ब्राह्मण ज्ञान दृष्टि के द्वारा संसार का मार्गदर्शन करते हैं- स्वामी भागवतानंद गुरूजी

========================
मन्दसौर। श्री विष्णु महापुराण दिव्य कथा के पंचम दिवस स्वामी श्री निग्रहाचार्य श्री भागवतानंद गुरू जी के द्वारा दिव्य कथा का श्रवण कराया।
आज कथा के दिव्य सत्र में श्री गुरू जी ने कहा चेतना रहित कोई सत्ता नहीं। भाव के साथ क्रियाशुद्धि कि आवश्यकता है। आप श्री ने यम गीता के माध्यम से भगवान श्री विष्णु के परम भक्तों के विषय में श्रवण कराया। आपने कहा कि जिसकी आत्मा कलियुग के कलुष से रहित हो जिसके अन्तःकरण में भगवान विराजित हो, मात्सर रहित मन हो , शुद्ध चरित्र, प्रशान्त मन , धैर्य धारण करने वाला सभी प्राणियों के प्रति सद्भाव हो वे भगवान के परम भक्त होते हैं। जिसके हृदय में भगवान विराजित हो वे सौम्य हो जाते है। महापुरुषों का चरित्र हमें उपदेशित करता है। ब्राह्मण ज्ञान दृष्टि के द्वारा संसार का मार्गदर्शन करते हैं । भगवान भी धर्म शास्त्र कि मर्यादा का पालन करते हैं।
आप श्री ने कहा संतों का क्रोध भी मानव का कल्याण ही करता है। सम्पूर्ण संसार में भगवान ही व्याप्त है। तन मन धन से भगवान कि सदैव सेवा करना चाहिए।
आप श्री ने वर्णाश्रम धर्म का बोध कराते हुए कहा कि वर्णाश्रम से विमुख नहीं होना चाहिए। आप ने आश्रम व्यवस्था के विषय विस्तृत बोध कराया । संन्यासीयो के लिए शास्त्रसहीत लक्षण होना चाहिए। रामावतार और कृष्णावतार कि कथा का श्रवण कराया। आपने कहा कि वेद आज्ञा ही भगवद् आज्ञा है।
गुरूजी ने कहा कि क्षत्रिय प्रजा का पालन करे, वैश्य धर्मगत व्यापार करे, शुद्र का कर्तव्य सेवा करे । सभी लोग अपने अपने वर्णधर्म में रहे किसी वर्ण कि निंदा ना करे।
स्वामिश्री में मानव धर्म के विषय में बताते हुए कहा कि दया, सहनशील, सत्य आचरण, पवित्रा, मंगलआचरण, मधुरवाणी, मित्र वद् भाव होना चाहिए ।
पंचम दिवस चारभुजा नाथ मंदिर महेश्वरियान ट्रस्ट, पत्रकारगण, विनर क्लब, भारतीय जनता पार्टी व्यापारी प्रकोष्ठ, ब्राह्मण समाज, रोटरी क्लब, गो आरोग्य सेवा समिति के पदाधिकारी उपस्थित रहे। पौथी पूजन व आरती में सर्वश्री प्रहलाद काबरा, कृष्णचन्द्र चिचानी, नवकृष्ण पाटिल, सुरेंद्र कुमावत, निर्विकार रातडिया, पार्षद पिंकी कमलेश सोनी लाला, पार्षद रमेश ग्वाला, पार्षद प्रीतम पंचोली, प्रवीण शर्मा, दिलीप अग्रवाल, विजय गेहलोत, कपिल मावर, योगेश भट्ट, संजय गोटी, भूपेंद्र सोनी, कनक पंचोली, राजेश सिंघवी, बालाराम चौधरी, प्रहलाद कबाड़ी, जितेंद्र सोपरा, राकेश बैरागी, संजय सुराह, ओम बाडोलिया, अरुण शर्मा, पत्रकार, सुरेश भावसार, मुकेश राठौर, बंशीलाल टाक, मनीष गुप्ता, आचार्य खगेश लाड, अजय भाटी, दीपेश आचार्य, निशा कुमावत, मालती गहलोत उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन ब्रजेश जोशी ने किया व आभार लोकेंद्र मंगल बैरागी ने माना।