शिक्षक पुरुषोत्तम भटनागर की सेवानिवृत्ति पर विदाई समारोह आयोजित

शिक्षक पुरुषोत्तम भटनागर की सेवानिवृत्ति पर विदाई समारोह आयोजित
गरोठ/शामगढ़– शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय संकुल शामगढ़ के प्राथमिक विद्यालय बलाईखेड़ा मे तीन वर्षों से पदस्थ शिक्षक पुरुषोत्तम भटनागर के अधिवार्षिकी आयु पूरी करने पर विद्यालय परिवार की ओर से शनिवार को सम्मान समारोह आयोजित कर विदाई दि गई।
मुख्यअतिथि ग्राम सरपंच प्रतिनिधि प्रकाशचंद्र रावत, संकुल प्राचार्य बाबूलाल जांगड़े, सचिव शंकरलाल विश्वकर्मा, वरिष्ठ शिक्षक जितेंद्रसिंह राठोर रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण तथा दीप प्रज्वलन कर किया गया। सरस्वती वंदना शिक्षिका ज्योति बाला जैन ने प्रस्तुत की। अतिथियों ने भटनागर के सेवा कार्यों की प्रशंसा कर साफा बांधकर एवं शॉल-श्रीफल भेंट किया। छात्र-छात्राओं ने भी भटनागर के कार्यकाल की प्रशंसा कर बधाई देकर आशीर्वाद प्राप्त किया । इस मौके पर विद्यार्थियों में अपने शिक्षक के प्रति सम्मान व्यक्त करने की होड़ मची थी। कोई पुष्पमाला अर्पित कर रहा था, तो कोई चरण छूकर खुश हो रहा था। इतना प्रेम और सम्मान पाकर शिक्षक पुरुषोत्तम भटनागर,श्रीमती भारती भटनागर तथा परिवारजन भी अभिभूत दिखाई दिए ।
इस दौरान पूर्व जनशिक्षक रामगोपाल राठौर ने अपने उद्बोधन में बताया कि सेवानिवृत्ति के बाद समाज के प्रति जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। हमारे समाज में शिक्षक के रूप में गुरु का स्थान सर्वोपरि है। हमें सभी शिक्षकों का सम्मान करना चाहिए। वरिष्ठ अध्यापक संजय शर्मा ने कहा कि शिक्षक देश की भावी पीढ़ी के निर्माता होते हैं । उनका बस एक ही लक्ष्य होता है, कि उनसे पढ़ने वाले बच्चे देश में सबसे ऊंची बुलंदियों को छू लें। संकुल प्राचार्य बाबूलाल जांगड़े ने अपने उद्बोधन में बताया कि कुछ वर्षों पूर्व और आजकल के शासकीय विद्यालयों में सरकार के प्रयासों से व्यापक सुधार हुए हैं।
इन्हीं सुधारों के चलते शासकीय स्कूलों के प्रति आम जनता का दृष्टिकोण बदला है और अधिकाधिक ग्रामीणजन अब अपने बच्चों की शिक्षा के प्रति जागरुक हुए हैं। इस मौके पर सेवानिवृत शिक्षक लालचंद पाटीदार,मांगीलाल सोलंकी,कन्हैयालाल माटा, शिवनारायण पटेल,ललिता परिहार तथा समीपस्थ विद्यालय स्टाफ से अध्यापिका राधा टेलर,निर्मला परिहार सहित छात्र-छात्रा एवं पालकगण उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए सेवानिवृत्त शिक्षक गिरधारी लाल भावसार ने कहा कि उन्हें शिक्षकों से बहुत कुछ सीखने का अवसर मिला। इनके शिक्षा विभाग तथा विद्यालय के विकास में योगदान को भुलाया नहीं जा सकेगा। अधिवर्षिकी आयु पूर्ण कर रहे शिक्षक भटनागर ने अपने कार्यकाल खट्टे मीठे अनुभव बताते हुए कहा कि सभी को समय के साथ सेवा से मुक्त होना ही पड़ता है। सबके बीच हमारा व्यवहार और व्यक्तित्व ही रह जाता है,साथ ही कार्यक्रम के प्रति स्थानीय विद्यालय के स्टाफ तथा अतिथियों का आभार व्यक्त किया।
विद्यालय प्रभारी श्रीमती आशु शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कार्यक्रम में सम्मिलित होने के लिए आए उपस्थित अतिथियों के प्रति आभार जताया। उक्त जानकारी सेवानिवृत्त शिक्षक गिरधारी लाल भावसार शामगढ़ ने दी ।