मध्यप्रदेशज्योतिष दर्शन

किस शहर में कब दिखेगा सूर्य ग्रहण, राशियों पर ग्रहण का प्रभाव

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आंशिक सूर्य ग्रहण-

शा. जीवाजी वेधशाला उज्जैन के अधिक्षक डॉ. राजेन्द्र प्रकाश गुप्त ने बताया कि दिनांक 25.10.2022 को आंशिक सूर्य ग्रहण होगा। ग्रहण का प्रारम्भ दोपहर 02:28:03 पर मध्य की स्थिति दोपहर 04:30:1 एवं मोक्ष सांय 06:32:01 पर होगा। मध्य की स्थिति में सूर्य का 63.2 प्रतिशत भाग ढक जाएगा। ग्रहण की अवधि 04 घण्टे 04 मिनट तक रहेगी। ग्रहण यूरोप, मध्य पूर्व, उत्तरी अफ्रीका, पश्चिम एशिया, उत्तरी अटलांटिक महासागर, उत्तरी हिन्द महासागर भारत में दृश्य होगा। भारत में यह ग्रहण अडमान निकोबार द्वीप समूह तथा उत्तरी पूर्वी भारत को छोड़कर सम्पूर्ण भारत में दृश्य होगा।

आंशिक सूर्यग्रहण उस समय होता है जब चन्द्रमा, पृथ्वी और सूर्य के बीच में आंशिक रूप से आता है जिससे पृथ्वी के स्थान विशेष से देखने पर सूर्य का कुछ भाग ढंका हुआ दिखाई देता है। इस प्रकार होने वाला ग्रहण आंशिक सूर्यग्रहण कहलाता है।

सूर्यग्रहण का ज्यामिति नुपातिकत चंद्रमा की कक्षा छाय पृथ्वी यह सूर्यग्रहण उज्जैन में भी दृश्य होगा। उज्जैन में ग्रहण का प्रारम्भ सांय 04:41:01 पर मध्य की स्थिति सांय 05:38 पर होगी। ग्रहण की स्थिति में ही उज्जैन में सांय 05:53 पर सूर्यास्त हो जायेगा। मध्य की स्थिति में सूर्य का 32.6 प्रतिशत भाग उज्जैन में ढका हुआ दिखाई देगा। इस प्रकार उज्जैन में लगभग 1 घण्टे ही ग्रहण को हम देख सकेंगे। वेधशाला में सोलर फिल्टर युक्त चश्मों से ग्रहण दिखाने की व्यवस्था रहेगी।

कर्यालय शासकीय जीवाजी वेधशाला, उज्जैन ( म०प्र०) मोबाइल नं. 9407130368  दूरभाष –(0734)2557351, ई-मेल: segjivobsujj@mp.gov.in वेबसाइट: http://jiwajiobservatory.mp.gov.in

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किस शहर में कब दिखेगा सूर्य ग्रहण-

● नई दिल्ली- 25 अक्टूबर को शाम 04:28 से शुरू होकर 05:42 बजे तक।

● लखनऊ- शाम 04 बजकर 36 मिनट से शाम 05 बजकर 29 मिनट तक।

● मुंबई- शाम 04 बजकर 49 मिनट से शुरू होकर 06 बजकर 09 मिनट पर समाप्त।

● कोलकाता- शाम 04:51 से शुरू होकर 05:04 मिनट पर समाप्त।

● चेन्नई- शाम 05 बजकर 13 मिनट से शुरू होकर 05 बजकर 45 मिनट पर समाप्त।

● भोपाल- शाम 04 बजकर 42 मिनट से 05 बजकर 47 मिनट को समाप्त होगा।

● पटना- शाम 04 बजकर 42 मिनट से शुरू होकर 05 बजकर 14 मिनट तक।

● हैदराबाद- शाम 04 बजकर 58 मिनट से लेकर 05 बजकर 48 मिनट तक।

खंडग्रास सूर्यग्रहण

पंडित विक्रम पुरोहित (श्री सुदामा जी) ने बताया कि ग्रहण के कारण सभी देवालयों के मंदिर के कपाट बंद रहेंगे पर अपने मन के कपाट हमेशा खुले रखें एवं मन के कपाट खोल कर परमात्मा का ध्यान सुमिरन इत्यादि करें फल प्राप्त होगा।

