वैज्ञानिकों ने किसानों को नवीनतम कृषि तकनीकों से अवगत कराया, आय दोगुनी करने पर जोर

वैज्ञानिकों ने किसानों को नवीनतम कृषि तकनीकों से अवगत कराया, आय दोगुनी करने पर जोर
गोरखपुर महायोगी कृषि विज्ञान केंद्र के प्रांगण में राष्ट्रीय बागवानी अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान, देवरिया के तत्वाधान में चार दिवसीय किसान संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में प्याज एवं लहसुन की खेती के लिए नई तकनीकी के बारे में किसानों को प्रशिक्षण दिया गया। डॉ. राजेश कुमार सिंह ने प्याज की गुणवत्ता एवं रखरखाव के बारे में विस्तृत जानकारी दी और किसानों को नई तकनीक अपनाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बताया कि उन्नत तकनीक के माध्यम से प्याज और लहसुन की खेती में गुणवत्ता और उत्पादन दोनों को बढ़ाया जा सकता है। जिला उद्यान अधिकारी ने मिशन योजना और आरकेए योजना के तहत किसानों को ऑनलाइन आवेदन करने, अनुदान प्राप्त करने और तकनीकी सहायता उपलब्ध कराने की प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी। उन्होंने किसानों को खेती में आय दोगुनी करने के लिए नई तकनीकों को अपनाने पर जोर दिया। राष्ट्रीय बागवानी अनुसंधान के डॉ. वी.के. सिंह ने प्याज और लहसुन की प्रोसेसिंग, पैकिंग, मार्केटिंग और रखरखाव के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने किसानों और महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि नई तकनीक के माध्यम से खेती को व्यवसाय के रूप में अपनाकर आमदनी बढ़ाई जा सकती है।
इस कार्यक्रम में किसानों को भारत की 70% कृषि आधारित अर्थव्यवस्था के महत्व के बारे में भी बताया गया। वैज्ञानिकों ने किसानों से आग्रह किया कि वे नई तकनीकों को अपनाकर न केवल अपनी आय बढ़ाएं, बल्कि देश की कृषि अर्थव्यवस्था को भी मजबूत करें। इस संगोष्ठी में किसानों को नई तकनीकों के साथ-साथ सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया गया, ताकि वे खेती को एक लाभदायक व्यवसाय के रूप में विकसित कर सकें।