर उषा कुमार द्वारा अपने पूज्य पिताश्री की स्मृति में गौ माता की सेवा का जो संकल्प लिया गया है वह वास्तव में सराहनीय है समाज के अन्य बंधुओं को भी इस प्रकार के संकल्पों से प्रेरणा लेना चाहिए अपने बच्चों के जन्मदिन ,वैवाहिक वर्षगांठ एवं परिजनों की स्मृति को यादगार बनाए जाने का सबसे अच्छा प्रकल्प  गौ माता की सेवा करना है I
प्रोजेक्ट चेयरमैन मेजर ऊषा कुमावत का स्वागत महिला शाखा अध्यक्ष अध्यक्ष रानी अनिल अग्रवाल, श्रीमती पल्लवी नागदा एवं श्रीमती निशा कुमावत ने किया.I इस अवसर पर मनीष जैन, विश्व मोहन अग्रवाल, चंद्रशेखर नागदा, संदीप जैन सौरभ बाकलीवाल, अनुराग त्रिवेदी, अंकित बैरागी, सहित बड़ी संख्या में मारवाड़ी युवा मंच परिवार के सदस्यगण मातृशक्ति उपस्थित थे.I
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मंत्री श्री डंग ने सुवासरा में मेडिकल उपकरण सेवा केंद्र का शुभारम्भ किया

मंदसौर 4 फरवरी 23/ नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा तथा पर्यावरण विभाग मध्यप्रदेश शासन की मंत्री श्री हरदीप सिंह डंग ने सुवासरा में मेडिकल उपकरण सेवा केंद्र का शुभारंभ किया। मुस्कान ग्रुप सुवासरा द्वारा इस उपकरण केंद्र की स्थापना में सहयोग प्रदान किया गया।

शुभारंभ अवसर पर मंत्री श्री डंग द्वारा कहा गया कि स्वास्थ्य सरकार की पहली प्राथमिकता है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में सरकार के द्वारा लगातार सराहनीय कार्य किए जा रहे हैं। आयुष्मान कार्ड योजना के माध्यम से अब चिन्हित निजी अस्पतालों में फ्री में इलाज किया जा रहा है। यह कार्य गरीबों के लिए वरदान साबित हुआ है। इस तरह का कार्य पहले कभी नहीं हुआ, जो अब संभव हुआ है। फोटो संलग्न 

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मंदसौर ज़िला से चयनित युवा इंटर्न भोपाल के लिये रवाना

मंदसौर 4 फरवरी 23/ मुख्यमन्त्री युवा इंटर्नशिप योजना के अन्तर्गत चयनित युवा इंटर्न दिनांक 3 फ़रवरी को मंदसौर से भोपाल के पुलिस ग्राउंड , नेहरू नगर में आयोजित मुख्यमंत्री युवा इंटर्नशिप बूट कैम्प कार्यक्रम के लिए रवाना हुए । प्रत्येक विकासखंड से चयनित 15 युवा मुख्यमन्त्रीजी के करकमलों से नियुक्ति पत्र प्राप्त करेंगे । ज़िला मंदसौर से चयनित जनसेवा मित्र एवं इस कार्यक्रम की ज़िला नोडल रिसर्च एसोसिएट सिद्धार्थ सिंह चौहान के साथ भोपाल में  आयोजित होने वाले 4 फ़रवरी के कार्यक्रम के लिए रवाना हुए 

विदित है कि ये युवा अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान भोपाल से चयनित हुए हैं और विकासखंड स्तर पे ये ज़मीनी स्तर पे चल रही शासन की योजनाओं पे कार्य करेंगे ।  

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मंदसौर विधानसभा क्षेत्र की विकास यात्रा का शुभारंभ प्रातः 9:30 बजे संजय गांधी उद्यान से