इस ग्रहण का स्पर्श  दीवा 4,31 ,मध्यकाल दीवा 5,14,एवं मोक्षकाल दीवा 5,57 बजे होगा।इसका सूतक काल प्रातः 4,31 से ही प्रारंभ होजाएगा।

सूतक एवम ग्रहण काल में बच्चो एवम मरीजों को छोड़ कर अन्य को भोजन नहीं करना चाहिए,एवम समस्त देवालयों के पट बंद रहेंगे।

महाभारत के अनुसार कलयुग में ग्रहण के समय किसी भी प्रकार के मंत्र की साधना करने पर प्रत्येक घंटे का 10000 वर्ष के बराबर फल मिलता है इसलिए इस समय को चुके नहीं और अपने इष्ट का मंत्र साधना करके सिद्धि को प्राप्त करें,

यह सूर्य ग्रहण आसाम, गुवाहाटी एवं यहां से पूर्व के नगर एवं प्रांत मणिपुर ,त्रिपुरा ,नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश ,आदि में ग्रहण दृश्य नहीं होगा, जिसके कारण यहां किसी भी प्रकार का यम सूतक नियम का पालन नहीं होगा ,अन्य सभी स्थानों पर खंडग्रास सूर्यग्रहण का दर्शन प्रतीत होगा,
जहां भी सूर्य ग्रहण प्रतीत हो दृश्य हो वहां सूर्य ग्रहण से संबंधित एवं नियमों का पालन करना अनिवार्य रहेगा।

सुर्य ग्रहण का राशियों पर प्रभाव –
25 अक्टूबर 2022 को पड़ने वाले इस सूर्य ग्रहण का प्रभाव इस प्रकार से रहेगा,

मेष ,मिथुन, कन्या, कुंभ राशि वालों के लिए मध्यम
वृषभ ,सिंह, धनु, मकर राशि वालों के लिए सुखद
एवं कर्क, तुला ,वृश्चिक एवं मीन राशि वालों के लिए नेस्ट रहेगा ।
जिन राशियों के लिए नेस्ट कहा गया है उन राशि वाले जातकों को सूर्य ग्रहण का दर्शन नहीं करना चाहिए।कार्तिक मास में एक सूर्य ग्रहण एवं एक चंद्र ग्रहण होने जा रहा है,सूर्य ग्रहण 25/10 /2022 एवं चंद्र ग्रहण दिनांक 8/ 11/ 2022 को रहेगा,

जिसका सीधा प्रभाव इस प्रकार से रहेगा, इन दोनों ही ग्रहण ओं के कारण जगत में कल्याण होगा धन की वृद्धि होगी उपग्रहों का नाश होगा देश में सुबिक्स होगा तथा प्रजा आनंद के साथ रहेगी परंतु कहीं-कहीं प्रजा और प्रजा पुत्रों में आपसी विवाद होगा,

सुर्य ग्रहण से असर

सुनार, लोहार, हलवाई आदि से आजीविका करने वाले और प्रजा को पीड़ा धन्य आदि का भाव सस्ता हो जाएगा इन दोनों ही ग्रहों के कारण वाहनों में एक्सीडेंट ज्यादा होंगे चोरों का भय बना रहेगा तथा कहीं-कहीं बड़ी अग्निकांडो का उपद्रव मचेगा, दोनों ही ग्रहण के कारण चीन एवं भारत के बीच में आपसी तनातनी का माहौल गर्म आएगा जिसमें कुछ समय के लिए भारतीय सेना भारत की सीमा पर जा कर तैनात होगी ,

दोनों ही ग्रहण के कारण अनाज सस्ता होगा, एवं कहीं ना कहीं किसी बड़े राजनेता की हृदय गति रुकने के कारण मृत्यु होगी जिससे पूरा भारत वर्ष शोक संवेदना में खो जाएगा।
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श्री कृष्ण सुदामा भागवत धर्म प्रचार मंडल शामगढ़ पंडित विक्रम पुरोहित (श्री सुदामा जी) 999 35 13823
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