सनातन धर्म की रक्षा के लिए विहिप का जन्म हुआ- प्रांत मंत्री सोहन विश्वकर्मा

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समरसता प्रबु़द्धजन गोष्ठी का आयोजन सम्पन्न
मंदसौर। विश्व हिंदू परिषद की ओर से शनिवार को नगर पालिका सभा हॉल में सामाजिक समरसता गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में मुख्य वक्ता में रूप में मौजूद रहे प्रांत मंत्री सोहन विश्वकर्मा ने कहा कि देश में लगातार 1 हजार वर्षों तक भिन्न भिन्न आतताइयों ने इसे लूटने, तोड़ने, देश को बांटने ओर सनातन धर्म पर प्रहार किया है, इस वजह से हमारे देश में कहि बुराइयों ने जन्म लिया, जिसमे से एक अस्पर्शता, जातिवाद है, ओर यह धीरे धीरे ओर भयानक होती जा रही थी, सनातन धर्म की रक्षा के लिए विहिप का जन्म 1964 में हुआ। आज भी जब हम सब प्रबुद्धजन विचार करते है तो हिन्दू समाज में भेदभावए छुआछूत दिखती है। ऐसे में यह विचार आता है कि जन सनातन धर्म के ग्रन्थों में कहीं छुआछूतए भेदभाव का जिक्र नहीं है तो यह फिर कहां से आई। सभी जाति सम्प्रदाय के संतों ने एक साथ एक सुर में प्रभु सुमिरन किया है और उनके कई ग्रन्थ है। सभी ने आडम्बर का विरोध किया है। यहां तक चैथी शती में भारत आए चीनी यात्री फाह्यान ने भी छुआछूतए भेदभाव का कही वर्णन नही किया। वास्तविक तौर पर भारत में भेदभावए छुआछूत को लेकर पहली बार इस्लामिक आक्रमण पहुंचा था। वक्त बदलने के साथ यह चरम पर भी पहुंचा पर इसमें इस्लामिक आक्रमण की बाध्यता ही सभी जगह अधिक रही थी। मौजूदा दौर में धर्मांतरण को रोकने के लिए सम्पूर्ण हिन्दू समाज को एक होकर सामने आना होगा।
बजरंग दल सोहन विश्वकर्मा प्रान्त मंत्री विश्व हिन्दू परिषद,नरेश परमार ( चैधरी ) वाल्मीकि समाज, रुपनारायण मोदी जिला सामाजिक समृस्ता प्रमुख, कन्हैयालाल सोनगरा नगर अध्यक्ष विहिप मंचासीन थे। इस अवसर पर प्रांत विशेष संपर्क प्रमुख गुरु चरण बग्गा, विभाग संयोजक लक्की बड़ोंलिया, विभाग सामाजिक समरसता प्रमुख जिला अध्यक्ष जिला मंत्री हेमंत बुलचंदानी, जिला विशेष संपर्क प्रमुख डॉ प्रवीण मंडलोई, अमरदीप कुमावत, राजेश करानिया, प्रदीप मोटवानी, श्यामसुंदर विश्वकर्मा, गोविंद नागदा आदि गोष्ठी के दौरान कई आमंत्रित मेहमान व विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों के अलावा बडी संख्या में श्रोता मौजूद थे।