मंदसौर 4 फरवरी 23/ मंदसौर विधानसभा क्षेत्र की विकास यात्रा का शुभारंभ प्रातः 9:30 बजे संजय गांधी उद्यान मंदसौर से मंदसौर विधायक श्री यशपाल सिंह सिसोदिया, नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती रमा देवी बंशीलाल गुर्जर, जनपद पंचायत मंदसौर के अध्यक्ष श्री बसंत शर्मा करेंगे। यह यात्रा संजय गांधी उद्यान से प्रारंभ होकर मैन रोड होते हुए उद्योगपति बालाजी से पामेचा के मकान, आनंद गरबा, दशरथ नगर मेन रोड, स्टेशन रोड, आरएस नेत्रालय से होकर उद्यम सिंह चौराहा पर समापन होगा। शाम 4 बजे सरदार वल्लभभाई पटेल चौराहे से हेमू कॉलोनी चौराहा, हंसराज कबाडी के मकान, जैन मंदिर, नयापुरा मेन रोड, बालागंज, कालाखेत होकर सम्राट मार्केट पर समापन होगा।

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गरोठ विधानसभा क्षेत्र की विकास यात्रा का शुभारंभ प्रातः 9:30 बजे दुधाखेड़ी से होगा

मंदसौर 4 फरवरी 23/ गरोठ विधानसभा क्षेत्र की विकास यात्रा का शुभारंभ प्रातः 9:30 बजे दुधाखेड़ी से गरोठ विधायक श्री देवी लाल धाकड़ करेंगे। दुधाखेड़ी के पश्चात यात्रा परोनिया, सांतल खेड़ी, ढाबला मनोहर, महुडिया, मानपुरिया, बुड्डनपुर एवं कुंतलखेड़ी तक जाएगी तथा कुंतलखेड़ी में यात्रा का समापन होगा। 

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मल्हारगढ़ विधानसभा क्षेत्र की विकास यात्रा का शुभारंभ प्रातः 9:30 बजे बड़ी गुडभेली से होगा

मंदसौर 4 फरवरी 23/ मल्हारगढ़ विधानसभा क्षेत्र की विकास यात्रा का शुभारंभ प्रातः 9:30 बजे बड़ी गुडभेली ग्राम से होगा। इसके पश्चात यात्रा मुंदड़ी, जलोदिया, बरूजना, बरखेड़ी वीरपुरा, आपूखेड़ी, छोटी गुडभेली, लिंबावास, रीछा, बादरी, हरसोल, सोमिया, झांया खेड़ी, कचनारा, बंड पिपलिया, बोरखेड़ी, झा तक जाएगी तथा झार्डा में समापन होगा।

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सीतामऊ विधानसभा क्षेत्र की विकास यात्रा का शुभारंभ प्रातः 9 बजे ग्राम सूंठी से होगा

मंदसौर 4 फरवरी 23/ सीतामऊ विधानसभा क्षेत्र की विकास यात्रा का शुभारंभ नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा तथा पर्यावरण विभाग के मंत्री श्री हरदीप सिंह डंग प्रातः 9:30 बजे सूंठी ग्राम से करेंगे। इसके पश्चात यात्रा शक्कर खेड़ी, कचनारा, नाहरगढ़, खजूरी चंद्रावत, झालारा, कोटडा बहादुर, रणायरा तक जाएगी। ग्राम रणायरा में विकास यात्रा का समापन होगा।

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पानी में डूबने से मृत्‍यु होने पर मृतक के परिवार वालों को 4 लाख रू की आर्थिक सहायता स्‍वीकृत

मंदसौर 4 फरवरी 23/ पानी में डूबने से मृत्‍यु हो जाने पर मृतक के निकटतम वारिस को राजस्‍व पुस्‍तक परिपत्र 6(4) के तहत आर्थिक सहायता देने का प्रावधान है। निवासी रुपारेल तहसील मल्‍हारगढ़ के सत्‍यनारायण  की पानी में डूबने से मृत्‍यु होने से मृतक निकटतम वारिस को 4 लाख रूपये की आर्थिक मदद मंजूर की गई है। 

