समाचार मध्यप्रदेश रतलाम 02 जनवरी 2024
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सूक्ष्म, लघु, मध्यम उद्यम मंत्री श्री चैतन्य काश्यप ने पदभार ग्रहण किया
प्रधानमंत्री श्री मोदी की युवाओं के लिए आकांक्षाओं को पूरा करना प्राथमिकता : मंत्री श्री काश्यप
रतलाम 01 जनवरी 2024/ सूक्ष्म, लघु, मध्यम उद्यम मंत्री श्री चेतन्य काश्यप ने विभागीय अधिकारियों से अपेक्षा की है कि वे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के युवा भारत की आकांक्षाओं और संकल्प पत्र के बिंदुओ को पूरा कर मध्यप्रदेश को देश का अग्रणी राज्य बनाने के काम में जुट जाएं। मंत्री श्री काश्यप ने सोमवार को मंत्रालय में विधि विधान से पूजन कर विभाग में पदभार ग्रहण किया। विभाग के सचिव श्री पी नरहरि ने मंत्री श्री कश्यप का पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया और वरिष्ठ अधिकारियों का परिचय करवाया। इस अवसर पर लघु उद्योग निगम के प्रबंध संचालक श्री रोहित सिंह और अपर सचिव श्री शशिभूषण सिंह सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। मंत्री श्री काश्यप का अधिकारियों ने भी गुलदस्ता भेंट कर स्वागत किया। इस दौरान श्री राजेन्द्रसिंह लुनेरा, श्री प्रदीप उपाध्याय, श्री बजरंग पुरोहित, श्री मनोहर पोरवाल, श्री स्वप्निल जैन, श्री गोविन्द काकानी, आदि उपस्थित थे।
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विकसित भारत संकल्प यात्रा के अंतर्गत 2 जनवरी को आयोजित होने वाले कैंप
रतलाम 01 जनवरी 2024/ जिले में जारी विकसित भारत संकल्प यात्रा के अंतर्गत 2 जनवरी को जिले के आलोट विकासखंड के निपानिया राजगुरु तथा डाबड़िया में कैंप आयोजित होंगे। इसी प्रकार विकासखंड बाजना के पीपलीपाड़ा तथा हैवड़ादामा कला, विकासखंड जावरा के हाट पिपलिया तथा बडवा, विकासखंड पिपलोदा के धतुरिया तथा भाकरखेड़ी, विकासखंड रतलाम के रतागढ़खेड़ा तथा झरखेड़ी, विकासखंड सैलाना के सुंडी तथा कांगसी में कैंप आयोजित होंगे।
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सेडमैप तथा सूक्ष्म लघु मध्यम मध्यम मंत्रालय द्वारा रतलाम के शिक्षित युवाओं हेतु निशुल्क प्रशिक्षण 5 जनवरी से
आवेदन की अंतिम तिथि 2 जनवरी
रतलाम 01 जनवरी 2024/ उद्यमिता विकास केंद्र मध्यप्रदेश सेडमैप तथा सूक्ष्म लघु मध्यम उद्यम मंत्रालय भारत सरकार नई दिल्ली के प्रायोजन में रतलाम जिले के शिक्षित युवाओं हेतु 6 सप्ताह का निशुल्क प्रशिक्षण आगामी 5 जनवरी से रतलाम में आयोजित किया जाएगा। प्रशिक्षण में ब्यूटी पार्लर, कंप्यूटर डाटा एंट्री ऑपरेटर, डिजिटल मार्केटिंग एवं फूड प्रोसेसिंग ट्रेड में युवक युवतियों को प्रशिक्षित किया जाएगा। निर्धारित योग्यता कक्षा आठवीं उत्तीर्ण तथा आयु 18 से 45 वर्ष होनी चाहिए।
जिला समन्वयक सेडमैप श्री विजय चोरे ने बताया कि प्रशिक्षण में 5 सप्ताह का व्यवहारिक एवं औद्योगिक प्रशिक्षण तथा एक सप्ताह का उद्यमिता विकास प्रशिक्षण सम्मिलित है। जिसमें विभिन्न उद्योगों की जानकारी एवं चयन में सहायता, सफल उद्यमी तथा व्यक्तित्व विकास, सफल उद्यमी के गुण की जानकारी, संप्रेषण कला, कौशल, मार्केट सर्वे की तकनीक तथा फील्ड मार्केट, सर्वे प्रोजेक्ट, रिपोर्ट बनाने का मार्गदर्शन, शासकीय योजनाओं एवं वित्तीय सहायता संबंधी योजनाओं की जानकारी दी जाएगी। इसमें मुख्यमंत्री युवा उद्यमी स्वरोजगार, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन आदि तथा जिले में स्थापित किए जा सकने वाले उद्योगों की जानकारी, ऋण प्रकरण तैयार करने में सहायता, संपूर्ण प्रबंधन सम्मिलित किया गया है। जैसे- मार्केटिंग, सेल्स, एकाउंट्स, वित्त, टैक्सेशन आदि के बारे में भी मार्गदर्शन दिया जाएगा
