थाना प्रभारी जितेंद्र सिसोदिया सहित पुलिसकर्मियों 50 लाख की रिश्वत व महिलाओं से की बदसलूकी का मामला थाने में प्रकरण दर्ज

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मंदसौर। नारायणगढ़ थाना प्रभारी जितेंद्र सिसोदिया सहित पुलिसकर्मियों ने एक मामले में आरोपी के परिजनों से मांगी 50 लाख की रिश्वत व महिलाओं से की बदसलूकी का मामला राजस्थान के प्रतापगढ़ हतुनिया थाने में प्रकरण दर्ज किया। उक्त कार्यवाही राजस्थान पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर की जिस पर मंदसौर एसपी अनुराग सुजानिया खाकी को बदनाम करने वाले के ऊपर नकेल कसने में लेत लतीफी कर रहे हैं। सायबर नारायणगढ़ थाना प्रभारी जितेंद्र सिसोदिया व एसआई संजय प्रताप सिंह के ऊपर 50 लाख की रिश्वत मागने पर कोर्ट के आदेश पर राजस्थान पुलिस ने मामला दर्ज किया। नारायणगढ़ थाने का सायबर एक्टिव थाना प्रभारी जितेंद्र सिसोदिया के ऊपर पूर्व मे भी यूपी मे मामला होते हुये बचा था। मगर एक्टिव थाना प्रभारी ने मामला सहयोगी के ऊपर डाल दिया था। यूपी से बचे तो राजस्थान पुलिस ने 50 लाख की रिश्ववत मांगने व घर मे बिना वारंट के घुसने को लेकर कोर्ट के आदेश पर एफ आई आर दर्ज कि गई। राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले के हतुनिया थाना पुलिस ने मंदसौर जिले के नारायणगढ़ थाना प्रभारी जितेन्द्र सिसौदिया, एसआई संजयप्रतापसिंह, एएसआई अर्जुनसिंह एवं जितेन्द्र मालोत सहित पुलिस अधिकारी के खिलाफ धारा_451, 330, 343, 365, 384, 389, 506 व 120 बी के तहत केस दर्ज किया गया पुलिसकर्मियों के खिलाफ पीड़िता फिजा मेवाती ने अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की कोर्ट में वाद दायर किया था। इसमें आरोप लगाया कि मंदसौर पुलिस की टीम काली स्कार्पियों मैं फरियादी के घर पहुंची और महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार किया और 50 लाख रूपये भाई को छोड़ने के लिए मांगे थे। नही देने पर एनडीपीएस एक्ट का झूठा केस दर्ज कर दिया था। ये दूसरा मामला है, इससे पहले उत्तरप्रदेश में भी मंदसौर पुलिस के खिलाफ इसी तरह का मुकदमा दर्ज हुआ था। फिजा पिता छोटे खां मेवाती निवासी ग्राम हथुनिया, जिला प्रतापगढ़, राजस्थान ने परिवाद में बताया, कि 25 अक्टूबर 2022 की रात करीब 11.30 बजे के आस-पास मेरे घर पर काले रंग की स्कार्पियों गाड़ी लेकर मंदसौर जिले के पुलिस वाले आए। इसमें नारायणगढ़ थाना प्रभारी जितेन्द्र सिसौदिया, एसआई संजयप्रतापसिंह अपनी टीम के साथ आए। इन्होंने दरवाजा खटखटाया। लेकिन मैंने दरवाजा नही खोला। इनके साथ हाजी गफ्फुर पिता पीरू अजमेरी, शफी मोहम्मद पिता इब्राहिमअजमेरी निवासी हथुनिया व हतुनिया थाना प्रभारी शंभुसिंह भी थे। सभी जबरन बिना वारंट के घर में घुसे और सामान अस्त-व्यस्त कर दिया वहीं धौंस देते हुए पूछा कि तुम्हारे पिता छोटे खां कहा है। और घर में उपस्थित महिलाओं को मां-बहन की गाली देकर अपमानितकिया इसके बाद मंदसौर सायरब सेल एक्टिव नारायणगढ़ थाना प्रभारी जितेन्द्र सिसौदिया ने बताया कि तुम्हारे भाई आसिफ ने जो ट्रक राहुल मोंगियाको बैच दिया था। उसको दिनांक 25 अक्टुबर को जावरा से पकड़ा है और थाना पिपलिया मण्डी में रखा है। तुम्हारे भाई आसिफ व ट्रक चालक भगवतीलाल को भी थाने पर बैठा रखा है। इसके बाद विडियो कॉल पर मेरे भाई को दिखाया। वहीं मामला रफा दफा करने लिए पिता से सम्पर्क कर 50 लाख रूपये लेकर पिपलिया मण्डी थाने या जितेन्द्र सिंह सिसौदिया से संपर्क करने की कहा। नही तो तुम्हारे भाई के साथ तुम्हारे पिता को भी एन. डी. पी. एस. एक्ट के किसी भीकैस में झूठा फंसा दूंगा। उक्त सारी घटना का विडियो भी मैंने चुपके से अपने मोबाईल से बना लिया था। इस दौरान घर की तलाशी में पुलिस टीम को कोई अवैध वस्तु नहीं मिली। एक पुलिस कर्मचारी ने वाटसएप पर विडियो कॉल कर मेरे भाई आसिफ को दिखाया। जिसमें उसे किसी जगह पर बैठा रखा था। इसके बाद तीन दिन तक अवैध रूप से भाई को उनके कब्जे में रखा। रूपया नहीं मिलने पर उसे झूठे कैस में फंसा दिया।