कथाएं अंदर से सुधारने का कार्य करती है _पंडित गोविंद उपाध्याय*
*शिव पार्वती का विवाह धूमधाम से मनाया गया*
*रामगज मंडी*
*धायपुरा मोडक*
श्री शिव महापुराण कथा में भगवान शंकर एवं पार्वती जी का विवाह धूमधाम से मनाया गया। सदैव नम्रता रखने से प्रसन्न होते हैं परमात्मा जो झुकता है उसका कुछ बिगड़ता नहीं है फलदार वृक्ष पर गुणवान व्यक्ति झुकते हैं सूखे ठूंठ और मूर्ख व्यक्ति कभी भी नहीं झुकते हैं ।सदैव नम्रता धारण करके प्रेम एवं सौहार्द का वातावरण बनाना चाहिए ।दीन दुखियों की सेवा करना चाहिए। धायपुरा गांव में श्री गणेश जी महाराज के यहां से भगवान शंकर की बारात भगवान शंकर के साथ में कथा स्थल शिव मंदिर प्रांगण में पहुंची जहां भगवान शंकर का धूमधाम से विवाह संपन्न हुआ श्री शिव महापुराण की कथा में पंडित गोविंद उपाध्याय ने कहां की कथा अंदर से सुधारने का कार्य करती है जिससे जीवन की व्याख्या मिटे वह है शिवपुराण की कथा।
इस अवसर पर रायपुरा बोलो गणेशपुरा मोडक रामगंज मंडी पीपल्दा भोलू बड़ोदिया गणेशपुरा रिछी हमउ आदि स्थानों एवं अंचल के भक्तगण उपस्थित थे