लोकसभा चुनाव 2024, भाजपा कांग्रेस दोनों ही राजनीतिक दलों के दावेदार अपनी दावेदारी प्रस्तुत कर रहे
मंदसौर -आगामी 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक गलियारों में दावेदारों की चर्चाएं शुरू हो गई है जिसमें भाजपा तथा कांग्रेस दोनों ही राजनीतिक दलों के दावेदार अपनी दावेदारी प्रस्तुत कर रहे हैं दूसरी तरफ देश के मजबूत स्तंभ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ आरएसएस अपनी मजबूती इस लोकसभा चुनाव में दिखाने हेतु प्रतिबद्ध है मंदसौर क्षेत्र में मंदसौर नीमच तथा जावरा संलिप्त है तथा संसदीय क्षेत्र में इस बार 17 लाख से अधिक मतदाता है,भाजपा से जिसमें सुधीर गुप्ता के अलावा देवीलाल धाकड़,नानालाल अटोलिया ओम प्रकाश सकलेचा,पंडित मधुसूदन शास्त्री,अजय सिंह चौहान,तपन भौमिक,अंशुल बैरागी,मदनलाल राठौर, के नाम की संभावनाएं जताई जा रही है वहीं बाहरी उम्मीदवार को भी मैदान में उतरने की चर्चा चल रही है परंतु यह संभव नहीं माना जा रहा है क्योंकि मन्दसौर संसदीय क्षेत्र में कई नेता लंबे समय से राजनीति में सक्रिय है विगत चार राज्यों के विधानसभा चुनाव में सीएम कैंडिडेट को लेकर हुए निर्णय तथा विधानसभा के उम्मीदवारों को लेकर हुए निर्णय के बाद कुछ भी कह पाना संभव बताया जा रहा है मोदी-शाह की जोड़ी से चौकाने वाला नाम सामने आ सकता है
तथा नाम दिल्ली मुख्यालय से ही आना है ,लोक सभा टिकट की दौड़ में सांसद सुधीर गुप्ता भी कमजोर नहीं है गुजरात विधानसभा चुनाव में बतौर प्रभारी के रूप में ऐतिहासिक परिणाम आने के बाद सुधीर गुप्ता का कद केंद्रीय लेवल पर बढ़ गया है परंतु जमीन हकीकत में कार्यकर्ताओं समर्थकों तथा जनता की नाराजगी उन्हें निराशा दे सकती है ,दूसरी तरफ जनसंघ के समय प्रधानमंत्री मोदी के साथ देवीलाल धाकड़ का काम करना उनके लिए सबसे बड़ा प्लस प्वाइंट साबित हुआ था विधानसभा चुनाव में टिकट मिलना। ऐसे में उनका 2023 विधानसभा चुनाव में टिकट न मिलना लोकसभा की संभावनाएं जता रहा है तथा वर्तमान भाजपा जिला अध्यक्ष नानालाल अटोलिया लंबे समय से युवा राजनीति में सक्रिय है युवा मोर्चा में अध्यक्ष रहे हैं तथा प्रदेश कार्य समिति में है एवं वर्तमान भाजपा जिला अध्यक्ष है ग्रामीण क्षेत्र में अच्छी पकड़ रखने है तथा धाकड़ समुदाय से आने वाले अटोलिया भी लोकसभा के दावेदारों में गिने जा रहे हैं तथा मंदसौर संसदीय क्षेत्र के हब मंदसौर विधानसभा से चिर परिचित हैं ऐसे में भाजपा उनके नाम पर भी मन बना सकती है ,मंदसौर संसदीय क्षेत्र में नीमच का भी अति महत्वपूर्ण योगदान है पूर्व मुख्यमंत्री के पुत्र पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा का नाम भी लोकसभा दावेदारों में जमकर चल रहा है बताया जा रहा है इस बार मंत्री ना बनाया जाना भी उन्हें लोकसभा में मौका मिल सकता है ,इनके साथ ही भगवा ब्रिगेड से हिन्दू वादी के नेता के तौर पर गौरक्षा हेतु अभियान चलाने वाले पंडित मधुसूदन शास्त्री, एवं संघ से तपन भौमिक के नाम की भी चर्चाए जारी है मंदसौर संसदीय क्षेत्र में एक नया “संघी” नाम तेजी से उभरा है नेपाल सिंह डोडिया का। नेपाल सिंह मंदसौर संसदीय क्षेत्र के जावरा के निवासी लंबे समय से स्वयंसेवक संघ आरएसएस से प्रतिनिधित्व करते हैं डोडिया हिंदू जागरण मंच विश्व हिंदू परिषद तथा सामाजिक क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य से अपनी पहचान रखते हैं 2014 से जिला मंत्री प्रभारी (बजरंग दल) प्रांत शौर्य प्रशिक्षण वर्ग (बौद्धिक प्रमुख) का दायित्व तथा परिषद परिचय वर्ग जबलपुर की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं इसके अलावा नेपाल सिंह डोडिया द्वारा हिंदू जागरण मंच के क्षेत्र में भी उत्कृष्ट कार्य करते हुए 2018 में वह उज्जैन विभाग संयोजक रहे,तथा 2020 में प्रांत मंत्री मालवा प्रांत एवं नीमच जिले के प्रभारी के रूप में कार्य किया,तथा वर्ष 2021 में प्रांत महामंत्री (मालवा प्रांत) तथा 2023 में प्रांत कार्यकारिणी सदस्य तथा मंदसौर जिले के प्रभारी रहे उसके बाद संगठन संघ द्वारा समय-समय पर सौपी गई विभिन्न जिम्मेदारियां को भी निर्वहन किया!
लेकिन भाजपा का केंद्रीय शीर्ष नेतृत्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा एवं गृह मंत्री अमित शाह की जोड़ी के निर्णय को कुछ भी आकलन लगा पाना सम्भव नही है क्या निर्णय लेते है एक दर्जन से भी अधिक दावेदार सक्रिय है तथा कांग्रेस इसमें पीछे हैं मजबूत तथा जिताऊ चहेरे में कांग्रेस पिछड़ी नजर आ रही है।