सडकों पर उमडा जनसैलाब, यशस्वी मुख्यमंत्री से एक ही मांग अपराधियों का जड से हो यूपी पेटर्न पर खात्मा
समाजसेवी अशोक अरोरा गंगानगर पर फायरिंग का मामला
— हर समाज और हर पदाधिकारी हुए शामिल, 115 समाज और सामाजिक संगठनों ने दिया ज्ञापन, नीमच के इतिहास में पहली बार हुआ सामाजिक आंदोलन, 8 वर्ष से 87 वर्ष तक की आयु वाले लोग हुए शामिल, बजरंगियों ने बढचढकर लिया हिस्सा
नीमच। प्रसिद्ध समाजसेवी अशोक अरोरा (गंगानगर) पर हुई फायरिंग की घटना को लेकर नीमच के इतिहास में पहली बार सामाजिक आंदोलन हुआ। गुरूवार को हर समाज और हर संगठन विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। ज्ञापन देने वाले संगठन और समाजों की संख्या 115 पर पहुंची। नीमच में पहला ऐसा मौका है, जिसमें हर संगठन और हर समाज ने इस विरोध प्रदर्शन में अपनी भागीदारी निभाई। न तो किसी का आव्हान था और न ही किसी का बुलावा। हर समाज—संस्था के पदाधिकारी स्वैच्छा से सडकों पर उतरे। उनकी आंखों में नीमच में हुए गोलीाकांड को लेकर जबरदस्त आक्रोश था। प्रसिद्ध समाजसेवी अशोक अरोरा के लिए जन सैलाब सडकों पर उतरा तो देखने वाले दंग रह गए। सभी की सीएम डॉ. मोहन यादव से एक ही मांग थी कि बदमाशों यूपी की अतिक अहमद की तर्ज पर जड से खात्मा हो, उनकी अवैध संपत्तियों पर बुलडोजर चले। नीमच में इस तरह की घटना जनता बर्दाश्त नहीं करेगी।
नीमच में सरेआम दिनदहाडे 4 फरवरी को हुए गोलीकांड को लेकर हर वर्ग में आक्रोश देखा जा रहा है। प्रसिद्ध समाजसेवी अशोक अरोरा गंगानगर पर लायंस पार्क के समीप बदमाशों ने फायरिंग की, जो कि बदमाशों के बुलंद हौसलों को दर्शाती है। हालांकि इस घटना में जवाबी फायरिंग में इंदौर का शार्प शूटर (शातिर अपराधी) बाबू फकीर मौके पर ही ढेर हो गया, जिस पर 11 हत्यारों के केस दर्ज थे। प्रसिद्ध समाजसेवी अशोक अरोरा हर वर्ग में अपनी गहरी पैंठ रखते है और चाहे सुख हो या फिर दुख। धार्मिक गतिविधियों में बढचढकर हिस्सा लेते है। यही कारण है कि वे नीमच ही नहीं आस—पास के क्षेत्र में उनके हजारों समर्थक है। जैसे ही श्री अरोरा के साथ प्राणघातक हमले की जानकारी जनता तक पहुंची तो आक्रोश फैल गया। तीन दिन बाद भी बादमाशों का खात्मा नहीं होने से और उनकी अवैध संपत्तियों पर बुलडोजर कार्रवाई नहीं किए जाने से सर्व समाज में आक्रोश बढ गया। गुरूवार को शहर के भारत माता चौराहे(फोर जीरो) पर सर्व समाज और समाजिक संगठनों के पदाधिकारी दोपहर 12 बजे एकत्रित होना शुरू हो गए। देखते ही देखते ही हजारों की भीड चौराहे पर जमा हो गई। यहां से पैदल रैली शुरू हुई, जो नयाबाजार, बारादरी, फव्वारा चौक, टैगोर मार्ग होते हुए पुराने कैंट थाने हजारों लोग पहुंचे।
ज्ञापन के बाद दफ्तर पहुंचे हजारों लोग, समाजसेवी श्री अरोरा ने माना आभार—
प्रसिद्ध समाजसेवी अशोक अरोरा पर हुए कायराना हमले को लेकर जनता में जबदरस्त आक्रोश है।नीमच जिला शांतिप्रिय है। इस तरह के गोलीकांड की घटना से लोगों में उबाल है। वहीं समाजसेवी श्री अरोरा के समर्थकों की संख्या भी हजारों में है। इस प्रदर्शन में नीमच ही नहीं बल्कि मंदसौर, चित्तोडगढ सहित दूर—दराज के हजारों लोग शामिल है, जिनके दिलों में श्री अरोरा राज करते है। ज्ञापन देने के बाद हजारों समर्थक बंगला नंबर 48 स्थित श्री अरोरा के कार्यालय पर पहुंचे, वहां पर श्री अरोरा ने बालकनी से अभिवादन स्वीकार किया और समर्थकों का आभार व्यक्त किया और कहा कि स्नेह और प्यार बना रहे।
डॉक्टर से लेकर सीनियर सीटीजन प्रदर्शन में शामिल—
प्रसिद्ध समाजसेवी श्री अरोरा के समर्थन में उतरे हजारों लोगों ने नीमच में इतिहास रच दिया। चाहे डॉक्टर हो या फिर विभिन्न संगठन। सीनियर सिटीजन से लेकर बच्चे भी प्रदर्शन में शामिल हुए। रैली में भीड का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि एक छोर बारादरी के पास था तो दूसरा छोर पुस्तक बाजार पर। पुराना कैंट थाना लोगों से भर गया वहीं बाहर टैगोर मार्ग पर भारी भीड जमा थी। शहर की एक भी संस्था और समाज इस प्रदर्शन से वंचित नहीं रही। लगभग सभी संगठन और समाज ने ज्ञापन दिया।