माटी शिल्‍पी एवं कारीगरों की इकाईयों के पंजीयन के लिए करें आवेदन 

मंदसौर 4 फरवरी 23/ सहायक संचालक जिला हाथकरघा कार्यालय द्वारा बताया गया कि मध्‍यप्रदेश माटीकला बोर्ड द्वारा प्रदेश में कार्यरत माटी शिल्‍पी, कारीगरों की पहचान के लिए उनकी इकाईयों के पंजीयन की प्रक्रिया प्रारंभ की गई है। जिले में कार्यरत माटी शिल्‍प कारीगर, माटी शिल्‍प से संबंद्ध स्‍व-सहायता समूह तथा उद्यमि पंजीयकरण हेतु जिला हाथकरघा कार्यालय जनपद पंचायत परिसर मंदसौर से आवेदन पत्र प्राप्‍त कर सकते है। पंजीयन के उपरांत शासन की और से प्राप्‍त सुविधाओं का लाभ उपलब्‍ध होगा इसके साथ ही उनके उत्‍पाद विक्रय में आने वाली समस्‍याओं के समाधान की कार्यवाही की जावेगी। माटी शिल्‍प इकाईयों एवं कारीगरों का पंजीयन नि:शुल्‍क किया जावेगा। 

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भारतीय उन्नत नस्ल की दुधारू गायों का जिला स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन फरवरी में

पंजीयन की अंतिम तिथि आज

मंदसौर 4 फरवरी 23/ उपसंचालक पशुपालन विभाग मंदसौर द्वारा बताया गया कि भारतीय उन्नत नस्ल की गोवंशीय दुधारू पशुओं के पालन को बढ़ावा देने एवं दुग्ध उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए शासन के निर्देशानुसार भारतीय उन्नत नस्ल की दुधारू गायों हेतु जिला स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन फरवरी 2023 के द्वितीय सप्ताह में किया जाना है। प्रतियोगिता जिला स्तर के साथ-साथ राज्य स्तर पर आयोजित की जाएगी। जिला एवं राज्य स्तर पर प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार दिए जाएंगे। जिसमें पुरस्कार राशि जिला स्तर प्रथम 51 हजार, द्वितीय 21 हजार एवं तृतीय 11 हजार एवं राज्य स्तर पर प्रथम 2 लाख, द्वितीय 1 लाख एवं तृतीय 50 हजार पुरस्कार दिया जाएगा। 

प्रतियोगिता में दूध देने वाली भारतीय नस्ल की गायों को पंजीकृत किया जाएगा। जिसका दूध उत्पादन प्रतिदिन 6 लीटर अथवा उससे अधिक हो साथ ही प्रतियोगिता में सम्मिलित गोवंश टैगिंग आईडी से एवं उसका समस्त जानकारी इनाफ पोर्टल पर दर्ज होना अनिवार्य होगा। प्रतियोगिता में केवल भारतीय नस्ल की गाय जैसे साहिवाल, गिर एवं मालवी को सम्मिलित किया जावेगा। शंकर गाय प्रतियोगिता के लिए पात्र नहीं होगी। प्रतियोगिता में भाग लेने वाली गाय के तीन समय के दूध उत्पादन का औसत उत्पादन चयन के आधार पर होगा। पशुपालकों के विकासखंड स्तर पर प्राप्त आवेदन के परीक्षण उपरांत दैनिक दूध उत्पादन की  विर्यता के आधार पर 10 गायों का चयन किया जाकर, जिला स्तरीय प्रतियोगिता आयोजित होगी। इच्छुक पशुपालक अपने भारतीय नस्ल की गाय का पंजीयन अपने निकट की पशु चिकित्सा संस्था पर 25 जनवरी से 5 फरवरी 2023 तक करा सकते हैं।

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