प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य शिक्षित बेरोजगार युवाओं को उद्योग स्थापना एवं स्वरोजगार में आत्मनिर्भर बनाना है जिससे कि वह अपना स्वयं का रोजगार स्थापित कर सके। प्रशिक्षण के लिए प्रत्येक ट्रेड में 30-30 स्थान निश्चित है।
आवेदन प्राप्ति तथा जमा करने के लिए उद्यमिता विकास केंद्र मध्यप्रदेश सेडमैप के जिला समन्वयक के मोबाइल नंबर-9827214711 पर संपर्क किया जा सकता है अथवा जिला व्यापार उद्योग केंद्र रतलाम से कार्यालय समय में संपर्क करके जानकारी एवं निर्धारित आवेदन पत्र में पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ, शैक्षणिक योग्यता प्रमाण पत्र के साथ अंतिम तिथि आगामी 2 जनवरी के पूर्व आवेदन जमा कर सकते हैं।
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पाले से बचाव के लिए किसानों को सलाह
रतलाम 01 जनवरी 2024/ जिला कृषि विभाग ने पाले से बचाव के लिए किसानों को सामईक सलाह जारी की है। उपसंचालक सुश्री नीलम सिंह चौहान ने बताया है कि पाला पड़ने की संभावना पर बचाव के लिए फसलों में हल्की सिंचाई करें अथवा थायो यूरिया की 500 ग्राम मात्रा का 1000 लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें अथवा 8 से 10 किलोग्राम सल्फर पाउडर प्रति एकड़ का भूरकाव करें अथवा घुलनशील सल्फर 3 ग्राम प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर अथवा 0.1 प्रतिशत गंधक अम्ल का छिड़काव करें।
अगेती बुवाई वाली किस्म में दूसरी सिंचाई आवश्यकता को देखकर करें। देर से बुवाई की गई फसल में सिंचाई के साथ एक तिहाई नत्रजन 33 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर अर्थात यूरिया 70 से 72 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर सिंचाई के पूर्व भूरक दे पूर्ण सिंचित समय से बुवाई में 20-20 दिन के अंतराल पर चार सिंचाई करें। आवश्यकता से अधिक सिंचाई करने पर फसल गिर सकती है। दानों में दूधिया धब्बे आ जाते हैं तथा उपज कम हो जाती है। बालिया निकलते समय फव्वारा विधि से सिंचाई नहीं करें अन्यथा फुल खिर जाते हैं। दानों का मुंह काला पड़ जाता है। करनाल बंट तथा कंदुआ व्याधि के प्रकोप का डर रहता है। मांहू का प्रकोप गेहूं फसल के ऊपरी भाग पर होने की दशा में इमिडाक्लोप्रिड ढाई सौ मिलीग्राम प्रति हेक्टेयर की दर से पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें।
रासायनिक उपचार में बताया गया है कि जिस दिन पाला पड़ने की संभावना हो उन दिनों फसलों पर गंधक के तेजाब के 0.1 प्रतिशत घोल का छिड़काव करना चाहिए। इसके लिए 1 लीटर गंधक के तेजाब को 1000 लीटर पानी में घोलकर एक हेक्टेयर में प्लास्टिक के इसप्रेयर से छिड़के, ध्यान रखें कि पौधों पर घोल की फुहार अच्छी तरह लगे छिड़काव का असर दो सप्ताह तक रहता है। यदि इस अवधि के बाद भी शीतलहर तथा पाले की संभावना हो तो गंधक के तेजाब को 15-15 दिन के अंतर से दोहरावे।